इतिहास के पन्नों में दफन हो गया अकबरनगर, बुलडोजर से गिराए गए मकान, जमींदोज हुए 1200 अवैध निर्माण
लखनऊ। उत्तर प्रदेश की राजधानी लखनऊ का अकबर नगर अब इतिहास के पन्नों में दफन हो चुका है। कुकरैल नदी की जमीन पर अवैध रूप से बसे अकबरनगर को बुलडोजरों ने ध्वस्त कर दिया। पहले अकबरनगर में पक्के मकान, सड़क और आबादी दिखती थी। आज अकबरनगर में मलबे का ढेर दिख रहा है। चारों तरफ टूटे मकान और दुकानों का मलबा ही मलबा दिख रहा है। लगभग 24.5 एकड़ जमीन पर बने अवैध निर्माण को जमींदोज कर दिया गया है।
लगभग 24.5 एकड़ जमीन पर बने अवैध निर्माण को कर दिया गया है, जमींदोज…
बता दें कि अकबर नगर आजादी के समय बसा था। लोगों ने जिस जमीन पर निर्माण कराया वो जमीन कुकरैल नदी की थी। कभी यहां नदी की धरा बहती थी। योगी सरकार का इस जमीन पर शहर को सुंदर दिखाने के लिए रिवर फ्रंट बनाने का प्रस्ताव है। इसी को लेकर कुकरैल नदी की जमीन पर डेवलपमेंट अथॉरिटी, नगर निगम, पुलिस और जिला प्रशासन की संयुक्त टीम ने अवैध रूप से बसे अकबर नगर को पूरी तरह जमींदोज कर दिया है। नगर निगम की टीम ध्वस्त हुए मकानों और अन्य बिल्डिंगों के मलबे को हटाने का काम कर रही है।
जमींदोज हो गए 1200 अवैध निर्माण
ध्वस्तीकरण अभियान 10 जून से शुरू हुआ था। इसे रोकने के लिए अकबर नगर में रहने वाले लोग हाईकोर्ट से लेकर सुप्रीम कोर्ट तक का दरवाजा खटखटाया, लेकिन निर्माण अवैध होने से उन्हें निराशा ही हाथ लगी। कोर्ट के आदेश के बाद अकबर नगर में बुलडोजरों ने अपना कम करना शुरू किया। मंगलवार रात तक अकबर नगर में बने 1169 आवास और 101 कॉमर्शियल निर्माण को ध्वस्त कर जमीन को समतल करने का काम शुरू कर डाला।
24.5 एकड़ जमीन कराई गई खाली
अभियान में लगभग 24.5 एकड़ जमीन पर बने 1200 से अधिक अवैध निर्माण जमींदोज किया गया है। भीखमपुर में 48 अवैध निर्माण तोड़े जाने के बाद अकबर नगर पार्ट वन और टू में अवैध निर्माण करने वालों को नोटिस जारी किया गया था। इसके विरोध में अकबर नगर के लोग हाईकोर्ट चले गए। राहत न मिलने पर सुप्रीम कोर्ट में अपील की थी। बहरहाल कोर्ट ने निर्माण अवैध मानते हुए एलडीए को कार्रवाई की अनुमति दे दी थी। कोर्ट से अनुमति मिलने के बाद एलडीए ने 10 जून को ध्वस्तीकरण शुरू किया गया था।
एलडीए का ये है, कहना
एलडीए का कहना है कि जिन लोगों के मकान टूटे हैं उन्हें पीएम आवास योजना के तहत मकान दिए गए हैं। अकबर नगर कुकरैल नदी की जमीन पर अवैध रूप से बसाया गया था। शासन के निर्देश पर सर्वे के दौरान नदी की जमीन पर बड़ी संख्या में अवैध निर्माण की बात सामने आई थी। दिसंबर 2023 से यहां से अतिक्रमण हटाने का अभियान शुरू हुआ था।
जानें क्या बोले एलडीए उपाध्यक्ष
एलडीए के उपाध्यक्ष डॉ. इंद्रमणि त्रिपाठी ने बताया कि अकबर नगर में सभी अवैध निर्माण ध्वस्त कर दिए गए हैं। अब मलबा हटाया जा रहा है। अकबर नगर प्रथम एवं द्वितीय में सभी 1320 अवैध निर्माण ढहा दिए गए हैं। इस दौरान कहीं कोई विवाद नहीं हुआ। उन्होंने बताया कि धार्मिक स्थलों को स्थानीय लोगों की सहमति से ढहाया गया है। इससे पहले मंदिरों में स्थापित देवी देवताओं को दूसरे मंदिर में स्थापित किया गया था।