चंबल के बीहड़ किनारे बसे गांवों में दहशत,दुधारू पशुओं का तेंदुआ कर रहा शिकार,घरों में कैद हुए ग्रामीण
आगरा। उत्तर प्रदेश के आगरा जिले में पिनाहट क्षेत्र से सटी चंबल नदी के बीहड़ में तेंदुए ने आतंक मचा रखा है। तेंदुए से ग्रामीणों में दहशत है। ग्रामीणों के मुताबिक एक हफ्ते में तेंदुए दो दर्जन पशुओं का शिकार कर चुका है। तेंदुए की डर से ग्रामीणों ने रात में खेतों जाना बंद कर दिया है। रात में ग्रामीण जागकर गांव में पहरा दे रहे हैं। पलोखरा गांव में जानवरों पर हमले को लेकर वन विभाग की टीम तेंदुए को पकड़ने के लिए जाल बिछाया है। बीहड़ में वनकर्मियों की टीम पूरा दिन तेंदुए की खोजबीन करती रही।मिली जानकारी के अनुसार चंबल के बीहड़ किनारे बसे पलोखरा गांव में रात में तेंदुआ घुस आया। तेंदुए ने किसान कमरुद्दीन के पशुओं के बाड़े पर हमला बोल दिया।
तीन बकरियों का शिकार किया। पशुओं की आवाज सुनकर ग्रामीण जाग गए। टोर्च की रोशनी में तेंदुए को देखकर ग्रामीणों में हड़कंप मच गया। ग्रामीणों ने लाठी-डंडा लेकर तेंदुए को खदेड़ दिया। ग्रामीणों ने इसकी सूचना पुलिस और वन विभाग को दी। सूचना पर चंबल सेंचुरी रेंजर बाह उदय प्रताप सिंह वनकर्मियोंऔर पुलिसकर्मियों के साथ रात में ही पलोखरा गांव पहुंचे। मौके पर जानकारी लेकर ग्रामीणों से हाल-चाल जाना और टोर्च की रोशनी में खेतों और बीहड़ में कांबिंग की गई। तेंदुए को पकड़ने के लिए वन विभाग ने जाल मंगाकर लगाया, लेकिन रात में सफलता नहीं मिली।
ग्रामीणों के मुताबिक उनके गांव सहित आसपास के गांव में दो दर्जन से ज्यादा पशुओं पर तेंदुआ हमला कर चुका है, जिसकी वजह से उन्होंने रात के समय खेतों पर जाना भी बंद कर दिया है। साथ ही अपने पशुओं की रखवाली के लिए रात में जागकर पहरा दे रहे हैं। चंबल के बीहड़ किनारे बसे गांव में तेंदुए का पशुओं पर हमला जारी है, जिसके ग्रामीणों में दहशत है। वहीं पडुआपुरा गांव बीहड़ में मोनी बाबा आश्रम पर बंधी गायों पर शुक्रवार की रात को तेंदुए ने हमला बोल दिया। इस हमले में एक गाय घायल हो गई। लाठी-डंडा कुल्हाड़ी लेकर वहां मौजूद संतों ने किसी तरह गायों को बचाने के लिए तेंदुआ को भगाया। घायल गाय का इलाज कराया है। जानवरों पर तेंदुए के हमले से आश्रम में रहने वाले संत डरे हुए हैं।