बहुचर्चित बैंक मैनेजर हत्याकांड: पत्नी और ससुर ने करवाई थी हत्या, कलक्ट्रेट बार अध्यक्ष बेटी सहित को किया अरेस्ट
आगरा। बहुचर्चित बैंक मैनेजर हत्याकांड में आरोपी ससुर और पत्नी ही निकले। पुलिस ने दोनों को गिरफ्तार कर लिया है। हत्याकांड के बाद से दोनों आरोपी फरार थे। गिरफ्तार पत्नी ससुर और पुलिस के बीच 10 दिन से लुकाछिपी का खेल चल रहा था। पुलिस और सर्विलांस टीम उनकी गिरफ्तारी के प्रयास में जुटी थी। पुलिस को शनिवार को दोनों के प्रयागराज में होने की सूचना मिली थी। इसके बाद पुलिस उन तक पहुंच गई और अरेस्ट कर देर रात आगरा आ गई। दोनों आरोपियों को रविवार को रिमांड मजिस्ट्रेट के सामने पेश कर जेल भेज दिया गया। बता दें कि ताजगंज स्थित रामरघु एग्जॉटिका कॉलोनी के निवासी सचिन उपाध्याय बैंक मैनेजर थे। 17 अक्टूबर की रात उनकी गला घोंटकर हत्या की गई थी। इसके बाद उनके आत्महत्या करने की सूचना पुलिस को दी गई। हत्या से पहले उनके शरीर को जलाने की कोशिश भी की गई थी। डॉक्टरों के पैनल से पोस्टमॉर्टम कराए जाने के बाद हत्या की बात सामने आई थी। सचिन के पिता केशवदेव शर्मा ने ताजगंज थाने में सचित की पत्नी प्रियंका रावत, कलेक्ट्रेट बार अध्यक्ष ससुर बिजेंद्र रावत और साले कृष्णा रावत के खिलाफ केस दर्ज कराया था। इसमें एक अज्ञात का भी जिक्र था। ताजगंज पुलिस ने कृष्णा रावत को 20 अक्टूबर को गिरफ्तार कर जेल भेजा था। इसके बाद पिता-पुत्री भूमिगत हो गए थे।
पुलिस की कार्यप्रणाली पर उठे थे सवाल….
इस चर्चित हत्याकांड में पुलिस पर ढिलाई के आरोप और उसकी कार्यप्रणाली पर सवाल उठने लगे थे। पुलिस कमिश्नर डॉ. प्रीतिंदर सिंह ने निर्देश दिए थे कि पहले साक्ष्य जुटा लिए जाएं। उसके बाद गोपनीय रूप से तलाशी में जुटें। डीसीपी सिटी सूरज कुमार राय गठित टीम की निगरानी कर रहे थे। सर्विलांस की मदद ली जा रही थी। सर्विलांस से मिली सूचना के बाद एक टीम को प्रयागराज भेजा गया। शनिवार देर रात लगभग साढे ग्यारह बजे पुलिस हत्यारोपी बिजेंद्र रावत और प्रियंका को अरेस्ट कर थाना ताजगंज लेकर आई।
हत्या की वजह अभी तक सामने नहीं आई….
समझा जा रहा था कि पुलिस रविवार को इस हत्याकांड से जुड़े तमाम अनसुलझे सवालों का जबाव देगी कि आखिर यह हत्या क्यों की गई? लेकिन आरोपियों से पूछताछ के बाद पुलिस ने सिर्फ पुख्ता साक्ष्य मिलने का दावा किया। बैंक मैनेजर के पिता केशव देव शर्मा शनिवार रात बहू की गिरफ्तारी का पता चलने पर थाना ताजगंज पहुंचे। वहां वह आरोपी बहू से पूछना चाहते थे कि अपना ही घर उजाड़ कर उन्हें क्या मिला? लेकिन बताया जाता है कि उन्हें भी अपनी बात का जबाव नहीं मिला।