अतीक-अशरफ की हत्या के 42 घंटे बाद प्रयागराज-कौशांबी में इंटरनेट हुआ बहाल तनाव अभी भी है बरकरार
प्रयागराज माफिया अतीक अहमद और उसके भाई अशरफ की बीते शनिवार तीन बदमाशों ने गोली मारकर हत्या कर दी थी। घटना के बाद पुलिस ने शहर की सुरक्षा बढ़ा दी थी और एहतियातन इंटरनेट सेवा को बंद कर दिया था। हत्या की घटना को तीन दिन हो गए हैं। पुलिस के अधिकारियों के अनुसार, शहर में शांतिपूर्ण माहौल है। फिर से इंटरनेट को बहाल कर दिया गया है। पहले डीएम के यहां से जो आदेश आया था, उसमें आज तक के लिए इसे बंद रखने का निर्देश था। वहीं, कौशाम्बी में भी इंटरनेट सेवा बहाल कर दी गई है। प्रयागराज के जिन इलाकों में अतीक का दबदबा था, वहां अब भी सन्नाटा पसरा हुआ है। वहां तनाव अब भी बरकरार है। पुलिस के अधिकारियों ने अतीक-अशरफ की हत्या में शामिल बदमाशों से पूछताछ की है। तीनों बदमाशों ने घटना को अंजाम देने के बाद भागने की कोशिश नहीं की, इसके बाद पुलिस ने मौके से उन्हें गिरफ्तार कर लिया था। बीते 24 फरवरी को राजू पाल हत्याकांड के प्रमुख गवाह रहे उमेश पाल की बेरहमी से बदमाशों ने गोली मारकर हत्या कर दी थी। पुलिस ने अबतक इस हत्याकांड में शामिल अतीक के बेटे सहित तीन बदमाशों को एनकाउंटर में ढेर कर दिया है।
इस केस में अतीक की पत्नी शाइस्ता परवीन भी आरोपी है। लेकिन, वह फरार हो गई है। उसकी गिरफ्तारी को लेकर यूपी एसटीएफ ने छापेमारी तेज कर दी है। अतीक को हाल ही में गुजरात से उमेश पाल अपहरण केस में गुजरात से प्रयागराज लाया गया था वहीं, अशरफ को बरेली जेल से पुलिस की एक टीम प्रयागराज लाई थी। यहां पर कोर्ट ने अतीक सहित दो अपराधियों को उम्र कैद की सजा सुनाई थी। वहीं, अशरफ को आरोपों से मुक्त कर दिया था। इस केस के बाद अतीक को गुजरात जेल भेज दिया गया था। लेकिन, यूपी पुलिस दोबारा अतीक को गुजरात से प्रयागराज लाई। पुलिस के अधिकारियों का कहना था कि उमेश पाल हत्याकांड में इस बार पूछताछ के लिए लाया गया था। वहीं, पुलिस अशरफ को भी प्रयागराज लाई। इसी बीच, पुलिस की सुरक्षा में दोनों भाई बात कर रहे थे, तभी तीन बदमाशों ने गोलियां बरसाकर दोनों की हत्या कर दी। पुलिस अतीक की पत्नी की भी तलाश में जुटी हुई है। वहीं, इस हत्याकांड से जुड़ा बदमाश गुड्डू मुस्लिम अभी भी फरार है।