काइट ग्रुप ऑफ एजुकेशन के कार्यक्रम में शामिल हुए सीएम योगी, एक करोड़ से अधिक युवाओं को दी नौकरी की गारंटी
उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ बुधवार को गाजियाबाद के मुरादनगर स्थित काइट शिक्षण संस्थान के 25 वर्ष पूरे होने के उपलक्ष्य में आयोजित गोल्डन जुबली सेरेमनी में शिरकत की। बीटेक, बीफार्मा, एमसीए, एमबीए पास आउट छात्रों को डिग्री वितरित की। इस दौरान योगी आदित्यानाथ ने कहा कि फरवरी 2023 में इन्वेस्टर समिति में छात्रों और नौकर साहू को जोड़ा गया था जोड़ा गया था। इसके पीछे मकसद था कि जो युवा डिग्री लेकर आएगा, उसे जनपद में ही रोजगार मिले। छह साल में 38 लाख करोड़ के निवेश का प्रस्ताव प्रदेश में प्राप्त हुआ। आने वाले समय में 1 करोड़ 10 लाख युवाओं के लिए नौकरी की गारंटी है।
मुख्यमंत्री ने काइट में स्पेस साइंस कोर्स की शुरुआत होने पर बधाई दी। साथ ही कहा कि अभी तक दक्षिण भारत में स्पेस साइंस का कोर्स चल रहा है, लेकिन अब उत्तर भारत में उत्तर प्रदेश में विद्यार्थियों को स्पेस साइंस पढ़ने की सुविधा मिल सकेगी। जून तकनीक आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस जैसे आधुनिक कोर्स को तकनीकी कॉलेजों में शुरू कराया जा रहा है। मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने काइट ग्रुप ऑफ इंस्टीट्यूशंस के रजत जयंती समारोह को संबोधित करते हुए कहा कहा कि जिन लोगों ने इंजीनियरिंग संस्थान पांचवे-छठे दशक में स्थापित कर दिए थे, उन लोगों ने एक लंबी दूरी तय कर ली। इस दूरी को तय करने में हम लगभग 40-50 वर्ष पीछे रहे। उसका प्रभाव प्रदेश की अर्थव्यवस्था पर पड़ा। प्रदेश पिछड़ता गया। अव्यवस्था और अराजकता का शिकार होता गया। जब विकास एजेंडे का हिस्सा नहीं होता है तो परिवारवाद और जातिवाद उस पर हावी होता है।
इसकी चपेट में पूरी व्यवस्था को आना पड़ता है। मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने कहा जब डेवलपमेंट एजेंडा का हिस्सा नहीं होता तो अव्यवस्था हावी हो जाती है। समय से दो कदम आगे चलने से ही सफलता अर्जित की जा सकती है। कहा याद कीजिए, 2014 के पहले अव्यवस्था, अविश्वास के दौर से देश प्रदेश गुजर रहा था। साल- 2014 के बाद देश में कैसे बदलाव की बाजार चली और चारों तरफ तरक्की का दौर शुरू हो गया। आज देश में रैपिड रेल भी है और मेट्रो भी है। 12 लेन का एक्सप्रेस वे, पब्लिक ट्रांसपोर्ट की आधुनिक सुविधा प्रदेश और देश में मिल रही है। सीएम योगी आदित्यनाथ ने कहा कि युवाओं के लिए रोजगार के अवसर बड़े हैं। तकनीकी कॉलेज और विश्वविद्यालय में विद्यार्थियों को बेहतर शिक्षा मिल रही है। साथ ही उन्हें रोजगार भी मुहैय्या कराया जा रहा है। स्टार्टअप की सुविधा युवाओं को दी जा रही है। छह साल पहले लोग अपना परिचय यूपी से होने का बताने में कतराते थे। आज यूपी के लोग गर्व से अपना परिचय देते हैं। समाज के हर तबके को आगे बढ़ाने के लिए सरकार ने विभिन्न स्टार्टअप योजनाएं शुरू कर रखी है। पहले की सरकारें खुद में उलझी रहती थी।