बसपा सुप्रीमो मायावती ने भतीजे आकाश आनंद को फिर घोषित किया उत्तराधिकारी, यूपी को लेकर भी मिली ये बड़ी जिम्मेदारी
बसपा सुप्रीमो मायावती के भतीजे आकाश आनंद को मायावती ने लोकसभा चुनाव 2024 के दौरान उनके पद से हटा दिया था जिसके बाद बसपा के अंदर की विरोध शुरू हो गया था। बसपा चीफ मायावती ने अपने भतीजे आकाश आनंद को एक बार फिर बड़ी जिम्मेदारी सौंपी है। उन्होंने आकाश को फिर से अपना उत्तराधिकारी घोषित किया है। आकाश एक बार से बीएसपी के राष्ट्रीय संयोजक बनाए गए हैं। इस तरह बसपा में उनका कद पहले से कहीं और ज्यादा बढ़ गया है। यूपी तक की रिपोर्ट के मुताबिक, बसपा के प्रदेश प्रभारी डॉ लाल जी मेधंकर ने बताया कि आकाश आनंद को बसपा सुप्रीमों ने आज पुराने पदों और जिम्मेदारियों पर बहाल कर दिया है।
इसी बीच बसपा कार्यकर्ताओं का कहना है हम लोगों कि लगातार मांग थी कि आकाश आनंद को दोबारा लाया जाए। बसपा के प्रदेश प्रभारी डॉ लाल जी मेधंकर ने कहा कि आकाश आनंद को पूर्व मुख्यमंत्री मायावती ने काफी तैयार करके बताया कि आकाश बसपा को मजबूत करना चाहते हैं। साथ ही मूवमेंट को आगे तक ले जाना चाहते हैं। डॉ लाल जी मेधंकर ने कहा कि मायावती ने कार्यकर्ताओं की मांग को स्वीकार किया है। डॉ लाल जी मेधंकर ने कहा कि बसपा सुप्रीमो मायावती ने काफी देर तक समझाया कि किन कारणों से आप लोगों ने गलती की है, उनको आप लोग मंच पर लेकर गए और मान सम्मान तक नहीं दिया है। उन्होंने कहा कि आकाश आनंद को भाषण तक नहीं देने दिया गया। मायावती ने कहा कि उस दौरान जब आकाश भाषण दे रहे तो आप लोग भीड़ लेकर मंच पर खड़े हो गए थे। प्रदेश प्रभारी डॉ लाल जी मेधंकर ने कहा कि बसपा की जो अव्यवस्था थी, जोकि कार्यकर्ताओं को भी सबक सिखाने के लिए जो ज्यादातर पदाधिकारियों को डांट-फटकार लगाई है।
उन्होंने कहा कि बसपा कार्यकर्ताओं को अनुशासन में रखने के लिए आकाश आनंद को बसपा कोर्डिनेटर के पद से बाहर कर दिया था। इस बार आकाश आनंद को नेशनल कोऑर्डिनेटर बनाकर पूरे देश का जिम्मा दिया गया है। पहले उनके पास देश के बाकी राज्यों की जिम्मेदारी थी, लेकिन उत्तर प्रदेश और उत्तराखंड की जिम्मेदारी नहीं थी। इस बार आकाश को यूपी और उत्तराखंड की भी जिम्मेदारी सौंपी गई है। आकाश आनंद को पंजाब और उत्तराखंड विधानसभा उप चुनाव में स्टार प्रचारक बनाया है। बसपा में अब से टिकट बंटवारे से लेकर प्रचार तक की जिम्मेदारी आकाश आनंद ही संभालेंगे। इतना ही नहीं, आकाश पहले समीक्षा नहीं करते थे लेकिन अब वो समीक्षा बैठक भी करेंगे। अलग अलग राज्यों को कोऑर्डिनेटर से बात करेंगे। उनकी जवाबदेही तय करेंगे। अपने इलाके का पूरा काम देखेंगे।