पूर्व प्रधान और बेटे को कातिलों ने फावड़े से क्रूरता से काटा
फिरोजाबाद के नगला सिंघी क्षेत्र में रविवार को जमीन के विवाद में पिता-पुत्र की हत्या बेरहमी से की गई थी। पोस्टमार्टम रिपोर्ट के अनुसार, आरोपियों ने इस तरह प्रहार किए थे कि पुत्र तो गिरने के बाद उठ भी नहीं पाया। जमीन पर अपना मुंह रगड़ते हुए प्राण त्याग दिए। पोस्टमार्टम रिपोर्ट में दोनों मृतकों के शरीर पर 12 प्राणघाती घाव मिले हैं। गांव टीकरी निवासी पूर्व प्रधान अरविंद यादव (50) और उनके बेटे नितिन (27) की खेत जोतने के दौरान आरोपियों ने फावड़े व अन्य उपकरणों से प्रहार कर हत्या कर दी थी। घटना के बाद जब दोनों का पोस्टमार्टम पैनल टीम द्वारा कराया गया तो पोस्टमार्टम करने वाली टीम के भी हाथ कांप गए। आरोपियों ने पिता-पुत्र पर लगातार 12 से 14 प्रहार किए थे। जिसमें पिता की तो पहले ही मौत हो गई। पुत्र भी प्रहार होने के बाद जमीन से नहीं उठ सका। डीआईजी आगरा शैलेश कुमार पांडेय ने घटना के दिन मौका मुआयना कर आरोपियों की गिरफ्तार कर कड़ी कार्रवाई करने के निर्देश दिए थे।
पूर्व प्रधान व उनके पुत्र के हत्यारोपियों को शरण देने वाला गिरफ्तार
पूर्व प्रधान व उनके पुत्र की हत्या करने वालों को शरण देने वाले एक आरोपी को पुलिस ने गिरफ्तार किया है। इससे पूर्व एक हत्यारोपी को मुठभेड़ में गिरफ्तार कर चुकी है। वहीं फरार अन्य हत्यारोपियों की तलाश में पुलिस दविशें दे रही है। नगला सिंघी क्षेत्र के गांव टीकरी निवासी पूर्व प्रधान अरविंद यादव उनके पुत्र नितिन यादव रविवार को गांव प्रेमपुर के निकट स्थित खेत को जोतने ट्रैक्टर लेकर पहुंचते थे। इसी दौरान जमीन की रंजिश के चलते गांव के ही हुब्बलाल यादव उसके भाई देवेंद्र यादव व हुब्बलाल के पांच पुत्रों ने मिलकर फावड़ा व अन्य धारदार हथियारों से प्रहार कर उनकी हत्या कर दी थी। वहीं, बडे़ पुत्र रवि ने भागकर अपनी जान बचाई थी।
एसएसपी सौरभ दीक्षित द्वारा बनाई गई टीमों ने एक हत्यारोपी भोला उर्फ मोहनवीर को मुठभेड़ में गिरफ्तार कर लिया था। मंगलवार को पुलिस को सूचना मिली की इस दोहरे हत्याकांड के आरोपी देवेंद्र यादव के साले अरविंद कुमार निवासी गांव अतापुर थाना नसीरपुर, फिरोजाबाद के घर हत्यारोपियों ने शरण ले रखी है। सूचना पर पुलिस वहां पहुंची तब तक आरोपी फरार हो चुके थे। पुलिस ने हत्यारोपियों को शरण देने वाले आरोपी अरविंद कुमार को गिरफ्तार कर लिया है। पुलिस ने उसे न्यायालय भेजा जहां से उसे जेल भेज दिया गया। पुलिस फरार आरोपियों की गिरफ्तारी के लिए दबिश दे रही है।
यह था मामला
थाना नगला सिंघी के गांव टीकरी निवासी पूर्व प्रधान अरविंद यादव (55) का गांव के ही हुब्बलाल यादव से जमीन विवाद चला आ रहा है। इसको लेकर मामला तहसील न्यायालय में चल रहा था। 20 मई को एसडीएम अनुराधा सिंह के आदेश पर तहसीलदार राखी शर्मा ने पुलिस फोर्स के साथ पहुंचकर जमीन की नापतौल की थी। रविवार शाम 4:30 बजे के करीब पूर्व प्रधान अरविंद यादव अपने दूसरे नंबर के पुत्र नितिन यादव (27) के साथ खेत जुतवाने के लिए गए थे।
‘जमीन जोती तो जान से मार देंगे’, पहले ही कर दिया था एलान
फिरोजाबाद के टूंडला में पूर्व प्रधान अरविंद यादव (55) और उनके बेटे नितिन यादव (27) की हत्या 14 बीघा जमीन के लिए की गई। यह जमीन पड़ोस के गांव में है, जिसे अरविंद यादव ने गांव के लिए एक व्यक्ति से खरीदी थी। हत्यारोपियों ने पहले ही एलान कर दिया था कि जमीन जोता तो जान से मार देंगे।
