नक्सलियों के साथ मुठभेड़ में शहीद जवान का हुआ अंतिम संस्कार, गांव में नहीं जले चूल्हे
अजमेर में किशनगढ़ के तिलोनिया गांव का बीएसएफ जवान पश्चिम बंगाल में नक्सलियों के साथ हुई मुठभेड़ में शहीद हो गया। जवान छोटूराम जाट पश्चिम बंगाल के महेशपुर में तैनात था। 18 फरवरी को बीएसएफ की टुकड़ी पर नक्सलियों ने हमला कर दिया। छोटूराम जाट पुत्र स्वर्गीय दानाराम जाट के ठोड़ी और सिर में गोली लग गई और वे शहीद हो गए। यह मुठभेड़ बॉर्डर ऑफ पोस्ट एलेंडरी पर 18 फरवरी को हुई थी। आज सैन्य सम्मान के साथ अजमेर जिले के किशनगढ़ के तिलोनिया गांव में बनाए गए अस्थाई श्मशान स्थल पर उनके शव को अंतिम विदाई दी गई। इस गमगीन माहौल से पूरे गांव में शोक की लहर है। वहीं, आज गांव में किसी के घर भी चूल्हे नहीं जले। शहीद छोटूराम जाट बीएसएफ की 91 बटालियन में बीओपी एलेंडरी पर हेड कांस्टेबल पद पर तैनात थे। आज शहीद छोटूराम की पार्थिव देह दिनाजपुर (पश्चिम बंगाल) से जयपुर एयरपोर्ट पहुंची। किशनगढ़ के मार्बल सिटी पहुंची।
जहां से सेना के ट्रक में विभिन्न मार्गों से छोटू राम अमर रहे, भारत माता की जय के नारे लगाते हुए, सीधे तिलोनिया स्थित उनके पैतृक निवास स्थान पहुंची। जहां शहीद छोटू सिंह की पत्नी राम कन्या, एक बेटा दीपेंद्र चौधरी और एक बेटी सोनू सहित परिजनों ने अंतिम दर्शन किए। शव को देखते ही परिजनों का रो-रो कर बुरा हाल हो गया। शहिद छोटू राम की पत्नी रामकन्या देवी ने कहा कि मेरे पति की शहादत पर उन्हें बहुत ज्यादा गर्व है। भगवान ने जैसा मेरे साथ किया, वैसा किसी और के साथ नहीं करना, जिन दुश्मनों ने मेरे पति को गोली मारी उनको चुन-चुन कर मारने की मोदी सरकार से अपील की है। वहीं, राम कन्या ने यह भी कहा कि उनका बेटा जब बड़ा हो जाएगा तो उसे भी उसके पिता की तरह फौज में भेजेंगे। परिजनों के दर्शन के बाद पार्थिव देह को सीमा सुरक्षा बल के जवान और ग्रामीणों ने अपने कंधे पर रखकर गांव में बनाए गए स्थाई श्मशान स्टार लेकर पहुंचे। जहां सीमा सुरक्षा बल के जवानों ने सलामी देते हुए राइफल से फायर किए।
सीमा सुरक्षा बल के जवानों ने ताबूत पर लपेटे हुए तिरंगे को सलामी दी और किशनगढ़ विधायक विकास चौधरी और पूर्व विधायक नाथूराम सिसोदिया सहित प्रशासनिक अधिकारियों ने शाहिद को पुष्प माला देकर श्रद्धांजलि दी। उसके बाद शाहिद छोटू राम के पार्थिव डे पर लपेट तिरंगे को ससम्मान लपेटकर सहित छोटू सिंह के बेटे दीपेंद्र को सौंपा गया। उसके बाद विधि विधान से पार्थिव देह का अंतिम संस्कार किया गया। इस मौके पर किशनगढ़ विधायक विकास चौधरी ने कहा कि इस गांव में बड़ी संख्या में नौजवान देश की सेवा करने के लिए सेवा में जाते हैं। पहली बार तिलोनिया गांव का जवान शहीद हुआ है, जिससे पूरा गांव शोक की लहर में डूबा हुआ है और हम सभी किशनगढ़ वासियों के लिए एक गर्व की बात है कि हमारा नौजवान देश की सीमाओं की सुरक्षा करते हुए शहीद हुआ है।