देश में ईंधन की बढती कीमतों ने आम आदमी की कमर तोड़ दी है। महंगाई भी रिकॉर्ड ऊंचाई पर पहुंच गई है। इसलिए अगर ईंधन के दाम में दो रुपये की भी कमी की जाए तो भी आम आदमी को बड़ी राहत मिल जाती है। इस बीच केंद्रीय परिवहन मंत्री नितिन गडकरी ने गुरुवार को एक बड़ा बयान दिया है। देश में पेट्रोल-डीजल की कीमतों में बढ़ोतरी के बीच उन्होंने कहा है कि अगले पांच साल में देश से पेट्रोल को खत्म कर दिया जाएगा। इसपर प्रतिबंध लगा दिया जाएगा। नितिन गडकरी गुरुवार को अकोला में डॉ. पंजाबराव देशमुख कृषि विश्वविद्यालय के 36वें दीक्षांत समारोह में बतौर मुख्य अतिथि बोल रहे थे। इस अवसर पर केंद्रीय मंत्री नितिन गडकरी को कृषि विश्वविद्यालय द्वारा ‘डॉक्टर ऑफ साइंस’ की उपाधि से सम्मानित किया गया। कार्यक्रम की अध्यक्षता राज्यपाल और विश्वविद्यालय के कुलाधिपति भगत सिंह कोश्यारी ने की।
गडकरी ने कहा कि इथेनॉल पर एक फैसले से देश को 20,000 करोड़ रुपये की बचत हुई है। निकट भविष्य में दोपहिया और चार पहिया वाहन ग्रीन हाइड्रोजन, एथेनॉल और सीएनजी पर आधारित होंगे। साथ ही उन्होंने कहा कि विदर्भ से कपास बांग्लादेश को निर्यात करने की योजना है, जिसके लिए विश्वविद्यालयों के सहयोग की आवश्यकता है। विदर्भ में किसानों की आत्महत्या को रोकने के लिए विश्वविद्यालय बहुत कुछ कर सकता है। गडकरी ने कहा कि अब विदर्भ में बने बायो-एथेनॉल का इस्तेमाल वाहनों में किया जा रहा है। ग्रीन हाइड्रोजन को कुएं के पानी से बनाया जा सकता है और 70 रुपये प्रति किलो के हिसाब से बेचा जा सकता है। गडकरी ने कहा कि अगले पांच साल में देश से पेट्रोल खत्म हो जाएगा। उन्होंने कहा कि सिर्फ गेहूं, चावल, मक्का लगाने से कोई किसान अपनी भविष्य नहीं बदल सकता है। गडकरी ने कहा कि किसानों को ऊर्जा दाता बनने की जरूरत है न कि सिर्फ खाद्य प्रदाता ।