मेरे चरित्र की हत्या की जा रही है’, संध्या थिएटर हादसे पर इमोशनल हुआ ‘पुष्पा’, एक्टर अल्लू अर्जुन ने कही ये बात
साउथ के सुपरस्टार एक्टर अल्लू अर्जुन इससे पहले कि अपनी सुपरहिट फिल्म ‘पुष्पा 2’ का जश्न मनाते, इससे पहले ही वो एक गंभीर मामले में आरोपी बन गई। फिल्म के प्रीमियर के दौरान 4 दिसंबर की संध्या थिएटर में हुई भगदड़ में एक महिला की मौत हो गई थी, जिसके लिए पुलिस ने एक्टर अल्लू अर्जुन को भी आरोपी बनाया। एक रात जेल में बिताने के बाद अंतरिम जमानत पर बाहर आए ‘पुष्पा’ स्टार अल्लू अर्जुन ने अब शनिवार को एक प्रेस कॉन्फ्रेस कर थिएटर हादसे पर दुख जताया और पीड़ित परिवार के प्रति अपनी संवेदना व्यक्त की। साथ ही अल्लू अर्जुन ने ये भी कहा कि उनके चरित्र की हत्या की जा रही है।
मेरे चरित्र की हत्या की जा रही…
‘पुष्पा 2’ फेम एक्टर अल्लू अर्जुन ने कहा, ‘यह बहुत दुर्भाग्यपूर्ण घटना है। यह पूरी तरह से एक दुर्घटना है। परिवार के प्रति मेरी संवेदना है। मैं बच्चे (अस्पताल में भर्ती) की स्थिति के बारे में हर घंटे अपडेट ले रहा हूं। उसकी हालत में सुधार हो रहा है, यह बहुत अच्छा है। बहुत सारी गलत सूचनाएं हैं, झूठे आरोप लगाए जा रहे हैं। मैं किसी विभाग या राजनेता को दोष नहीं देना चाहता। मेरे चरित्र की हत्या की जा रही है। कृपया मुझे जज न करें। मैं उस तरह का व्यक्ति नहीं हूं। मैंने सम्मान कमाया है, और अगर उस पर रातों-रात सवाल उठाया जाता है, तो इसका मुझ पर गहरा प्रभाव पड़ता है। यह किसी के लिए व्यक्तिगत नहीं है। मैं अमानवीय नहीं हूं। जबकि पूरा देश जश्न मना रहा है, मैं अपने जीवन के सबसे निचले स्तर पर हूं।’
अपमानित महसूस कर रहा हूं…
उन्होंने आगे कहा, ‘मैं किसी को दोष नहीं दे रहा हूं। बहुत सी गलत बातें फैलाई जा रही हैं। मैं बेहद अपमानित महसूस कर रहा हूं। मेरी फिल्म की सफलता को एक तरफ रख दें, मैं अभी तक बाहर नहीं गया हूं या थिएटर में फिल्म नहीं देखी है।’ गौरतलब है कि ‘पुष्पा 2: द रूल’ के प्रीमियर शो के दौरान एक थिएटर में भगदड़ मामले में शुक्रवार, 13 दिसंबर शाम को तेलंगाना हाई कोर्ट ने अभिनेता को अंतरिम जमानत दे दी थी, जबकि इससे पहले उसी दिन निचली अदालत ने उन्हें 14 दिनों की न्यायिक हिरासत में भेजा था। जेल अधिकारियों द्वारा जमानत आदेश प्राप्त करने में देरी के कारण उन्हें जेल में ही रात बितानी पड़ी। जेल अधिकारियों ने अगली सुबह अभिनेता को जेल के पिछले गेट से बाहर निकाला. उन्हें एक एस्कॉर्ट वाहन में भेजा गया।