भारत-पाकिस्तान का युद्ध होता है तो इस एक्सप्रेस-वे की एयरस्ट्रिप कितनी आएगी काम,आइए जानें
उन्नाव। जम्मू-कश्मीर के अनंतनाग जिले के पहलगाम में बैसारन घाटी में 22 अप्रैल को हुए आतंकी हमले में 26 पर्यटकों की मौत हो गई। इस आतंकी हमले के बाद भारत और पाकिस्तान के रिश्ते और भी खराब हो गए हैं। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के कड़े फैसले से पाकिस्तान का पैजामा गीला हो है।
बांगरमऊ कोतवाली क्षेत्र के खंभौली के पास आगरा-लखनऊ एक्सप्रेस-वे पर 3.5 किलोमीटर लंबी एयरस्ट्रिप बनी है।इस एयरस्ट्रिप से युद्ध के दौरान एयरबेस को निशाना बनाए जाने पर लड़ाकू विमानों को इस पर उतारकर पड़ोसी दुश्मन देश पर हमला करना है।इस एयरस्ट्रिप पर बीते नौ साल में तीन बार एयरफोर्स के अफसर सुखोई,जगुआर,मिराज,मालवाहक विमान AN-32 लैंड कर चुके हैं और टेक ऑफ कर चुके हैं।
राफेल और मिराज फाइटर प्लेन भी यहां टच डाउन कर चुके हैं,जिससे एयरफोर्स की ताकत और एयरस्ट्रिप की उपयोगिता पर मुहर लग चुकी है।पहलगाम आतंकी हमले के बाद पाकिस्तान के साथ माहौल तनावपूर्ण है,ऐसे में इस एयरस्ट्रिप की सुरक्षा बढ़ाने के साथ ही मेंटेनेंस पर भी एयरफोर्स का फोकस है। एयरस्ट्रिप पर कंट्रोल रूम बनाकर लड़ाकू विमानों का मूवमेंट भी हो चुका है। 302 किलोमीटर लंबे लखनऊ-आगरा एक्सप्रेसवे पर यह एयरस्ट्रिप बनी हुई है।एयर शो से एयरस्ट्रिप की दक्षता को परखा जा चुका है।अब अगर जरूरत पड़ती है तो वायुसेना इसका उपयोग कर पाकिस्तान को करारा जवाब दे सकती है।
बता दें कि पहलगाम आतंकी हमले ने देश को हिलाकर रख दिया है।पूरे देश में गुस्सा और आक्रोश है।मोदी सरकार पर 140 करोड़ लोगों की उम्मीदों का भारी बोझ है।साथ ही पहलगाम में हमला करने वाले आतंकियों से हिसाब बराबर करने की जिम्मेदारी भी बढ़ती जा रही है।पाकिस्तान की तरफ से लगातार युद्ध की धमकियों से सेना हाई अलर्ट पर हैं,ऐसे में एयरफोर्स खास तौर पर अलर्ट पर है।सशक्त भारत की एयरफोर्स अब एयरबेस से ही नहीं,बल्कि लखनऊ-आगरा एक्सप्रेस-वे पर बनी हाईटेक एयरस्ट्रिप से उड़ान भरकर पाकिस्तान को तबाह कर सकती है।