मां के बाद बेटी से अवैध संबंध बनाना चाहता था प्रेमी, मां-बेटी ने मिलकर प्रेमी को उतारा मौत के घाट
जिले में अपराध का ग्राफ लगातार बढ़ता ही जा रहा है। कहीं मारपीट तो कहीं अवैध संबंधों के चलते हत्याओं का सिलसिला जारी है। कुछ ऐसे ही अवैध संबंधों को लेकर रायबरेली की गुरबक्शगंज पुलिस ने एक सनसनीखेज खुलासा किया, जिसमें एक अधेड़ प्रेमी को मां बेटी ने पीट-पीटकर मौत के घाट उतार दिया। बताया जा रहा है कि महिला प्रेमिका से संबंध के बाद अब अधेड़ प्रेमी उसकी बेटी से भी अवैध संबंध बनाना चाहता था। जिसके विरोध से थक हार कर मां बेटी को यह खौफनाक कदम उठाना पड़ा।
मां-बेटी ने अधेड़ प्रेमी को मिलकर उतारा मौत के घाट…
सूत्रों से मिली जानकारी के मुताबिक, 21 अगस्त को दाउदपुर रामनगर थाना गुरुबक्शगंज क्षेत्र मे उस समय हड़कंप मच गया, जब डायल 112 के माध्यम से सूचनाकर्ता सुशील कुमार पुत्र मेडीलाल दाउदपुर रामनगर निवासी ने पुलिस को सूचना दी कि उसके पिता मेडीलाल पुत्र शुकरू का शव गांव से थोड़ी दूर जंगल में पड़ा मिला है। ऐसा लग रहा है कि किसी ने उनकी हत्या कर दी है। इस सूचना पर तत्काल क्षेत्राधिकारी लालगंज, थानाध्यक्ष गुरुबक्शगंज द्वारा पुलिस टीम के साथ मौके पर पहुंच कर फॉरेंसिक टीम के साथ घटनास्थल का निरीक्षण किया गया। जिसमें मृतक के गले पर खरोच तथा गुप्तांगों पर चोट के निशान को देखते हुए तत्काल शव को पंचायतनामा के उपरान्त पोस्टमार्टम हेतु भेजा गया। वहीं घटना के खुलासे हेतु टीम गठित कर स्थानीय पुलिस द्वारा प्रयास करते हुए 24 घंटे के अंदर ही मामले का पर्दाफाश कर दिया गया। पुलिस ने इस मामले में पड़ोस की रहने वाली गीता व उसकी 19 वर्षीय पुत्री रोशनी को क्षेत्र के रामनगर मोड़ के पास से दबोच लिया। दोनों की निशानदेही पर उनके घर से चुन्नी, डंडा और चादर भी बरामद कर ली गई।
पोस्टमार्टम रिपोर्ट देखने के बाद पुलिस को हुई हत्या की शंका…
आपको बता दें कि इस पूरी घटना में शव को कब्जे में लेकर पोस्टमार्टम रिपोर्ट को देखकर पुलिस की शंका बढ़ गई जिसमें मौत से पहले पसली टूटना, गुप्तांगों पर चोट तथा गला घोंटने के कारण दम घुटने से होना पाया गया। पोस्टमार्टम रिपोर्ट के आधार पर प्रकरण में तत्काल मृतक की पुत्री की तहरीर पर सुसंगत धाराओं में अभियोग पंजीकृत किया गया और विवेचना प्रारंभ की गई। विवेचना के दौरान यह ज्ञात हुआ कि पिछले कई वर्षों से मृतक के अवैध संबंध उसके पड़ोस में रहने वाली महिला गीता पत्नी दयाशंकर के साथ थे। इस बात की जानकारी मोहल्ले वालों को भी थी कि मृतक मेड़ीलाल उस महिला के घर आया जाया करता था और उसकी बुरी निगाह गीता के 19 वर्षीय पुत्री रोशनी पर भी थी। मृतक मेड़ीलाल उसकी पुत्री से आए दिन छेड़खानी भी किया करता था। इसका विरोध दोनों मां बेटी ने किया था किन्तु वह अपनी हरकत से बाज नहीं आ रहा था। इसी बात से तंग आकर दोनो मां बेटी ने मिलकर मेड़ीलाल को मारने की योजना बनाई और दिनांक 21/22 अगस्त की रात करीब 12 बजे अपने घर पर पिछले दरवाजे से बुलाया और डंड़े से पीटकर एवं चुनरी से गला घोंटकर हत्या कर दी तथा शव को चादर में लपेटकर घर से करीब 100 मी दूरी पर जंगल में फेंक दिया था।