नई दिल्ली। कोलकाता रेप-हत्या मामले का मुख्य आरोपी संजय राय ट्रेनी महिला डॉक्टर से पहले किसी महिला मरीज, तीमारदार या किसी नर्स की तलाश में था,लेकिन जब उसे कोई नहीं मिला तो उसने सेमिनार हॉल में सो रही प्रशिक्षु महिला डॉक्टर के साथ घटना को अंजाम दिया।इस मामले को लेकर हर दिन नए खुलासे हो रहे हैं। सीबीआई की टीम फिलहाल इस पूरे मामले की जांच कर रही है। सीबीआई ने कुछ दिन पहले ही मुख्य आरोपी संजय राय का पॉलिग्राफी टेस्ट भी करवाया था।पुलिस सूत्रों के अनुसार मुख्य आरोपी संजय राय घटना वाले दिन दोपहर से ही एक ऐसी महिला की तलाश में था जो अकेली हो।घटना वाले दिन पहले संजय राय अपने दोस्त सौरभ ( जो खुद भी एक वॉलिंटियर है) के साथ रेड लाइड एरिया सोनागाझी और कालीघाट गया था।वहां संजय की पैसे को लेकर बात नहीं बनी थी,लेकिन संजय राय तब से किसी ऐसी महिला की तलाश में था जो अकेली हो।
पुलिस सूत्रों के अनुसार रेड लाइट एरिया से लौटने के बाद संजय राय आरजी कर अस्पताल की तरफ बढ़ा।आरजी कर अस्पताल पहुंचने से पहले आरोपी संजय राय ने रास्ते में एक लड़की के साथ छेड़छाड़ भी की थी।संजय राय जैसे ही आरजी कर अस्पताल के बाहर पहुंचा तो उसने पहले कोई मरीज या तीमारदार (मरीज के साथ रहने वाले) को अपना टारगेट बनाना चाहा, लेकिन उसे लगा कि अगर अस्पताल के बाहर ऐसा कुछ करता है तो हल्ला मच जाएगा।इसके बाद ही संजय राय अस्पताल के अंदर गया।अंदर प्रवेश करने के बाद उसने पहले ऑपरेशन थियेटर की तरफ किसी डॉक्टर, नर्स या महिला मरीज को अपना शिकार बनाने की कोशिश की, लेकिन वहां संजय राय को कोई नहीं मिला।
अस्पताल के अंदर जब संजय राय ऑपरेशन थियेटर से होता हुआ सेमिनार हॉल की तरफ बढ़ा।सेमिनार हॉल में जाते हुए वहां प्रशिक्षु महिला डॉक्टर अकेले सोते हुए मिल गई।संजय राय को ऐसे ही किसी शिकार की तलाश थी।पुलिस सूत्रों के अनुसार आरोपी संजय राय ने पहले पीड़िता को बेहोश किया और बाद में उसके साथ रेप किया।हालांकि ये अभी जांच का विषय है कि आरोपी ने महिला डॉक्टर की पहले हत्या की और बाद में उसके साथ रेप किया।या फिर पहले रेफर किया फिर हत्या की।
पुलिस सूत्रों के अनुसार आरोपी संजय राय एक अच्छा बॉक्सर भी रहा है। इसलिए उसे ये भी पता था कि गले में कौन सी जगह दबाने से कोई बेहोश हो सकता है।इसलिए संजय राय ने जाते ही महिला डॉक्टर का गला दबा दिया।इस बीच महिला डॉक्टर ने अपने बचाव की काफी कोशिश की,लेकिन वो सफल नहीं हो पाई।आरोपी संजय राय ने महिला डॉक्टर के साथ रेप करने के बाद उसकी हत्या की और इस घटना को करीब 40 मिनट में अंजाम देकर मौके से फरार हो गया।
घटना को अंजाम देने के बाद आरोपी संजय राय मौके से फरार तो हो गया,लेकिन मौके से भागते हुए उससे एक गलती हो गई।संजय राय का ब्लूटूथ मौके पर ही गिर गया।घटना की जानकारी मिलने के बाद पुलिस मौके पर पहुंची तो उसे वहां से एक ब्लूटूथ मिला।पुलिस ने मुख्य आरोपी संजय राय से जब ब्लूटूथ के बारे में पूछा तो उसने कहा कि ये मेरा नहीं है।इसके बाद पुलिस ने संजय राय के फोन की MAC ID से उस ब्लूटूथ की पहचान की।इसके बाद ये साफ हो गया कि वो ब्लूटूथ संजय राय का ही है।
संजय राय की पहचान करने और उसकी गिरफ्तारी से पहले कोलकाता पुलिस को कई चीजों को जांचना पड़ा था।पुलिस सूत्रों के अनुसार जांच में जुटी पुलिस ने जिस रात इस घटना को अंजाम दिया उस रात भर्ती सभी मरीजों, उनके तीमारदारों, ड्यूटी पर तैनात डॉक्टरों, नर्सों, अस्पताल के स्टॉफ और सिक्योरिटी गार्ड की पूरी लिस्ट तैयार की थी।इसके बाद सबसे पूछताछ की गई।पूछताछ के बाद अस्पताल के सीसीटीवी फुटेज की जांच की गई। इसी सीसीटीवी फुटेज में संजय राय दिखा।संजय राय अस्पताल में आते और बाद में वहां से बदहवास हालत में बाहर आते हुए दिखा। संजय राय को अस्पताल की पुलिस चौकी के स्टॉफ ने पहचाना था।
पुलिस ने जब संजय राय के फोन की जांच की तो उसके फोन से सैंकड़ों पोर्न वीडियो देखने की हिस्ट्री का पता चला था।संजय राय फोन को इंटरनेट के इस्तेमाल से इन वीडियो को देखता था।संजय राय पोर्न वीडियो भी अजीब किस्म के ही देखता था।पुलिस पूछताछ में संजय राय ने बताया कि उसने ट्रेनी डॉक्टर के साथ जो कुछ किया उसे लेकर उसे कोई पछतावा नहीं है।