दिल्ली में दो नाबालिग बच्चों की निर्मम तरीके से हत्या की वारदात सामने आई है। शनिवार की दोपहर करीब 2 बजे पांडव नगर थाना पुलिस को एक कॉल मिली कि श्यामजी नाम का शख्स लापता है, उनका घर शुक्रवार से बाहर से बंद है। यह जानकारी मिलते ही फौरन पुलिस की टीम मौके पर पहुंचती है। पुलिस को पूर्वी दिल्ली के शशि गार्डन की गली नंबर 6 का वह घर बाहर से बंद मिलता है।
पूछताछ करने के बाद पुलिस दरवाजे को तोड़ती है और जैसे ही घर के अंदर दाखिल होती है तो उनके पैरों तले जमीन निकल जाती है। घर के अंदर दो बच्चों की लाश पड़ी थी और उन दोनों बच्चों की लाशों के पास उनकी मां जख्मी हालत में पड़ी थी। पुलिस ने जब चेक किया तो मां की सांसे चल रही थी और फौरन ही उनको एम्स अस्पताल के लिए रेफर किया गया। पुलिस ने अपनी तफ्तीश शुरू कर दी।
मृत बच्चों के पास लहूलुहान पड़ी थी मां
डीसीपी ईस्ट दिल्ली अपूर्वा गुप्ता के मुताबिक, 42 साल के श्यामजी नाम के शख्स के भाई का फोन पुलिस को पांडव नगर थाना पुलिस को आया था। उसने पुलिस को बताया कि शुक्रवार से वह जब घर जा रहा है, तो घर का दरवाजा बंद मिला और कोई फोन नहीं उठा रहा है। इसके बाद पुलिस जब मौके पर पहुंची तो दो बच्चों की लाश मिली। करीब 15 साल का बेटा कार्तिक जमीन पर लहूलुहान हालत में मृत पड़ा था, जबकि उसके पास ही नौ साल की उसकी बहन आस्था भी मृत पड़ी हुई थी। उनके पास ही करीबन 38 साल की मां सन्नो जख्मी हालत में पड़ी हुई थी।
8 महीने पहले खरीदा था मकान
पुलिस अधिकारी अपूर्व गुप्ता ने कहा कि श्यामजी पूर्वी दिल्ली में ही चाय की दुकान लगाता था। उसकी पत्नी सन्नो अपने दो बच्चों के साथ करीब 8 महीने पहले शशि गार्डन के गली नंबर 6 के तीसरी मंजिल के फ्लैट में शिफ्ट हुई थी। इन्होंने यह मकान खरीदा था और अब इसी मकान में दोनों बच्चों की लाश मिली है।
बच्चों की हत्या कर फरार हो गया पिता!
पुलिस ने कहा कि श्यामजी प्रतापगढ़ का रहने वाला है और शुक्रवार से ही रहस्यमय हालात में लापता है। पुलिस को शक है कि श्यामजी ने अपने दोनों बच्चों की हत्या कर पत्नी की जान लेने की कोशिश की और उसके बाद घर के बाहर से ताला लगाकर वह फरार हो गया। पुलिस श्यामजी की तलाश कर रही है। जिससे इस डबल मर्डर की हत्या का पता लग सके। साथ ही पुलिस कई एंगल पर जांच कर रही है। इसमें आपसी रंजिश, एक्स्ट्रा मैरिटल अफेयर या फिर गृह कलेश जैसे एंगल भी शामिल हैं।
कल से लापता था पिता
दोनों बच्चों की मौत की खबर लगते ही गली में भीड़ इकट्ठी हो गई। तमाम रिश्तेदार और पास में ही श्यामजी के रहने वाले भाई भी मौके पर पहुंचे। स्थानीय लोगों में किसी को यकीन नहीं हो रहा की नौवीं क्लास में पढ़ने वाले कार्तिक और छठी क्लास में पढ़ने वाली आस्था की इतनी निर्माता से हत्या कर दी गई है। रिश्तेदार विजय का कहना है कि कल से घर पर ताला लगा था, कोई जवाब नहीं दे रहा था तो आज पुलिस को बुलाया गया और अंदर दोनों बच्चों की लाश मिली है।
क्या पिता ने ही किया बच्चों का कत्ल?
गली में मौजूद सभी के जुबान पर सिर्फ एक सवाल है कि आखिर इन दोनों बच्चों की हत्या किसने और क्यों की है? क्या वाकई एक पिता ने अपने दोनों बच्चों की हत्या कर अपनी पत्नी की जान लेने की कोशिश की और फरार हो गया या फिर इस हृदय विदारक घटना के पीछे जिम्मेदार कोई और ही है? पुलिस ने दोनों बच्चो को लाशों की पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया है। पुलिस आसपास की सीसीटीवी फुटेज खंगाले रही है। पड़ोसी और रिश्तेदारों से पूछताछ की जा रही है। रहस्यमय हालात में गायब श्यामजी की तलाश के साथ ही तमाम एंगल पर काम कर रही है।