मोबाइल चार्ज करते समय मासूम की करंट से हुई मौत- बेटे को बचाने आई मां की भी गई जान
सीतापुर। करंट से मां-बेटे सहित तीन की मौत हो गई। रामपुर मथुरा इलाके में सोमवार देर रात मोबाइल चार्जर करते समय किशोर करंट की चपेट आ गया। बेटे को बचाने में मां की भी मौत हो गई। वहीं कोतवाली देहात इलाके में पेड़ की डाल काटते समय युवक की करंट से मौत हो गई। रामपुर मथुरा के भगवतीपुर गांव में सोमवार रात रोहित जायसवाल और उसकी मां रामसहेली जायसवाल एक ही कमरे में सो रहे थे। देर रात तक मोबाइल देखने के बाद रोहित ने उसे चार्जिंग पर लगा दिया और चारपाई पर ही रखकर सो गया। इसी दौरान मोबाइल चार्जर में करंट उतरने लगा। रोहित को करंट का झटका लगा। बेटे को झुलसता देख मां उसे बचाने की कोशिश करने लगी। हादसे में मां और बेटे दोनों की मौत हो गई। घटना के बाद से आस-पास के गांव के लोग डरे हुए हैं। स्विच और बिजली के उपकरण को छूने में सावधानी बरत रहे हैं। उधर कोतवाली देहात इलाके के भावरा गांव में पेड़ की डाल काटने समय युवक की करंट से मौत हो गई। सुनील पेड़ पर चढ़कर डाल काट रहा था। पेड़ की टहनी नीचे के निकली हाईटेंशन लाइन से छू गई। इसमें सुनील की मौत हो गई। परिवारीजन और ग्रामीण बिजली विभाग पर लापरवाही का आरोप लगा रहे हैं। उनका कहना है कि कई बार शिकायत करने के बाद भी झूल रहे हाईटेंशन लाइन के तारों को सही नहीं कराया गया।
एक महीने में हो चुकी है आधा दर्जन मौत…
सजगता के अभाव में एक महीने में करंट से आधा दर्जन से अधिक मौत हो चुकी हैं। पांच दिन पूर्व सकरन के दुगाना गांव में एसडीएम प्रतीक्षा त्रिपाठी के भाई सुभेच्छु त्रिपाठी की मौत फर्राटा पंखा में सोते समय फर्राटा पंखा में उगली छूने होने से हो गई थी।पांच जुलाई को थानगांव के तरसेवरा गांव में चार्जिंग पर लगे ई-रिक्शा को छूने से जगदेव की मौत हो गई थी। 18 जुलाई को पिसावां के गांव अकोहरा में स्वास्थ्यकर्मी शैलेंद्र यादव की मौत करंट से हो गई थी। शैलेंद्र इंवर्टर से पंखा का तार जोड़ रहे थे। 17 जुलाई को खैराबाद के जैनापुर के एक युवक की मौत करंट से हो गई थी। 28 जून को संदना के गांव रामगढ़ में मनीराम तार सही करने समय करंट में चपेट आ गया था। इलाज के दौरान मौत हो गई थी। बिजली का उपयोग करने में सावधानी बरतने की बहुत ही जरूरी है। अधीक्षण अभियंता नंदलाल ने बताया कि करंट से बचने के लिए विद्युत तार और उपरकणों से दूरी बनाकर रहा आवश्यक है। इसके अलावा घरों की वायरिंग को सही रखें। वायरिंग लीक होने पर सीलनभरी दीवारों में करंट दौड़ने लगता है। बिजली के खम्भों से दूर रहें। बिजली लाइन के नीचे छाता लगाकर न खड़े हों। जर्जर लाइनों को ठीक कराया जा रहा है। घर अंदर अगर करंट से कोई घटना होती है तो उसकी जिम्मेदारी विभाग की नहीं है। लोगों को चाहिए घर की वायरिंग आदि की व्यवस्थाएं ठीक रखें।