जेल भेजे गए सभी आरोपी…

कोर्ट में पेश करने के बाद आरोपियों को जेल भेज दिया गया है। दावा यह भी किया गया है कि क्रिकेट का विवाद बहाना था। सुमित व हिमांशु के बीच क्षेत्र में वर्चस्व कायम करने की जंग भी भीतरघात चल रही थी। इसी वर्चस्व की जंग में सुमित की हत्या की गई। हालांकि, घटना क्रिकेट खेलने के दौरान हुई। इस वजह से मामले को क्रिकेट के विवाद से जोड़कर भी देखा जा रहा है।

नो बॉल को लेकर हुआ था विवाद…

मूल रूप से मेरठ के जानी का रहने वाला कैब चालक सुमित ग्रेटर नोएडा वेस्ट के चिपियाना स्थित साईं उपवन कॉलोनी में रहता था। रविवार दोपहर मैदान में सुमित कॉलोनी के लोगों के साथ क्रिकेट खेल रहा था। सुमित बैटिंग कर रहा था। बाउंसर को नो बॉल करार देने के लिए शुरू हुए विवाद में सुमित व हिमांशु के बीच पहले कहासुनी हुई। कहासुनी इतनी बढ़ गई कि आरोपियों ने बैट से सुमित को पीटना शुरू कर दिया। आरोपियों के कब्जे से छूटकर जब सुमित भागा तो हिमांशु ने ईंट फेंक कर सुमित को मारी। ईंट सुमित के सिर पर जा लगी। ईंट लगते ही सुमित की मौत हो गई और वह मैदान के पास ही बने नाले में जा गिरा था।

लंबे समय से इन्तेजार में…

पूछताछ में पता चला है कि आरोपी हिमांशु व अन्य लंबे समय से इंतेजार में थे कि सुमित पर हमला किया जा सके और घटना को हादसा दिखाया जा सके। मौका न मिलने पर आरोपियों ने क्रिकेट खेलने का इंतजार किया। जैसे ही सुमित आरोपियों के साथ क्रिकेट खेलने के लिए तैयार हुआ तभी मौका देखकर आरोपियों ने उसकी हत्या कर दी।