यूपी के हाथरस में सत्संग के दौरान अचानक भगदड़ से अब तक 100 से ज्यादा लोगों की हुई मौत, मौत का मंजर देख लोगों के काँप उठे रूह
उत्तर प्रदेश के हाथरस में एक सत्संग मातम में बदल गया। यहां पर मची भगदड़ में करीब 100 से ज्यादा लोगों की मौत हो गई है। साथ ही इस हादसे में 150 से अधिक श्रद्धालु घायल भी हो गए हैं। हाथरस भगदड़ में मरने वालों में ज्यादातर महिलाएं और बच्चे शामिल हैं। यह भगदड़ सिकंदराराऊ थाना क्षेत्र के फुलरई गांव में आयोजित भोले बाबा के सत्संग में मची।
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने लोकसभा में हाथरस सत्संग हादसे पर दुख जताया और कहा कि भगदड़ में लोगों की मौत दुखद है। उन्होंने कहा कि पीड़ितों की हर संभव मदद की जाएगी। साथ ही मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने भी घटना पर दुख व्यक्त किया है और हादसे की जांच के लिए एक कमेटी का गठन किया है। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने हाथरस में भगदड़ की घटना पर लोकसभा में कहा, “मारे गए लोगों के प्रति संवेदना प्रकट करता हूं और घायलों के शीघ्र ठीक होने की कामना करता हूं, प्रशासन राहत एवं बचाव कार्य में जुटा हुआ है।”
“हाथरस के जिलाधिकारी आशीष कुमार पटेल ने बताया कि हाथरस में 50 से 60 शव लाए गए हैं। वहीं एटा सीएमओ के मुताबिक, अब तक एटा में 27 शव पहुंच चुके हैं। एसएसपी एटा राजेश कुमार ने बताया कि एटा पहुंचे 27 शवों में 23 महिलाएं, तीन बच्चे और एक पुरुष शामिल है। अभी तक कुल 100 से ज्यादा लोगों की मौत हो गई है और करीब 150 लोग घायल हैं। जानकारी के मुताबिक, घायलों को बस-टैंपों में लादकर जिला अस्पताल ले जाया गया। डीएम और एसपी मौके पर पहुंच गए है। साथ ही मौके पर कई थानों की फोर्स भी बुलाई गई है।”
बिखरा सामान, चारों ओर सन्नाटा… मौके पर अब क्या है, स्थिति…
सिंकदाराऊ से 5 किमी दूर एटा रोड पर सत्संग का यह टैंट लगा है। खुले खेत में करीब 100 बीघे में सत्संग का आयोजन किया गया था। आयोजन में अचानक भगदड़ हो जाने से जो लोग गिरे तो वह उठ न सका। थोड़ी ही देर में जमीन पर शवों का ढेर लगा गया। सत्संग मातम में बदल गया। टाट-पट्टी बिखरी पड़ी है। चारों तरफ सन्नाटा है। कुछ देर पहले वहां क्या हुआ होगा, उसकी गवाही चारों तरफ बिखरा लोगों का सामान दे रहा है।
आखिर भगदड़ कैसे हुई ? टैंट को देखने पर एंट्री और एग्जिट गेट पर शक होता है। अंदर जाने और निकलने के लिए बहुत छोटा रास्ता बनाया गया था। बताया जा रहा है कि भगदड़ की वजह गर्मी, उमस और घुटन है। बंद टेंट में लोगों ने बाहर आना शुरू किया और फिर भगदड़ मच गई। आयोजकों की घोर लापरवाही से यह घटना घटित हुई जो अति दुखद है।
10 सालों से चल रहा था सत्संग, हजारों लोग थे जुटे…
स्थानीय लोगों के मुताबिक करीब 10 सालों से सत्संग चल रहा था। मंगलवार को हाथरस के सिकंदराराऊ के रत्तीभानपुर में सत्संग हो रहा था, सत्संग में करीब 5 से 10 हजार लोग जुटे हुए थे। रिपोर्ट्स के मुताबिक गर्मी ज्यादा थी और भगदड़ हो गई। एक के ऊपर एक लोग भागने लगे, यह जानलेवा साबित हुआ। अभी तक 87 की मौत की खबर, करीब 150 घायल बताए जा रहे हैं। घायलों को ऐटा ले जाया गया, कुछ को सिकंदराराऊ के ट्रोमा सेंटर में भर्ती कराया गया।
मृतकों के परिजनों को 2-2 लाख रुपये का मुआवजा…
हाथरस की दुर्घटना पर मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने मृतकों के परिजनों को 2-2 लाख रुपये और घायलों को 50-50 हजार रुपये की आर्थिक सहायता देने के निर्देश दिए हैं। साथ ही इस मामले में कार्यक्रम के आयोजकों के विरुद्ध एफआईआर दर्ज की जाएगी। प्रशासन आयोजकों के खिलाफ बड़ी कार्रवाई की तैयारी में है।
कौन है, सत्संग वाले बाबा नारायण साकार हरि…
