लखनऊ में भीमराव आंबेडकर की प्रतिमा को लेकर बवाल; भीड़ ने किया पथराव, पुलिस ने लाठीचार्ज कर दागे आंसू गैस के गोले
यह पुलिसकर्मी हुए घायल…
महिगंवा थाने के दारोगा रामेन्द्र सिंह, हेड कांस्टेबल जय प्रकाश, लाल मोहम्मद, बीकेटी थाने के दारोगा शेष मणि मिश्रा घायल हुए हैं। जबकि पथराव करने वालों में शामिल सावित्री, पूजा, कोमल, रूबी, मुन्नी होलिका भी चोटिल हुई हैं। उपजिलाधिकारी बख्शी का तालाब सतीश चंद्र त्रिपाठी भी मौके पर पहुंचे हैं। बिना प्रशासनिक अनुमति के ग्राम समाज की जमीन पर लगाई गई मूर्ति को हटाने पहुंचे पुलिस व प्रशासनिक अधिकारियों को ग्रामीणों के भारी विरोध और हिंसा का सामना करना पड़ा। मामला उस समय बिगड़ गया जब प्रशासन की टीम मूर्ति हटाने पहुंची और ग्रामीणों ने विरोध करते हुए पुलिस टीम पर पथराव शुरू कर दिया। पथराव में कई पुलिसकर्मी घायल हुए हैं।
हालात काबू से बाहर होते देख, पुलिस की तरफ से हवाई फायरिंग की भी सूचना मिली है। प्रशासन का कहना है, “बिना अनुमति के मूर्ति स्थापित करना कानून का उल्लंघन है, इसे नहीं रहने दिया जा सकता। भीड़ ने कानून अपने हाथ में लिया है।” वहीं, ग्रामीणों का कहना है, “मूर्ति हमारी आस्था से जुड़ी है, इसे हटाना स्वीकार नहीं। पुलिसबल दिखाकर हमारी भावनाओं को कुचला जा रहा है।” सैकड़ों ग्रामीण पहाड़पुर चौराहे पर धरने पर बैठ गए थे, बड़ी संख्या में महिलाएं, बुज़ुर्ग भी प्रदर्शन में शामिल थी तीन दिन पहले ग्राम प्रधान के प्रस्ताव पर यह मूर्ति स्थापित की गई थी।
जिसके बाद पुलिस ने प्रधान प्रतिनिधि को हिरासत में ले लिया। लेकिन ग्रामीणों का गुस्सा लगातार बढ़ता जा रहा था और एक का एक ग्रामीणों ने पुलिस पर पथराव करना शुरू कर दिया। पथराव के बाद स्थिति तनाव पूर्ण हो गई बड़ी संख्या में पुलिस बल को बुलाया गया लेकिन पथराव में कई पुलिस कर्मी भी घायल हो गए जिनको इलाज के लिए अस्पताल भेजा गया और प्रशासन हालात पर काबू पाने की कोशिशों में जुटा है।