हत्या के मामले में पूंछ-ताँच के लिए थाने बुलाये गए युवक की संदिग्ध परिस्थितियों में हुई मौत
गोंडा। उत्तर प्रदेश के गोंडा जिले में बुधवार की दोपहर के बाद एक हत्या के मामले में पूंछ- ताँच के लिए थाने बुलाए गए युवक की संदिग्ध परिस्थितियों में मौत हो गई। यह घटना उस वक्त हुई जब युवक के साथ उसके परिजन भी थाने में एक अलग कमरे में मौजूद रहे। युवक की संदिग्ध मौत पर जिला अस्पताल लाए गए युवक के परिजनों ने हंगामा किया। मृतक युवक के पिता माझा राठ निवासी राम वचन यादव के अनुशार नवाब गंज थाना क्षेत्र के अंतर्गत अभी हाल ही में एक झोला छाप चिकित्सक की हत्या हो गई थी। इसी मामले में पूंछ-तांछ के लिए नवाब गंज विद्युत उपकेंद्र पर संविदा लाइन मैन के रूप में कार्यरत उनके पुत्र देव नारायण यादव उर्फ देवा (२२) को थाना प्रभारी निरीक्षक नवाब गंज तेज प्रताप सिंह ने बुधवार को थाने पर बुलाया था। वे अपने बड़े भाई राम बहादुर यादव, रिश्तेदार ग्राम प्रधान राधेश्याम यादव के साथ दोपहर बाद करीब तीन बजे 03:00 देवा को लेकर थाने पहुंचे थे। उनके अनुशार थाना प्रभारी ने उन्हे एक अलग कक्ष में बैठा दिया जबकि देवा को पूंछताछ के लिए स्पेशल ऑपरेशन ग्रुप(एसओजी) के हवाले कर दिया।
परिजनों के अनुशार वे करीब दो घंटे तक थाने के अलग कक्ष में बैठे रहे। जब पांच बज गए और देवा को पुलिस ने उनके सुपुर्द नही किया तो उन्होंने प्रभारी निरीक्षक तेज प्रताप सिंह से जानकारी की तो उन्हे बताया गया कि उसकी तबियत पूंछताछ के दौरान अचानक बिगड़ गई थी इसलिए उसे जिला चिकित्सालय इलाज के लिए ले जाया गया है। आप चाहे तो अस्पताल जाकर मिल सकते है। पिता रामबचन का कहना है कि वह करीब 06:30 बजे शाम को जिला अस्पताल पहुंच गए थे, लेकिन उनका बेटा देवा तब तक चिकित्सालय नहीं पहुंचा था। रात्रि करीब 08:00 बजे पुलिस वाले उसे लेकर चिकित्सालय पहुंचे तो चिकित्सकों ने उसे मृत्यु घोषित कर दिया। पुलिस की आशंकित कार्यशैली से नाराज परिजनों ने चिकित्सालय में हंगामा शुरू कर दिया। यह खबर जैसे ही मृतक के घर वा रिश्तेदारों तक पहुंची चिकित्सालय में भारी भीड़ एकत्रित हो गई और लोग हंगामा करने लगे। घटना पर प्रशासन सहित राज्य सरकार को कटघरे में खड़ा करने का सुनहरा मौका देख समाजवादी पार्टी के युवा नेता सूरज सिंह भी परिजनों से मिलने पहुंचे। उन्होंने रोते बिलखते परिजनों को ढांढस बंधाते हुए न्याय दिलाए जाने की बात कही।
भारी भीड़ के बीच लोग पुलिस अधीक्षक को मौके पर बुलाने की मांग करने लगे। घटना की खबर लगते ही मौके पर सीओ सदर, सीओ कर्नल गंज, सिटी मजिस्ट्रेट, समेत भारी पुलिस बल पहुंच गया। थोड़ी ही देर बाद पुलिस अधीक्षक आकाश तोमर भी चिकित्सालय पहुंच गए। उन्होंने पत्रकारों से बात करते हुए बताया कि स्थानीय पुलिस के द्वारा दी गई जानकारी के अनुशार पूंछताछ के दौरान उसकी तबियत खराब होने पर उसे जिला चिकित्सालय लाया गया, जहां चिकित्सकों ने उसे मृत्यु घोषित कर दिया। उन्होंने बताया की उन्होंने शव कक्ष पहुंच कर मृतक को देखा है। उसके शरीर पर प्रत्यक्ष कोई चोट के निशान नहीं हैं, फिर भी युवक की अस्वाभाविक मौत पर मौत के कारणों को जानने के लिए मजिस्ट्रेट की मौजूदगी में शव का पंचनामा करके चिकित्सकों की एक समिति के द्वारा पोस्टमार्टम कराया जायेगा। उन्होंने कहा कि परिवार वाले जो भी तहरीर देंगे उस आधार पर मुकदमा पंजीकृत कर गुण दोष के आधार पर विवेचना की जाएगी। को भी दोषी होगा उसके खिलाफ सख्त से सख्त कार्यवाही की जाएगी।