पुलिस ने मानव तस्करी करने वाले गैंग का किया पर्दाफाश, गरीब परिवार की बेटियों का होता था सौदा,चार महिलाओं समेत 13 गिरफ्तार
सोनभद्र। आदिवासी क्षेत्र से गरीब परिवार की नाबालिग लड़कियों को राजस्थान,हरियाणा में बेचने वाले बड़े गैंग का पुलिस ने पर्दाफाश किया है। पन्नूगंज थाना क्षेत्र के एक नाबालिग की तीन लाख में की गई सौदेबाजी की भनक के बाद, एसओजी, एएचटीयू, जिला प्रोबेशन टीम और रॉबर्ट्सगंज कोतवाली पुलिस की संयुक्त टीम ने चार महिलाओं समेत 13 मानव तस्करों को गिरफ्तार किया है। पुलिस ने इनके पास से 80 हजार रुपये नकद भी बरामद किया है।
इनके कब्जे से एक लड़की को मुक्त कराया है। पकड़े गए तस्करों में चार राजस्थान के रहने वाले हैं, जबकि एक मुक्त कराई गई लड़की की ही मां है। पुलिस ने गैंग के तीन अन्य सदस्यों को भी चिह्नित किया है,जिनकी तलाश पुलिस ने शुरू कर दी है। पुलिस का दावा है कि गैंग ने जिले की 8-10 अन्य लड़कियों को भी बेचा है। उनकी तस्दीक कराई जा रही है।
पुलिस लाइन सभागार में पुलिस अधीक्षक डॉ. यशवीर सिंह ने बताया कि जिले में सक्रिय गिरोह के बारे में कई दिनों से सूचना मिली रही थी, जो अच्छे घरों में शादी कराने का झांसा देकर यहां के गरीब परिवारों की लड़कियों को गैर प्रांतों में बेचते हैं। एसपी ने बताया कि टीम गठित कर गिरोह के बारे में सूचना जुटाई जा रही थी। इस बीच सोमवार की रात मुखबिर की सूचना पर पुलिस ने राबर्ट्सगंज नगर के चंडी तिराहे पर खड़े कुछ संदिग्धों को पकड़ा।
पूछताछ में मानव तस्करी में संलिप्त बड़े गिरोह का पर्दाफाश हुआ। एसपी ने बताया कि चार महिलाओं समेत कुल 13 लोग पकड़े गए हैं।एसपी ने बताया कि उनके चंगुल से एक लड़की को भी मुक्त कराया गया, जिसे तीन लाख रुपये में राजस्थान के कुछ लोगों को बेचने की तैयारी थी। तस्करी में उसकी मां भी शामिल रही। सदस्यों के पास से तय सौदे के 80 हजार रुपये नकद बरामद हुए हैं, जबकि 1.20 लाख रुपये अलग-अलग खातों में ट्रांसफर किए जाने की जानकारी मिली है।
एसपी ने बताया कि पुलिस पूछताछ में तस्करों ने बताया कि वह पहले भी कई लड़कियों को 2-3 लाख में राजस्थान, हरियाणा और पश्चिम यूपी के जिलों में बेच चुके हैं। इसमें से कुछ लड़कियां ऐसी हैं, जो कुछ दिन बाद वापस लौट जाती हैं तो कुछ शादीशुदा महिलाएं भी हैं।
एसपी ने बताया कि सभी के बारे में छानबीन कराई जा रही है। उन्हें बेचे गए पते पर भी जानकारी ली जा रही है। फिलहाल गिरफ्तार 13 तस्करों के विरुद्ध केस दर्ज कर कोर्ट के आदेश पर जेल भेज दिया गया है। उनके तीन अन्य साथियों की तलाश की जा रही है।
एसपी ने बताया कि तस्करों के गिरोह में शामिल प्रशांत गैर प्रांतों से लड़की लेने आने वालों को पुलिस इंस्पेक्टर बनकर पकड़ता था। फिर उन्हें डरा-धमकाकर धनउगाही करता था। गिरोह का सदस्य होने के नाते उसे हर सौदे की जानकारी होती थी। लिहाजा राजस्थान, हरियाणा से आने वालों को ऐन वक्त पर वह दबोचता था, जब वह सौदेबाजी कर रहे होते थे।
गैंग के सबसे सक्रिय सदस्यों में जहां गिरफ्तार हुई मुन्नी-मीरा का नाम है। वहीं तीन जो फरार हैं, उनकी भी प्रमुख सक्रियता बताई जा रही है। फिलहाल, मंसूख पुत्र जगदीश निवासी जसोल, थाना बालोतरा, जनपद बाड़मेर (राजस्थान), हाल पता कस्बा अदलहाट, थाना अदलहाट, जिला मिर्जापुर, सांवला राम पुत्र तेजा राम निवासी नौसर, थाना बैतू, तगाराम पुत्र रामचंद्र राम, उसका बड़ा भाई भवंरा राम निवासी जौसार, थाना बिजलीपार, जिला बाड़मेर, राजस्थान, प्रशांत मिश्र पुत्र रामचंद्र मिश्र निवासी तेलाड़ी, राजेंद्र यादव उर्फ राजू पुत्र शिवनाथ निवासी गौरवां, बिहारी भारती पुत्र रामप्यारे निवासी मझगवां (रामगढ़) थाना पन्नूगंज, मीरा देवी पत्नी विजय कुमार और उसके पति विजय कुमार, निवासी नागनार हरैया थाना राबटर्सगंज जनपद, हाल पता हिंडाल्को पेट्रोल पंप के पास रेणूकूट थाना पिपरी, मुन्नी देवी पत्नी बिहारी, कलावती पत्नी स्व. रामसखी निवासी रामगढ़, थाना पन्नूगंज, अर्जुन कुमार पुत्र रामेंद्र सिंह निवासी महुआंव हिंदुवारी थाना राबर्टसगंज, शिवकुमारी पत्नी रामनाथ निवासी भरूहां माइनर, थाना करमा को गिरफ्तार किया गया है।एसपी डॉ यशवीर सिंह ने गिरफ्तारी करने वाली पुलिस टीम को 25 हजार रुपये इनाम देने की घोषणा की है।