जमीन बेचने वाले व्यक्ति बैनामा कर अपने दो पुत्रों के साथ गांव छोड़कर चले गए जबकि उनके दो पुत्रों ने इसका विरोध किया था। विरोध करने वाले पक्ष ने डेढ़ दशक तक पूर्व प्रधान अरविंद यादव को उस जमीन को जोतने नहीं दिया। लंबी कानूनी लड़ाई के बाद बीते 20 मई को प्रशासन की ओर से कब्जा दिलाने के बाद दोनों पिता-पुत्र रविवार को जब जमीन जोतने पहुंचे तो उनकी हत्या कर दी गई।
थाना नगला सिंघी के गांव टीकरी निवासी साहब सिंह यादव ने करीब 15 वर्ष पूर्व अपने ही दो पुत्रों से परेशान होकर 14 बीघा जमीन पूर्व प्रधान अरविंद यादव को बेच दी थी। यह जमीन गांव से करीब दो किलोमीटर दूर गांव प्रेमपुर में स्थित है। जमीन बेचने के बाद साहब सिंह अपने दो पुत्रों हुब्बलाल यादव व देवेंद्र यादव को गांव में ही छोड़कर दो अन्य पुत्रों जितेंद्र यादव व नरेंद्र यादव को साथ लेकर गांव छोड़कर चले गए।
20 मई को मिला था कब्जा
चोरी-छिपे जमीन का बैनामा होने पर हुब्बलाल, देवेंद्र व उसके परिजन ने पूर्व प्रधान अरविंद यादव के परिवार से दुश्मनी पाल ली। उन्होंने अरविंद यादव को तब से अब तक जमीन पर कब्जा नहीं करने दिया। अरविंद यादव कई बार पुलिस बल के साथ खेत जोतने पहुंचे लेकिन सफलता नहीं मिली। 20 मई को कब्जा मिलने के बाद रविवार को अरविंद यादव अपने बेटे नितिन यादव के साथ जब खेत जोतने पहुंचे तो हुब्बलाल, भोला, विपिन, रवि, मनीष, सनी व अन्य ने मिलकर उनकी हत्या कर दी। एसएसपी ने हत्यारोपियों की गिरफ्तारी के लिए कई टीमें गठित की हैं।
चार बीघा खेत लेकर राजीनामा को तैयार थे हत्यारोपी
ग्रामीणों ने बताया कि हुब्बलाल के परिजन पूर्व प्रधान से चार बीघा खेत वापस लेकर राजीनामा करने के लिए तैयार थे। ग्रामीणों ने दोनों के बीच राजीनामा कराने का भी प्रयास किया था लेकिन पूर्व प्रधान अरविंद यादव जमीन का कोई भी हिस्सा देने को तैयार नहीं थे।
कब्जा दिलाने के साथ ही कर दी थी हत्या की घोषणा
पीड़ित परिवार ने बताया कि प्रशासन की ओर से जब जमीन का कब्जा पूर्व प्रधान को दिलाया गया तभी आरोपी हुब्बलाल ने एलान कर दिया था कि अगर अरविंद यादव खेत जोतने गए तो उन्हें जान से मार दिया जाएगा। पूर्व प्रधान ने हुब्बलाल के इस एलान को हल्के में लिया। पूर्व में वह पुलिस फोर्स के साथ ही खेत जोतने गए थे लेकिन कब्जा मिलने पर वह बिना पुलिस फोर्स के साथ खेत पर गए जिस पर उनकी हत्या कर दी गई।
गांव छोड़कर टूंडला में रहने लगे थे पूर्व प्रधान
आरोपी हुब्बलाल व पूर्व प्रधान अरविंद यादव का घर गांव में आसपास ही है। जमीन की रंजिश के चलते अरविंद यादव ने गांव छोड़कर टूंडला के हाईवे रिजेंसी में घर बना लिया था। वह परिवार के साथ टूंडला ही रह रहे थे। गांव में केवल खेती कराने के लिए ही जाते थे। रविवार को भी वह पुत्र नितिन के साथ टूंडला से ही खेत जोतने के लिए गांव आए थे।
नितिन की तीन माह पहले ही हुई थी शादी
पूर्व प्रधान के पुत्र नितिन यादव की शादी बीते फरवरी माह में हुई थी। घटना की जानकारी होते ही परिवार में चीख पुकार मच गई। पत्नी का रो-रोकर बुरा हाल है। वहीं गांव में ऐसी दहशत है कि कोई भी ग्रामीण आरोपियों के बारे में कुछ भी बताने को तैयार नहीं। गांव में तनाव की स्थिति को देखते हुए पीएसी व पुलिस बल तैनात कर दिया गया है।