firozabad_lok_sabha_seat: फिरोजाबाद संसदीय सीट पर इस बार महज 53.99 फीसदी मदतन हुए, जबकि साल-2019 में 59.12 फीसदी हुआ था, मतदान
फिरोजाबाद संसदीय सीट पर भाजपा प्रत्याशी ठाकुर विश्वदीप सिंह व सपा प्रत्याशी अक्षय यादव के बीच लड़ाई है। बसपा प्रत्याशी चौधरी बशीर बड़ा उलटफेर करते नहीं दिखे। ठाकुर विश्वदीप सिंह काे अपनी बिरादरी के वोट तो मिले, लेकिन लोधे राजपूत समाज ने उनका अंदरखाने विरोध भी किया। तीसरे चरण के मतदान के दिन भी मतदाताओं कोई उत्साह नहीं दिखा।
आम चुनाव- 2019 की तुलना में मैनपुरी को छोड़ दें तो शेष सभी 9 सीटों पर मतदान प्रतिशत कम रहा। फिरोजाबाद संसदीय सीट पर इस बार महज 53.99 फीसदी मदतन हुए, जबकि साल-2019 में 59.12 फीसदी मतदान हुआ था। यानि 5 फीससी मतदान कम हुआ है। मतदान प्रतिशत कम होने से किसे फायदा हुआ और किसे नुकसान हुआ, इस पर सभी उम्मीदवारों के रणनीतिकार माथापच्ची में जुटे हुए हैं।
साल- 2014 में यूपीए-2 के खिलाफ लोगों में नाराजगी थी और नरेंद्र मोदी पर मुख्य फोकस था। वहीं साल- 2019 में पुलवामा और सर्जिकल स्ट्राइक की वजह से एक नेशनल प्राइड के मुद्दे को लेकर उत्साह था, लेकिन इस बार कोई लहर नहीं दिख रही है। हालांकि ऐसा भी नहीं है कि बीजेपी के लिए लोग वोट नहीं कर रहे हैं, लेकिन पिछले दो चुनावों की तरह नहीं है।