करोड़ों की अवैध संपत्ति के मालिक के खिलाफ ईडी, विजिलेंस और आयकर विभाग में हुई शिकायत, विजिलेंस विभाग ने लिया शिकायत का संज्ञान
प्रतापगढ़। करोड़ों रुपए से अधिक की अवैध संपत्ति के मालिक बन बैठे कन्हैया लाल यादव पुत्र स्व. किशोरी लाल यादव निवासी गोगहर, पोस्ट झींगुर, थाना महेशगंज, जिला प्रतापगढ़ हाल पता गुलाचीन मंदिर के पास, विकासनगर लखनऊ के खिलाफ प्रवर्तन निदेशालय, आयकर विभाग, विजिलेंस और एलडीए में शिकायत पत्र देकर अकूत अवैध संपत्ति की जांच कर कार्रवाई की मांग की गई है।
विजिलेंस टीम अवैध संपत्ति की करेगी, शीघ्र जांच…
अधिकारियों को भेजे गए अपने शिकायती पत्र में शिकायतकर्ता विनोद यादव ने लिखा है कि कन्हैया लाल यादव उनके गांव के एक गरीब परिवार से ताल्लुक रखते हैं, जो इस समय लखनऊ में रहते हैं और विगत कुछ ही सालों में इनकी संपति अकूत तरीके से बढ़ी है और कन्हैया लाल यादव अचानक से करीब दो सौ करोड़ से अधिक की संपत्ति के मालिक बन गए हैं। जिनके खिलाफ जांच कर कार्रवाई किए जाने की अधिकारियों से मांग की है।
शिकायत में कहा गया है कि कन्हैया लाल लखनऊ के कई स्थानों पर व्यवसायिक प्रतिष्ठानों के मालिक हैं। इनमें फेमिली रेस्टोरेंट, लाइब्रेरी और कई अन्य प्रतिष्ठान शामिल हैं। लखनऊ के विकासनगर सेक्टर 2 में इनका बालाजी कॉम्प्लेक्स के नाम से जहां एक भव्य व्यसायिक भवन है, तो पास ही में एक बड़ा सा हॉस्टल भी चल रहा है। वहीं दुबग्गा में आलमनगर रोड पर इनकी बहू शिखा यादव के स्वामित्व की शिखा ऑटोमोबाइल्स और मेडिकल कॉलेज के पास रिलायबल मेडिकल के नाम से शेख मोहम्मद के साथ पार्टनरशिप में एक मेडिकल स्टोर है, जबकि पत्नी कमला यादव उर्फ प्रेमा देवी जुगरबर्ग पार्क के मेन गेट के सामने यादव सदन की स्वामिनी हैं।
वहीं निशातगंज क्षेत्र में करीब 1850 सौ वर्ग फीट के तीन मंजिल व्यवसायिक भवन में संचालित फेमिली रेस्टोरेंट के पुत्र अजय यादव पार्टनर हैं। जबकि शहीदपथ सर्विस लेन पर शिवमन्दिर के पास कठौता रोड पर विजयीपुर में 45 सौ वर्गफुट पर बने दो मंजिल भवन को किराया पर उठा रखा है, जिसमें 1350 वर्ग फुट जमीन नगर निगम की है, पर कब्जा कर रखा है। कन्हैया लाल के पुत्र विजय व पुत्री पूजा द्वारा भी एक अवैध हॉस्पिटल संचालित किए जाने की भी सूचना प्राप्त हुई है। जिसकी गहन जांच में इनकी अकूत संपत्तियां सामने आ सकती हैं। शिकायतकर्ता का कहना है कि शीघ्र ही उनके द्वारा लोकायुक्त व मुख्यमंत्री के यहां भी शिकायत की जाएगी।