टॉप 10 बदमाशों की लिस्ट में शामिल होगा माफिया अजीत शाही, जेल में मिलने आने वालों पर होगी अधिकारियों की नजर
उत्तर प्रदेश के गोरखपुर के माफिया अजीत शाही का नाम जिले के टॉप 10 बदमाशों की सूची में शामिल करने की तैयारी चल रही है। शाहपुर पुलिस माफिया के विरुद्ध पहले से दर्ज मुकदमों की स्थिति देख रही है। माफिया से जेल में कौन मिल रहा है, इस पर जेल अधिकारियों की नजर है। धमकी देने के मामले में ढाई वर्ष से जारी हो रहे गैर जमानती वारंट के मामले में माफिया अजीत शाही 18 मई को न्यायालय में हाजिर हुआ। शाहपुर थाना पुलिस 12 मई को दर्ज हुए जबरिया वसूली, धमकी, बलवा के मुकदमे में उसे ढूंढ रही थी। एसएसपी डॉ. गौरव ग्रोवर ने 25 हजार रुपये का इनाम घोषित किया था। उसकी तलाश में क्राइम ब्रांच के साथ ही कैंट व शाहपुर थाने की चार टीमें गोरखपुर के अलावा देवरिया में छापेमारी कर रही थीं, लेकिन पुलिस को चकमा देकर वह पुराने मुकदमे में हाजिर हो गया। कोविड प्रोटोकाल की वजह से जेल प्रशासन ने माफिया को मिलेनियम बैरक में रखा है, जहां से एक सप्ताह बाद उसे दूसरी जगह शिफ्ट किया जाएगा।
जेल में माफिया से कौन मिल रहा है, पुलिस इस बारे में भी जानकारी जुटा रही है। 12 मई को दर्ज मुकदमे की विवेचना कर रही शाहपुर थाना पुलिस ने वादी दी रेलवे कोआपरेटिव बैंक के सचिव धीरेंद्र श्रीवास्तव समेत 25 कर्मचारियों का बयान दर्ज किया है। माफिया अजीत शाही प्रकरण में किरकिरी होने के बाद पुलिस अब जिले के सभी माफिया की कुंडली खंगाल रही है। इसमें विनोद उपाध्याय, राजन तिवारी, सुधीर सिंह, राकेश यादव, प्रदीप सिंह, चंदन सिंह का नाम प्रमुख है। इन पर दर्ज जितने मुकदमे में आरोप पत्र दाखिल है उसका विवरण जुटाने के बाद सजा दिलाने के लिए न्यायालय में पुलिस पैरवी करेगी। सुधीर व विनोद के विरुद्ध न्यायालय से गैर जमानती वारंट जारी है। एसपी सिटी कृष्ण कुमार बिश्नोई ने बताया कि अजीत शाही का नाम टाप 10 की सूची में शामिल किया जाएगा। उसकी काली कमाई को चिह्नित कर गैंगस्टर एक्ट के तहत पुलिस जब्त कराएगी।