यूपी में 2024 के पहले घोसी की जंग, उपचुनाव के लिए भाजपा ने दारा सिंह चौहान को बनाया अपना उम्मीदवार,सपा से हैं सुधाकर सिंह
मऊ। उत्तर प्रदेश के मऊ जिले की घोसी विधानसभा सीट पर होने वाले उपचुनाव के लिए भारतीय जनता पार्टी ने अपने उम्मीदवार के नाम का ऐलान कर दिया है। भाजपा ने घोसी सीट पर होने वाले उपचुनाव के लिए दारा सिंह चौहान को ही उम्मीदवार बना दिया है। दारा सिंह एक बार फिर घोसी से ही चुनाव लड़ेंगे और अपनी सीट बचाने की जिम्मेदारी होगी। बता दें कि दारा सिंह चौहान हाल ही में समाजवादी पार्टी छोड़कर भाजपा में शामिल हुए थे।
दारा सिंह चौहान के फिर से मैदान में आने के कारण घोसी सीट का उपचुनाव काफी दिलचस्प हो गया है। अब दारा सिंह पर अपनी सीट बचाने की जिम्मेदारी है तो सपा भी उन्हें मात देकर अपनी ताकत दिखाना चाहेगी। घोसी में मतदान 5 सितंबर और मतगणना 8 सितंबर को होगी। सपा ने रविवार को सुधाकर सिंह को प्रत्याशी होने की घोषणा की है। घोसी सीट पर राजभर मतदाताओं की संख्या अच्छी खासी है।
पिछली बार सुहेलदेव भारतीय समाज पार्टी के मुखिया ओमप्रकाश राजभर सपा के साथ थे,जबकि इस बार ओपी राजभर भाजपा के साथ हैं।दारा सिंह चौहान की नोनिया जाति के भी मतदाता यहां निर्णायक भूमिका में माने जाते हैं।सपा घोसी सीट पर जीत हासिल कर यह संदेश देना चाहेगी कि राजभर और चौहान के भाजपा में जाने के बाद भी पार्टी यहां मजबूत है।
इस उपचुनाव के परिणाम से यह भी पता चलेगा कि पूर्वांचल के इन दोनों कद्दावर नेताओं के साथ आने का भाजपा को कितना फायदा मिला।बता दें कि दारा सिंह चौहान ने बहुजन समाज पार्टी से अपने सियासी करियर की शुरुआत की थी।बसपा ने दारा सिंह को 1996 और 2000 में राज्यसभा सदस्य भी बनाया था। 2009 में बसपा के टिकट से घोसी लोकसभा से चुनाव लड़ा था और जीत दर्ज की थी। इसके बाद दारा सिंह 2015 में भारतीय जनता पार्टी में शामिल हो गए थे। 2017 में भाजपा से विधानसभा का चुनाव लड़ा था।
इसके बाद 2022 में सपा में शामिल हो गए।सपा ने 2022 विधानसभा चुनाव में दारा सिंह को घोसी से अपना उम्मीदवार बनाया और उन्होंने जीत हासिल की। 2022 में सपा में शामिल हुए दारा सिंह सपा में ज्यादा दिन तक टिक नहीं पाए और 2023 में एक बार फिर भाजपा का दामन थाम लिया। भाजपा ने दारा सिंह को घोसी से अपना उम्मीदवार बनाया है। 2024 लोकसभा चुनाव से पहले होने जा रहा घोसी उपचुनाव काफी दिलचस्प होने जा रहा है,जहां सपा एक बार फिर घोसी पर अपना परचम लहराने की कोशिश कर रही है तो वहीं भाजपा सपा को मात देने की तैयारी में है।