हाथरस में बाबा नारायण साकार हरि के सत्संग में भगदड़ मची। पुलिस के मुताबिक, फुलरई गांव में नारायण साकार हरि का सत्संग चल रहा था। सत्संग वाली जगह छोटी थी और भीड़ बहुत ज्यादा थी। नारायण साकार हरि एटा के बहादुर नगरी गांव के रहने वाले हैं। उनकी शुरुआत पढ़ाई लिखाई यहीं हुई। कॉलेज के बाद वो आईबी में नौकरी करने लगे और बाद में आध्यात्म की तरफ मुड़ गए। उन्होंने बाद में अपना नाम बदलकर नारायण साकार हरि रख लिया। वह गेरुआ कपड़े नहीं पहनते और सफेद सूट, टाई और जूते में नजर आते हैं। उनकी उत्तर प्रदेश के जिलों में अच्छी पैठ है।
राष्ट्रपति ने हादसे पर जताया दुख…
राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू ने भी हादसे पर दुख जताया है। उन्होंने एक्स पर कहा, “उत्तर प्रदेश के हाथरस जिले में हुई दुर्घटना में महिलाओं और बच्चों सहित अनेक श्रद्धालुओं की मृत्यु का समाचार हृदय विदारक है। मैं अपने परिवारजनों को खोने वाले लोगों के प्रति गहन शोक संवेदना व्यक्त करती हूं तथा घायल हुए लोगों के शीघ्र स्वस्थ होने की कामना करती हूं।”
CM योगी ने घटना पर जताया दुख…
मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने हाथरस हादसे को दुर्घटना पर दुख जताते हुए अपने एक एक्स पोस्ट में कहा, “जनपद हाथरस की दुर्भाग्यपूर्ण दुर्घटना में हुई जनहानि अत्यंत दुःखद एवं हृदय विदारक है। मेरी संवेदनाएं शोक संतप्त परिजनों के साथ हैं। संबंधित अधिकारियों को राहत एवं बचाव कार्यों के युद्ध स्तर पर संचालन और घायलों के समुचित उपचार हेतु निर्देश दिए हैं।”
कांग्रेस अध्यक्ष खरगे ने भी घटना पर जताया दुख…
वहीं कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खरगे ने भी हादसे पर दुख जताया है। उन्होंने अपने एक एक्स पोस्ट में कहा, “उत्तर प्रदेश के हाथरस के सत्संग में भगदड़ मच जाने से कई श्रद्धालुओं की मृत्यु की खबर बेहद पीड़ादायक है। हादसे के दृश्य अत्यंत हृदयविदारक हैं। शोकाकुल परिवारों के प्रति हम गहरी संवेदनाएं व्यक्त करते हैं। सरकार एवं प्रशासन से आग्रह करते हैं कि घायलों के उपचार में कोई कमी न रखें व पीड़ितों को त्वरित मुआवज़ा उपलब्ध कराया जाए। विपक्षी दलों के कार्यकर्ताओं से अनुरोध है कि हादसे में पीड़ित लोगों को हर संभव मदद पहुंचाएं।”
राहुल गांधी ने भी हादसे पर दुख जताया है। उन्होंने कहा, “उत्तर प्रदेश के हाथरस में सत्संग के दौरान मची भगदड़ से कई श्रद्धालुओं की मृत्यु का समाचार अत्यंत पीड़ादायक है। सभी शोकाकुल परिजनों को अपनी गहरी संवेदनाएं व्यक्त करते हुए घायलों के शीघ्र स्वस्थ होने की आशा करता हूं। सरकार और प्रशासन से अनुरोध है कि घायलों को हर संभव उपचार एवं पीड़ित परिवारों को राहत उपलब्ध कराएं। INDIA के सभी कार्यकर्ताओं से अनुरोध है कि राहत और बचाव में अपना सहयोग प्रदान करें। “
सीएम योगी ने अधिकारियों को दिए निर्देश…
उत्तर प्रदेश सरकार ने हाथरस की घटना के बाद मुख्य सचिव और डीजीपी को हाथरस के लिए रवाना किया है। मुख्यमंत्री के निर्देश पर अधिकारियों के अलावा मंत्री लक्ष्मी नारायण और संदीप सिंह भी हाथरस जाकर हालात का जायजा लेंगे। इस मामले में मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने संज्ञान लेते हुए अधिकारियों से राहत कार्य में जुटने के लिए कहा है। साथ ही उन्होंने अधिकारियों को तत्काल मौके पर पहुंच कर राहत कार्य में तेजी लाने के निर्देश दिये हैं।
हाइसे की जांच के लिए गठित की गई टीम…
मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने हादसे की जांच के लिए कमेटी गठित की है। इस हादसे की अलीगढ़ मंडल के वरिष्ठ अफसर की कमेटी जांच करेगी। एडीजी आगरा और कमिश्नर अलीगढ़ की अध्यक्षता में कमेटी का गठन किया गया है।
सोशल मीडिया पर हादसे के कई वीडियो वायरल…
सोशल मीडिया पर इस घटना के कई वीडियो आए हैं, जिनमें कई लोग अस्पताल परिसर के बाहर अचेत अवस्था में नजर आ रहे हैं।