आरओ- एआरओ पेपर लीक के मामले में STF को मिली बड़ी सफलता, दो आरोपी को किया गिरफ्तार
आरओ/एआरओ पेपर लीक मामले के मुख्य मास्टरमाइंड राजीव नयन मिश्रा के दो साथियों को एसटीएफ की टीम ने बृहस्पतिवार देर-शाम कीडगंज के घोष स्वीट के पास से गिरफ्तार किया है। पूछताछ में पता चला कि आरोपियों ने अभ्यर्थियों को पेपर पढ़ाने के लिए 12-12 लाख रुपये में डील की थी। इनके कब्जे से एक स्कार्पियों, दो मोबाइल और 3500 रुपये बरामद हुआ है।
मुखबिर की सूचना पर एसटीएफ प्रयागराज प्रभारी जेपी राय की टीम ने कीडगंज इलाके में छापामारी कर थाना उतरांव के जगतपुर कैथवल व हाल पता ओल्ड लश्कर लाइन बैरहना निवासी संजय सिंह कुशवाहा और नैनी के डांडी महेवा के रहने वाले कामेश्वर नाथ मौर्या को गिरफ्तार कर लिया। दोनों काले रंग की स्कार्पियों में सवार थे। पूछताछ में आरोपियों ने बताया कि गैंग का संपर्क राजीव नयन है। इसी के सहयोग से गैंग में शामिल हुए थे।परीक्षा से पहले पेपर को प्रिंटिंग प्रेस में काम करने वाले सुनील रघुवंशी ने निकाला था। इसके बाद अभियुक्त विशाल दुबे, सुभाष प्रकाश के माध्यम से अभियुक्त राजीव नयन मिश्रा व अन्य अभियुक्तों तक पहुंचाया गया।
राजीव नयन मिश्रा व अन्य अभियुक्तों ने ज्यादा पैसा कमाने के लालच में प्रश्नपत्र को अपने गैंग के सदस्यों व एजेंंटों के साथ-साथ हम लोगो को भी पढ़वाया गया। गैंग के सदस्यों के साथ-साथ हम लोगों द्वारा भी प्रति अभ्यर्थी से 12-12 लाख रूपया तय किया गया था और एडवांस के रूप में रुपये भी लिए गये थे जिसके कारण प्रश्नपत्र सोशल मीडिया पर वायरल हो गया। पूछताछ पर गिरफ्तार आरोपियों ने बताया कि हम लोगों द्वारा यूपी पुलिस 2023 के अभ्यर्थियों को शिव महाशक्ति रिसोर्ट रीवा मध्य प्रदेश में पेपर पढ़वाने के लिए अभ्यर्थियों को अपने स्कार्पियों वाहन/बस से ले गए थे तथा रिसोर्ट मालिक के खाते में पांच लाख रुपये भी भेजे गए थे।
प्रतियोगी परीक्षाओं के प्रश्नपत्र को आऊट कराकर नकल कराने वाले उपरोक्त अपराधियों का एक संगठित गैंग है, जिनके द्वारा उत्तर प्रदेष पुलिस आरक्षी भर्ती परीक्षा-2023 का पेपर भी आउट कराया गया था। समीक्षा अधिकारी/सहायक समीक्षा अधिकारी (प्रारम्भिक) परीक्षा-2023 का प्रश्नपत्र लीक कराने वाले गैंग के विरुद्ध अभियोग पंजीकृत होने के बाद ही हम लोग गिरफ्तारी से बचने के लिए इधर उधर लुक छिप कर रह रहे थे।