यूपी में बदला भारत जोड़ो न्याय यात्रा का रूट,पश्चिम यूपी के हटे जिले,इन जिलों से होकर गुजरेगी यात्रा
लखनऊ। राष्ट्रीय लोकदल की भारतीय जनता पार्टी के साथ बढ़ती हुई करीबी का पहला जबरदस्त असर राहुल गांधी की उत्तर प्रदेश में होने वाली भारत जोड़ो न्याय यात्रा पर दिखाई दे रहा है। इंडिया गठबंधन से रालोद के पैर पीछे खींचने के बाद यूपी में राहुल की यात्रा अब पश्चिमी यूपी में नहीं जाएगी। राहुल की यात्रा का यूपी में संशोधित कार्यक्रम जारी कर दिया गया है।जारी कार्यक्रम के मुताबिक अब राहुल की यात्रा यूपी में 16 से 21 फरवरी तक रहेगी।इसमें चार दिन की कटौती हुई है। राहुल गांधी की यात्रा का पार्टी की ओर से संशोधित कार्यक्रम जारी कर दिया गया है। इसके अनुसार अब राहुल की यात्रा 16 फरवरी को चंदौली से यूपी में प्रवेश करेगी। यहां पदयात्रा के बाद रात्रि विश्राम होगा।
17 फरवरी को वाराणसी में गोलगड्डा से यात्रा की शुरुआत होगी। राहुल काशी विश्वनाथ मंदिर में दर्शन करेंगे और गोदौलिया पर जनसभा करेंगे। यहां से यात्रा भदोही पहुंचेगी और रात्रि विश्राम करेगी। 18 फरवरी को पूरे दिन यात्रा प्रयागराज में रहेगी। 19 फरवरी को यह प्रतापगढ़ जिले की रामपुर विधानसभा क्षेत्र के अठेहा से निकलकर अमेठी विधानसभा के ककवा में दाखिल होगी। अमेठी में राहुल बाबूगंज टोल के पास जनसभा करेंगे। यहीं यात्रा रात में भी रुकेगी। 20 फरवरी को यात्रा अमेठी से महाराजपुर होते हुए गौरीगंज, गांधीनगर, जायस और फुरसतगंज के रास्ते रायबरेली पहुंचेगी। यहां सुपरमार्केट के पास राहुल की जनसभा होगी। इसी दिन यात्रा कुंदनगंज, बछरांवा होते हुए लखनऊ पहुंच जाएगी।
यात्रा का आगे का कार्यक्रम अलग से जारी किया जाएगा…
हालांकि जानकारी के अनुसार राहुल गांधी लखनऊ से उन्नाव, कानपुर होते हुए झांसी जाएंगे। झांसी से यात्रा मध्य प्रदेश में प्रवेश करेगी। पहले अन्य जिलों के साथ पश्चिम यूपी के शाहजहांपुर, बरेली, रामपुर, मुरादाबाद, संभल, अमरोहा, बुलंदशहर, अलीगढ़ और हाथरस भी जाने का कार्यक्रम घोषित किया गया था। कांग्रेस के प्रदेश अध्यक्ष अजय राय का कहना है कि चूंकि लोकसभा चुनाव की तिथियां करीब हैं।इसी वजह से राहुल गांधी की यात्रा के समय में कटौती की गई है। रालोद के गठबंधन से हटना इसका कोई कारण नहीं है। अजय राय ने कहा कि कांग्रेस अपने कार्यकर्ताओं के दम पर पूरे देश में यात्रा कर रही है। पश्चिमी उत्तर प्रदेश के जिले पिछली यात्रा में पूरे किए जा चुके थे। इसी वजह से इस बार पूर्वांचल और बुंदेलखंड पर फोकस किया गया है। राहुल की यात्रा का उत्तर प्रदेश में पूरे जोर-शोर से स्वागत किया जाएगा।