प्रतापगढ़। जेल में बंद सपा जिलाध्यक्ष छविनाथ और पूर्व चेयरमैन गुलशन यादव के खिलाफ गवाह को धमकाने का केस दर्ज
प्रतापगढ़। कुंडा नगर पंचायत के पूर्व अध्यक्ष गुलशन यादव और उनके भाई सपा जिलाध्यक्ष छविनाथ के खिलाफ एससी-एसटी समेत अन्य संगीन धाराओं में मुकदमा किया गया है।आरोप है कि मुकदमे में गवाही से रोकने के लिए गुलशन यादव ने पीड़ित को धारदार हथियार के बल पर अगवा करने और जान से मारने का प्रयास किया और जेल में बंद अपने भाई छविनाथ से फोन पर धमकी भी दिलवाई।
कुंडा नगर पंचायत के पूर्व अध्यक्ष और राजाभैया के खिलाफ सपा के टिकट पर विधानसभा का चुनाव लड़ने वाले गुलशन यादव और उनके भाई सपा जिलाध्यक्ष छविनाथ के खिलाफ एससीएसटी समेत अन्य संगीन धाराओं में मुकदमा किया गया है। आरोप है कि मुकदमे में गवाही से रोकने के लिए गुलशन यादव ने पीड़ित को धारदार हथियार के बल पर अगवा करने और जान से मारने का प्रयास किय और जेल में बंद अपने भाई छविनाथ से फोन पर धमकी भी दिलवाई।
विधानसभा चुनाव में रघुराज प्रताप सिंह उर्फ राजाभैया के खिलाफ सपा के टिकट पर चुनाव लड़ने वाले गुलशन यादव और उनके भाई सपा के जिलाध्यक्ष छविनाथ यादव के खिलाफ गवाह को धमकाने का मुकदमा दर्ज किया गया है। मानिकपुर थाने में दर्ज इस मुकदमे में दोनों नेताओं के खिलाफ एससीएसटी की धाराएं भी लगाई गई हैं। मुकदमा दर्ज करने के बाद पुलिस मामले की छानबीन में जुट गई है। छविनाथ यादव जेल में बंद हैं। गुलशन यादव सपा के कार्यवाहक जिलाध्य का कामकाज देख रहे हैं। मुकदमा दर्ज होने के बाद जिले में राजनीतिक हलचल तेज हो गई है।
मानिकपुर थाना क्षेत्र के बुलाकीपुर गांव निवासी अर्जुन पुत्र रामलखन ने रविवार रविवार को कुंडा नगर पंचायत के पूर्व चेयरमैन गुलशन यादव और सपा जिलाध्यक्ष छविनाथ यादव सहित अन्य के खिलाफ एससीएसटी, जान से मारने के प्रयास, अपहरण समेत अन्य संगीन धाराओं में मुकदमा दर्ज कराया। तहरीर में अर्जुन ने कहा कि उसने छविनाथ के खिलाफ 2021 में एससीएसटी, जान से मारने समेत अन्य धाराओं में मुकदमा दर्ज कराया था, जो न्यायालय में विचाराधीन है। मुकदमे में गवाही न देने के लिए उसके ऊपर लगातार दबाव बनाया जा रहा है। इसके लिए पैसे का लालच भी दिया जा रहा है।
मुकदमे में गवाही 28 अगस्त को होनी थी। इसके पहले 25 अगस्त को गुलशन यादव अपने चार साथियों के साथ काली फार्च्यूनर गाड़ी से उसके घर पर पहुंचे और जातिसूचक शब्दों का प्रयोग करते हुए अपमानित किया। आरोप है कि मुकदमे में गवाही न देने के लिए दबाव बनाया और फोन मिलाकर जेल में बंद छविनाथ से बात कराया। छविनाथ यादव ने धमकी दी और कहा कि बार-बार मना करने के बावजूद मान नहीं रहे हो तुमको जान से मरवा देंगे। आरोप है कि गुलशन यादव ने धारदार हथियार के बल पर उसको जबरन गाड़ी में लाद दिया और हत्या करने के लिए ले जाने लगे। ग्रामीणों के पहुंचने पर हल्ला मचने पर धमकी देते हुए चले गए। तहरीर के आधार पर पुलिस ने दोनों भाइयों समेत अन्य अज्ञात के खिलाफ एससीएसटी समेत अन्य संगीन धाराओं में केस दर्ज किया है।