पुलिस ने खून की तस्करी करने वाले गैंग का किया खुलासा गिरोह के सरगना समेत अलग-अलग क्षेत्र के 12 लोगों को किया गिरफ्तार
प्रयागराज। उत्तर प्रदेश के प्रयागराज में पुलिस ने खून की तस्करी करने वाले एक गैंग का खुलासा किया है। इस गैंग में प्रतापगढ़ जिले के कुंडा थाना क्षेत्र के रामदास पट्टी बिहार के रहने वाले विमलेश यादव को भी गिरफ्तार किया गया है। इसके साथ ही पुलिस ने गिरोह के सरगना समेत अलग-अलग क्षेत्र के 12 लोगों को गिरफ्तार किया है जो इस गिरोह में शामिल रहे। गिरोह का खुलासा सरगना की प्रेमिका की नाराजगी की वजह से हो सका। गिरोह के सरगना से नाराज उसकी प्रेमिका ने पूरे मामले की शिकायत पुलिस से कर दी। पुलिस ने छानबीन की तो पूरे मामले का खुलासा हो गया और गाय के 12 सदस्यों को पुलिस ने गिरफ्तार कर लिया।
गिरोह के संपर्क में थे कुछ कर्मचारी…
मामले में झूंसी निवासी गैंगस्टर शान मोहम्मद उर्फ शानू समेत 12 आरोपियों को गिरफ्तार किया गया है. इनके पास से 128 यूनिट ब्लड, टीबी सप्रू अस्पताल की फर्जी रसीद, 85 ब्लड सैंपल की शीशियां, विभिन्न अस्पतालों से 138 पर्चे, कार समेत कई अन्य सामान बरामद किया गया है। पता चला कि अस्पताल के कुछ कर्मचारी गिरोह के संपर्क में थे, जिनकी भूमिका की जांच की जा रही है। गिरफ्तार आरोपियों को बुधवार शाम पुलिस लाइन में मीडिया के सामने पेश किया गया. एसपी सिटी संतोष कुमार मीणा व सीओ सत्येंद्र तिवारी ने बताया कि शान मोहम्मद करीब पांच साल पहले दिनकर त्रिपाठी के पैथोलॉजी में काम करता था. वहां से उन्होंने रक्त निकालना और रक्त के नमूनों की जांच करना सीखा।
नौकरी छोड़ खून का अवैध धंधा शुरू कर दिया…
वहां नौकरी छोड़ने के बाद उन्होंने अपने साथ कई युवाओं को शामिल किया, जो अधिक कमाने के लिए गरीब, नशा करने वाले और जरूरतमंद लोगों की तलाश करते थे। इसके बाद उसे एक हजार से डेढ़ हजार रुपये देकर कार के अंदर ही खून निकाल लेता था। वे खून की थैली पर जाली ब्लड बैंक की पर्ची चिपका कर एक रसीद तैयार करते थे और फिर उसे सात से 10 हजार रुपये में जरूरतमंदों को बेच देते थे। इसका पता चलने पर इंस्पेक्टर जार्जटाउन बृजेश सिंह ने इंस्पेक्टर अमित चौरसिया, मुन्ना कुशवाहा, अमित कुमार, मनीष राय, मनोज यादव और अनीश भारद्वाज के साथ मिलकर गिरोह का भंडाफोड़ किया और आरोपी को अलग-अलग जगहों से गिरफ्तार किया.
गुस्साई प्रेमिका ने खोला गैंग का राज…
बताया गया कि दो बच्चों की मां सरगना सानू के साथ रहती थी। दोनों के बीच प्रेम-प्रसंग चल रहा था और उन्होंने सानू के साथ रहते हुए एक बच्चे को जन्म दिया। महिला शादी करना चाहती थी, लेकिन वह लंबे समय से इसमें देरी कर रहा था। दोनों के बीच दबाव बनाने पर झगड़ा हुआ तो नाराज प्रेमिका ने पुलिस को सूचना दी। जार्जटाउन पुलिस जब शानू के अल्लापुर में किराए के मकान में पहुंची तो सारा राज खुल गया, जिसके बाद सभी को पकड़ लिया गया. गिरोह के कई सदस्य शहर में किराए पर रहते थे।
नकली रसीद छापता था अनिल…
एसपी सिटी ने बताया कि बाई का बाग निवासी अनिल मिश्रा टीबी सप्रू अस्पताल व ब्लड बैंक की फर्जी रसीदें छापता था. गिरोह के कुछ सदस्य रक्तदाताओं की तलाश करते थे, जबकि कुछ स्वरुपरानी नेहरू अस्पताल और ब्लड बैंक के पास रक्तदाताओं की तलाश करते थे। जल्दी खून पाने वालों से ज्यादा पैसे लेकर वे खून देते थे। गिरोह के सदस्यों ने करीब 500 यूनिट खून बेचा है। जब्त खून को लेकर सीएमओ से भी बातचीत की गई है।
गिरफ्तार अभियुक्त के नाम व पता…
1- शान मोहम्मद उर्फ शानू, निवासी आवास विकास कॉलोनी, झूंसी
2- मोहम्मद इमरान, रेजिडेंट हाउसिंग डेवलपमेंट कॉलोनी, झूंसी
3- हनीफ उर्फ फिरोज, निवासी हिंदी मोहल्ला, महाराजगंज
4- संदीप कुमार उर्फ दीप, निवासी महेवा दांडी मोहल्ला, नैनी
5 -दिनकर त्रिपाठी, निवासी लखेसर शाहपुर, सिकराड़ा, जौनपुर
6- प्रभाकर पटेल, निवासी मुस्तफाबाद, सरायनायटी
7- रजनीश कुमार, निवासी गद्दीपुर, महराजगंज, जौनपुर
8- आशीष यादव, निवासी तवकलपुर, सोरांव
9- विमलेश यादव, निवासी रामदास पट्टी बिहार, कुंडा, प्रतापगढ़
10- सचिन यादव, निवासी देवरिया, कप्तानगंज, आजमगढ़
11- विशाल पाठक, निवासी देवरिया, कप्तानगंज, आजमगढ़
12- अनिल कुमार मिश्रा, निवासी बाई का बाग, किडगंज