बहुचर्चित शराब घोटाले मामले में पूर्व आबकारी मंत्री कवासी की बढ़ी मुश्किलें, ईडी की दबिश
छत्तीसगढ़ में भूपेश सरकार के समय हुए कथित शराब घोटाले को लेकर शनिवार को ED ने दर्जन भर ठिकानों पर छापेमारी की। ED ने पूर्व मंत्री कवासी लखमा, बेटा हरिश कवासी, सुकमा नगर पालिका अध्यक्ष राजू साहू, कवासी लखमा के करीबी सुशील देवांगन सहित अन्य कई लोगों के ठिकानों पर छापेमार कार्रवाई की, जिसमे कहा जा रहा है कि ED को कई दस्तावेज मिले है। ED की कार्रवाई पर पूर्व आबकारी मंत्री कवासी लखमा का बड़ा बयान आया है।
मैं अनपढ़ हूं, जिसका अधिकारियों ने फायदा उठाया…
पूर्व मंत्री कवासी लखमा ने मीडिया से बात करते हुए कहा कि ED की कार्रवाई राजनीति से प्रेरित है। विधानसभा में सरकार को घेरने का प्रयास किया, जिसके कारण मेरे घर पर छापेमार कार्रवाई की गई। कवासी ने आगे कहा कि मैं अनपढ़ हूं, जिसका अधिकारियों ने फायदा उठाया है। अधिकारियों ने गड़बड़ी की है। ED ने मेरी संपत्ति की जानकारी मांगी गई, जिसके लिए मैंने समय मांगा है।
जानें लखमा की कितनी संपत्ति…
लखमा ने बताया कल सुबह 7:00 बजे मेरे निवास में ED की टीम पहुंची. लोगों के घर में ED को छापे में क्या मिला. क्या नहीं मिला मुझे नहीं पता है। मेरे यहां से ED के अफसरों कुछ नहीं मिला। पूरे घर की गाड़ियों की सभी जगह की जांच की, हमने पूरा घर ED के अफसरों को सौंप दिया था। उन्होंने मेरे और परिवार की संपत्ति के बारे में जानकारी मांगी। मेरे पास चार एकड़ से ज्यादा जमीन नहीं है। वह भी बाप दादा के समय की। मंत्री बनने के बाद हमने कोई जमीन नहीं ली है।
एपी त्रिपाठी मास्टर माइंड हैं…
कवासी लखमा ने आगे बताया कि अफसरों ने शराब घोटाले की जानकारी मांगी, मैं अनपढ़ आदमी हूं। एपी त्रिपाठी मास्टर माइंड हैं, वो और ओएसडी जिस कागज में सिग्नेचर करवाते थे, मैं कर देता था। नगरीय निकाय चुनाव को प्रभावित करने के लिए मुझे बदनाम करने के लिए मेरे ED का छापा मारा गया।
ED ने ACB में FIR दर्ज कराई…
छत्तीसगढ़ शराब घोटाले मामले में ED जांच कर रही है. ED ने ACB में FIR दर्ज कराई है। दर्ज FIR में 2 हजार करोड़ रुपए से ज्यादा के घोटाले की बात कही गई, जिसकी तत्कालीन आबकारी मंत्री कवासी लखमा को जानकारी थी और कथित तौर पर कमीशन का बड़ा हिस्सा आबकारी मंत्री कवासी लखमा के पास भी जाता था।