सवा माह बाद संग्रामगढ़ के थानेदार धनंजय राय पर गिरी गाज, छिन गई थानेदारी, पुलिस लाइन में आमद कराने का पुलिस अधीक्षक ने दिया निर्देश
जनपद प्रतापगढ़ के संग्रामगढ़ थाना में तैनात थाना प्रभारी धनन्जय राय की एक वीडियो सोशल मीडिया में 24 मई, 2023 को वायरल हुई थी। प्रकरण जब जिले के तेजतर्रार युवा पुलिस कप्तान सतपाल अंतिल के संज्ञान में आया तो उन्होंने अपने अधिकृत ट्वीटर हैंडल से खुलासा इंडिया की पोस्ट पर सीओ लालगंज से 24 घण्टे के भीतर जाँच कराने का आदेश दिए जाने की बात पोस्ट की थी। 24 घण्टे बीत जाने के बाद पुनः कप्तान साहेब की तरफ से सफाई वाली पोस्ट आई कि सीओ साहेब अपरिहार्य कारणों से छुट्टी पर चले गए। सम्बंधित अधिकारी को अतिशीघ्र जाँच सम्पादित करने हेतु निर्देशित किया गया है।
पूरे एक माह, 6 दिन बीत जाने के बाद जाँच आख्या का तो पता नहीं। परन्तु बड़बोले थाना प्रभारी संग्रामगढ़ धनन्जय राय से एसपी साहेब ने थाना का इंचार्ज पद छीन लिया और उन्हें लाइन में हाजिर होने का फरमान सुना दिया। क्या अभी कोई ब्यक्ति ये अपराध किया होता तो उसे महज इतनी ही सजा मिलती ? ईमानदार पुलिस अधीक्षक सतपाल अंतिल पर प्रतापगढ़ के प्रबुद्ध लोग सवाल खड़ा कर रहे हैं कि जब जनपद प्रतापगढ़ में इंस्पेक्टर मौजूद हैं तो किन वजहों से थके थकाये विवादित सब इंस्पेक्टरों से थानेदारी कराई जा रही है ? जबकि हकीकत में वो दागी भी हैं। कई संगीन आरोप भी उन पर हैं। फिर किस मोहब्बत में उनसे इंचार्ज का कार्य कराया जा रहा है ?
यह यक्ष प्रश्न है। इसका जवाब युधिष्ठिर की तरह स्वयं पुलिस अधीक्षक सतपाल अंतिल ही दे सकते हैं। पर इस यक्ष प्रश्न ने पुलिस अधीक्षक की साफ सुथरी छवि पर सवाल खड़ा कर रहा है ? विभागीय जानकारी के मुताविक प्रत्येक थाने पर थानेदार को तैनात करने से पहले यह देखा जाता है कि पुलिस महानिरीक्षक रेंज से अप्रूवल लिया गया है अथवा नहीं ? थानेदारी करनी की इच्छा रखने वालों को प्रत्येक छः माह में अपना रिन्युअल कराते रहना पड़ता है। जो उस ब्यवस्था में स्वयं को शामिल कर लेता है, उसका अप्रूवल होने में कोई अड़चन नहीं आता। देखने वाली बात यह है कि प्रतापगढ़ जनपद में थानेदारी कर रहे थानेदारों का अप्रूवल आईजी रेंज के यहाँ से हुआ है अथवा ऐसे ही उन्हें तैनात किया गया है।
जनपद प्रतापगढ़ में आधे दर्जन से अधिक थाने ऐसे हैं जिन पर उप निरीक्षक को तैनात करके थानेदारी कराई जा रही है। कुछ युवा सब इंस्पेक्टर हैं, जो तेज तर्रार हैं। उनका परफॉर्मेंस बढ़िया भी है। उनके थाने में अपराध पर नियंत्रण भी है। उनकी शिकायत भी नहीं है। परन्तु धनन्जय राय जैसे सब इंस्पेक्टर में कौन सी काबिलियत देखकर कप्तान साहेब उन्हें संग्रामगढ़ थाने की कमान सौंप दी थी। सिविल लाइन चौकी पर प्रभारी के रूप में रहते हुए पुलिस विभाग को कई बार बदनाम किया। फिर भी उन्हें थानेदारी दी गई और उनकी आदत से परेशान होकर कुछ ही महीने में उन्हें पैदल कर दिया गया। अभी कल ही मॉनिटरिंग सेल के इंस्पेक्टर सहित पूरे सेल को निलंबित किया था। धनन्जय राय के मामले में पुलिस अधीक्षक सतपाल अंतिल की नरमी समझ में न आ सकी।