अखिलेश की धर्मनिरपेक्षता पर स्वामी प्रसाद मौर्य ने कसा तंज,कहा- इनकी पूजा देख भाजपा भी शरमा जाए
लखनऊ। लोकसभा चुनाव सर पर है। चुनावी बिगुल मार्च में बज सकता है,लेकिन लोकसभा चुनाव से पहले समाजवादी पार्टी में फूटन जारी है। सपा से स्वामी प्रसाद मौर्य के महासचिव पद से इस्तीफा देने के बाद से ही सपा में आए दिन नेताओं का सपा छोड़ने का सिलसिला जारी है। इन सबके बीच अब स्वामी मौर्य ने अब विधान परिषद की सदस्यता से भी इस्तीफा दे दिया है। इस्तीफा देने के बाद अब स्वामी ने अपने घर पर एक बड़ी प्रेस कांफ्रेस बुलाई और सपा पर जमकर बरसे।
समाजवादी पार्टी की प्राथमिक सदस्यता से इस्तीफा देने के बाद स्वामी प्रसाद मौर्य ने अखिलेश यादव पर निशाना साधा है। स्वामी ने कहा कि अखिलेश ऐसे धर्मनिरपेक्ष हैं जिन्होंने पार्टी कार्यालय में ही पूजा करा दी। उनके काम देखकर बीजेपी भी सोच रही होगी आखिर हम कहां पीछे रहे गए। स्वामी ने कहा कि मुलायम सिंह यादव भी बहुत बड़े हनुमान भक्त थे, लेकिन ऐसा काम कभी नहीं किया कि पार्टी कार्यालय में ही पूजा कर लें।स्वामी प्रसाद मौर्य ने तंज कसते हुए कहा कि अखिलेश यादव ने पीडीए बोलते-बोलते पीडीए की हवा निकाल दी।वो समाजवादी विचारधारा से विपरित जा रहे हैं।हालांकि उनसे मेरा वैचारिक मतभेद है,मनभेद नहीं है।
स्वामी प्रसाद मौर्य ने सपा मुखिया अखिलेश के बयान पर-लाभ लेकर तो सभी चले जाते हैं पर टिप्पणी करते हुए कहा था कि विपक्ष में रहकर शेखचिल्ली बघारना ठीक नहीं है। उन्होंने जो भी दिया है वह मैं उन्हें सम्मान के साथ वापस कर दूंगा। स्वामी सपा के राष्ट्रीय प्रमुख महासचिव प्रो. रामगोपाल यादव से भी खासे नाराज दिखे। स्वामी ने कहा कि उनकी भाषा में न सम्मान है न बातचीत का सलीका और न ही बातचीत करने का तरीका आता है।
बता दें कि चुनावी वैज्ञानिक स्वामी प्रसाद मौर्य अब अपनी नई पार्टी का गठन करने जा रहे हैं। स्वामी अपने समर्थकों के साथ 22 फरवरी को दिल्ली में नए राजनीतिक संगठन या पार्टी का ऐलान कर सकते हैं। चर्चा यह भी है कि पीडीए नेताओं को जोड़कर स्वामी प्रसाद मौर्य एक नए राजनीतिक संगठन के साथ सामने आ सकते हैं। इसमें सपा के उनके समर्थक भी शामिल हो सकते हैं।बरहाल स्वामी ने 19 फरवरी को मीडिया से कहा कि हमने कार्यकर्ताओं पर आगे का निर्णय छोड़ दिया है। अब कार्यकर्ता तय करेंगे उन्हें क्या करना है।