कोहंड़ौर थाना से चंद कदम दूर पुलिस की मिलीभगत से रिहायशी घर को असफाक हवाईदार बना रखा था,पटाखे की गोदाम
कोहंड़ौर थानाध्यक्ष बच्चालाल की सहानुभूति हवाईदार असफाक के प्रति,जवान बेटा व जवान दामाद को खोने वाले किशोरीलाल पटवा के प्रति कोई हमदर्दी नहीं है,बेटे की मौत का मुकदमा लिखने के बाद अब दामाद की मौत का नहीं दर्ज कर रहे हैं,मुकदमा…
प्रतापगढ़। कोहंड़ौर बाजार में हवाईदारों असफाक के घर में लगी आग से लाखीपुर निवासी- संदीप पटवा की मौके पर ही हो गई थी मौत, पटाखे की आग से बुरी तरह झुलसे संदीप पटवा के बहनोई राजेश पटवा की इलाज के दौरान प्रयागराज SRN में दर्दनाक मौत होने के बाद उनकी पत्नी और बेटा व दामाद को खोने के बाद किशोरीलाल पटवा अब मुकदमा लिखाने के लिए थाना कोहंड़ौर का चक्कर लगा रहे हैं और कोहंड़ौर थानाध्यक्ष बच्चालाल की गालियाँ खाने को मजबूर हैं। कहते हैं कि इस धरती पर बेटे के जनाजे से बड़ा बोझ कोई दूसरा नहीं होता और जवान बेटी विधवा हो जाये तो उससे बड़ा कोई दुःख नहीं हो सकता। इस अपार कष्ट को सहते हुए भी किशोरीलाल कोहंड़ौर थाना और जिला मुख्यालय पर बैठे हुक्मरानों के दफ्तरों का चक्कर काटने के लिए विवश हैं। सदर विधायक राजेंद्र मौर्य के पास भी किशोरीलाल पटवा अपनी पीड़ा ब्यक्त कर अपने बुढ़ापे के लिए सरकार से आर्थिक सहायता पाने के लिए फरियाद कर चुके हैं।
जनपद प्रतापगढ़ में आतिशबाजी के लिए कुल 165लाइसेंस जिला प्रशासन द्वारा निर्गत किया गया है,अकेले कोहंड़ौर थाना क्षेत्र में 9हवाईदारों को आतिशबाजी के लिए जारी किये गए हैं,लाइसेंस…
जनपद प्रतापगढ़ में आतिशबाजी के लिए कुल 165 लाइसेंस जिला प्रशासन द्वारा निर्गत किया गया है। अकेले कोहंड़ौर थाना क्षेत्र में कुल 9 लाइसेंस जिला प्रशासन द्वारा निर्गत किया गया है। आतिशबाजी के लिए लाइसेंस देते समय स्थानीय पुलिस अपनी रिपोर्ट देती है तब कहीं जिला प्रशासन किसी अतिशबाज को लाइसेंस जारी करता है। आतिशबाजी के लिए जारी होने लाइसेंस के लिए स्पष्ट रूप से प्रतिबंधित है कि आतिशबाजी की दुकान रिहायशी इलाके में नहीं होगी और दुकान व गोदाम का लाइसेंस अलग-अलग होगा। घर में तो आतिशबाजी के सामान को किसी भी दशा में नहीं रखा जा सकता। परन्तु आतिशबाजी की दुकानों में जब भी घटना व दुर्घटना घटित होती है तो घर में ही आतिशबाजी की दुकान व गोदाम संचालित होने की वजह से घटना घटित होती है, जिसकी पूरी जिम्मेदारी हवाईदार की होनी चाहिए और जिस थाना क्षेत्र से वह दुकान व गोदाम संचालित हो रही थी, उस थाने का थाना प्रभारी भी उसका जिम्मेवार होता है।
2 अप्रैल, 2022 की देर रात कोहड़ौर थाने से चंद कदम दूरी पर हुई घटना से पुलिस प्रशासन की कार्यशैली पर उठ रहे हैं,सवाल…
कोहंड़ौर थाना के बगल ही 2 अप्रैल, 2022 को यूपी के प्रतापगढ़ जिले में एक बड़ा हादसा हो गया है। इस हादसे की जितनी जिम्मेदारी हवाईदार की है,उतनी ही जिम्मेदारी थानाध्यक्ष बच्चालाल की भी है। जिला प्रशासन भी इसका जिम्मेवार है जो लाइसेंस देने के बाद भूल जाता है कि उसकी भी समय-समय पर आतिशबाजों को जारी किये गए लाइसेंस के सत्यापन की जिम्मेदारी जिला प्रशासन की है। अपने गले की फांस को निकालने के चक्कर में कोहंड़ौर थानाध्यक्ष बच्चालाल घटना वाली रात में हवाईदारों के घरों में से रात भर पटाखे को निकलवाने के लिए परेशान दिखे। इसीलिये पटाखे से लगी आग को दबाकर सिलेंडर फटने से आग को बेकाबू बताकर अपना दामन पाक-साफ रखने की कवायद थानाध्यक्ष बच्चालाल से लेकर अन्य उच्चाधिकारी करते नजर आये।
