पुलिस ने मुक्त कराए तोते; तस्कर बस से कूदकर हुए फरार, रोडवेज बस का कंडक्टर को पुलिस ने किया गिरफ्तार
गाजियाबाद। गाजियाबाद में हुई एक तस्करी की घटना ने सबका ध्यान अपनी ओर खींचा है। यहां राजस्थान रोडवेज की बस से पीपल फॉर एनिमल्स और पुलिस विभाग ने मिलकर ऐसी बरामदगी की है, जो चर्चा का विषय बनी हुई है। इसे एक बड़ी सफलता के रूप में भी देखा जा रहा है। यहां दोनों टीमों ने मिलकर 200 प्रतिबंधित तोतों की तस्करी का पर्दाफाश किया है। इन तोतों को राजस्थान रोडवेज की एक बस में तस्करी कर ले जाया जा रहा था। इस ऑपरेशन में दो आरोपी तो फरार हो गए, लेकिन दो अन्य आरोपियों को पुलिस ने पकड़ लिया है।
तस्करी के खिलाफ कड़ी कार्रवाई…
तस्करों ने इन तोतों को राजस्थान से गाजियाबाद की ओर तस्करी के लिए ले जाने की योजना बनाई थी। हालांकि, पीपल फॉर एनिमल्स (PFA) के सदस्य और स्थानीय पुलिस ने इस तस्करी के प्रयास को नाकाम कर दिया। पीएफए की सदस्य सुरभि रावत ने बताया कि यह तस्कर पहले भी तोतों की तस्करी के आरोप में जेल जा चुके थे, लेकिन जमानत पर बाहर आने के बाद फिर से इस अवैध व्यापार में शामिल हो गए थे। यह तस्करी का प्रयास बहुत बड़े पैमाने पर था, और इन तोतों को विभिन्न स्थानों पर तस्करी के लिए भेजा जा रहा था।
आरोपियों की गिरफ्तारी…
सुरभि रावत ने कहा, “यह तस्करी काफी संगठित थी। पुलिस की मदद से हमने बस पर छापा मारा और 200 तोतों को बरामद किया। पुलिस अब फरार आरोपियों की तलाश कर रही है, और उम्मीद जताई जा रही है कि जल्द ही उन्हें पकड़ लिया जाएगा।
तोतों की देखभाल और स्वास्थ्य जांच…
बरामद किए गए तोतों को पीएफए के सदस्यों ने तुरंत मुख्य चिकित्सा अधिकारी की निगरानी में सिटी फॉरेस्ट पार्क में भेज दिया। यहां पर तोतों का स्वास्थ्य परीक्षण किया जा रहा है, ताकि यह सुनिश्चित किया जा सके कि वे तस्करी के दौरान किसी प्रकार की शारीरिक या अन्य तकलीफ से तो नहीं गुजरे। सुरभि रावत ने बताया, “हमारे द्वारा इन तोतों की स्वास्थ्य जांच की जा रही है। जांच के बाद, स्वस्थ पाए जाने पर उन्हें पार्क में ही छोड़ दिया जाएगा। यह सुनिश्चित करना हमारी जिम्मेदारी है कि इन तोतों का जीवन अब बेहतर हो।”