भाई-भाभी को गोलियों से भूनने वाले आरोपी ने खुद को किया सरेंडर, पुलिस से बचने के लिए 26 दिनों तक बदलता रहा लोकेशन
हिमाचल प्रदेश राज्य के काँगड़ा ज़िले के पुलिस थाना नगरोटा बगवां के तहत पंचायत जसौर में 2 नवंबर को हुए दोहरे हत्याकांड के मुख्य आरोपी दीपक कुमार ने रविवार रात को पुलिस के समक्ष आत्मसमर्पण कर दिया। आरोपी ने धर्मशाला में एसपी कार्यालय में लगभग 11 बजे सरेंडर किया। उसके पश्चात आधी रात को नगरोटा बगवां पुलिस टीम आरोपी को अपने साथ ले आई। आरोपी से पूछताछ की जा रही है। पुलिस आरोपी दीपक कुमार को मंगलवार को न्यायालय में पेश करेगी। इसकी पुष्टि एसपी शालिनी अग्निहोत्री ने की है। अपने भाई और भाभी की हत्या के बाद मौके से फरार हुआ आरोपी पुलिस से छिपता हुआ कई जगह घूमता रहा। इस दौरान जब उसकी जेब खाली हो गई और घरवालों से संपर्क नहीं हो पाया तो आखिरकार उसने पुलिस के समक्ष आत्मसमर्पण कर दिया। हत्याकांड के बाद से ही एसपी शालिनी अग्निहोत्री, डीएसपी कांगड़ा अंकित शर्मा और एसएचओ रमेश ठाकुर की अगवाई में पुलिस आरोपी की तलाश में लगातार सक्रिय रही।
हत्या के बाद अपनी गाड़ी से फरार हुए आरोपी की गाड़ी की लोकेशन पुलिस को मिलती रही। सूत्रों के मुताबिक इस मामले में पुलिस कई राज्यों की पुलिस के साथ संपर्क में थी। जगह-जगह लगे सीसीटीवी कैमरों की मदद से पीछा करते हुए पुलिस ने आखिर दिल्ली के पहाड़गंज में खड़ी उसकी गाड़ी ढूंढ निकाली। पुलिस ने आरोपी की गाड़ी के टायर पंक्चर कर दिए थे। इसके बाद वह गाड़ी छोड़ किसी तरह गोवा पहुंच गया। बाद में जयपुर, मथुरा और वृंदावन आदि स्थानों पर भी गया। आरोपी ने होशियारपुर पहुंचकर अपने परिवार से संपर्क किया, लेकिन घर में मोबाइल बंद होने और जेब में पैसे खत्म होने पर आरोपी टैक्सी के माध्यम से रविवार देर शाम योल स्थित अपनी बहन के घर पहुंचा। रात को ही अपनी बहन और जीजा के साथ एसपी कार्यालय पहुंचकर उसने पुलिस के समक्ष आत्मसमर्पण कर दिया।