पहले भी हो चुके हैं हादसे, 13लोगों की जा चुकी है,जान…
जिले में आतिशबाजों के मकानों में पहले भी पटाखों में आग लगने से विस्फोट के चलते हादसे हो चुके हैं। जेठवारा, कटरागुलाब सिंह, कटरामेदनीगंज, बड़नपुर, बेगमवार्ड समेत अन्य स्थानों पर आतिशबाजों के मकानों में आग लगने के बाद 13 लोगों की जान जा चुकी है। इन हादसों के बाद भी लोगों को न तो कानून का भय रहा और न ही अपनी जान की परवाह। घरों में मौत का सामान सजाकर रखना इनकी आदत में शुमार हो गया था। खुद की जान खतरे में डालने वाले आतिशबाज पड़ोसियों की जिंदगी भी खतरे में डालने से बाज नहीं आते।
रात में आतिशबाजों के घर से हटाए गए पटाखे…
आतिशबाज अशफाक के घर में लगी आग बुझाने के बाद नुकसान का आकलन किया जाने लगा। तभी पता चला कि संदीप व शकील गायब हैं। दोनों के किचन में होने का अनुमान लगाने के बाद फायरब्रिगेड कर्मी खोजबीन करने लगे। इधर, आतिशबाज अशफाक समेत दूसरे लोग अपने मकानों में रखे पटाखे पीछे के रास्ते हटाने में जुटे रहे। मैजिक डाला से भारी मात्रा में पटाखे दूसरे स्थानों पर भेजे गए। बाजार में इस बात की चर्चा है कि रिहायशी मकान में लोग पटाखे बनाते व बेचते थे। जबकि उन्हें दुकान में केवल सैंपल रखने की ही अनुमति थी। सहालग को देखते हुए बड़ी मात्रा में पटाखे मकानों में जमा किए गए थे।
तेज विस्फोट से दहल उठा कोहड़ौर बाजार…
प्रयागराज-अयोध्या राष्ट्रीय राजमार्ग पर स्थित कोहड़ौर बाजार में आतिशबाज अशफाक के मकान में लगी आग से बाजार में हड़कंप मच गया। लोग जान बचाने के लिए भागने लगे। रुक-रुक हो रहे विस्फोट के चलते कोई भी अपनी जान खतरे में नहीं डालना चाहता था। सूचना पर पहुंची फायर ब्रिगेड की टीम ने पड़ोस के दो और आतिशबाजो के घरों की खिड़की व दरवाजों को तोड़कर फंसे हुए लोगों को बाहर निकाला। विस्फोट के चलते पड़ोसियों के मकान की छतें व खिड़कियां व दरवाजे दरक गए थे। रविवार की सुबह हर कोई अपने मकान के नुकसान का आकलन करता दिखा।
प्रतापगढ़ में हवाईदारों के गैरजिम्मेदाराना हरकत से लगती है,उनके घरों में आग…
कोहड़ौर थाने से चंद कदम दूरी पर ही स्थित दो घरों में रखे पटाखे में आग लग जाने से भीषण धमाका हुआ। इस घटना में दो लोगों की मौके पर ही मौत हो गयी और कई लोग घायल हैं। घटना को लेकर पूरी रात पुलिस और प्रशासन के अधिकारियों के साथ आसपास के लोग परेशान रहे। मिली जानकारी के मुताबिक कोहड़ौर थाने के निकट स्थित असफाक, हनीफ और फिरोज के घर में ही पटाखा बनाने का कारोबार किया जाता है। मृतक राजेश पटवा की पत्नी सरिता पटवा निवासिनी- कला कुश्ती, थाना- मलवा, जनपद- फतेहपुर जिसका मायका थाना कोहड़ौर क्षेत्र लाखीपुर गाँव में है।
मृतक राजेश पटवा की पत्नी सरिता ने उच्चाधिकारियों से शिकायत की है कि उसका भाई संदीप पटवा दिनांक- 02/04/2022 को कोहड़ौर बाजार में हवाईदार असफाक के घर आतिशबाजी की बुकिंग करने गया था। साथ में उसका पति राजेश पटवा भी चला गया था। दोनों लोग हवाईदार असफाक के घर में बैठकर बातचीत कर ही रहे थे कि घर के अंदर से अचानक तेज आवाज के साथ विस्फोट होने लगा और देखते ही देखते आग पूरे मकान तक फैल गई। हवाईदार असफाक के चार लड़के हैं और एक ही मकान में रहते हैं और सभी आतिशबाजी की दुकान उसी मकान में करते हैं। हवाईदार असफाक अपने घर को पटाखे की अवैध गोदाम बना रखे हैं, जिसकी वजह से उनके घर में आग लगी और उसका भाई और पति दोनों की दुःखद मौत हो गई है।