एक ही परिवार के चार लोगों की निर्मम हत्या से मचा हड़कंप, मृतकों में दो बच्चे भी थे शामिल
दुर्ग के कुम्हारी से बड़ी खबर सामने आ रही है। यहां के कपसदा गांव में किसी ने पति पत्नी और दो बच्चों की निर्मम हत्या कर दी है। सूचना मिलते ही एसपी दुर्ग डॉ. अभिषेक पल्लव और पुलिस अधिकारी मौके पर पहुंचे हुए हैं। प्रारंभिक जांच में संदेह है कि हत्याएं एक ही व्यक्ति ने की है। जिस कुल्हाड़ी से वार किया गया है वह बरामद कर ली गई है। जानकारी के मुताबिक कुम्हारी थाने से महज 6 किलोमीटर दूर कपसदा गांव में पूनाराम टंडन की बाड़ी है। वहां ओडिशा के बलांगीर से आकर 34 वर्षीय भोलानाथ यादव अपने परिवार सहित रहता था। भोला की पत्नी नैना (30 वर्ष) व उसके 7 और 12 साल के दो बच्चे मुक्ता और प्रमोद भी साथ ही रहते थे। ये परिवार बाड़ी में ही बने मकान में रहता था।घर के बाहर और अंदर पड़े थे शव भोला और उसकी पत्नी दोनों यहां खेती-बाड़ी करते थे। गुरुवार सुबह जब कुछ ग्रामीण इस ओर पहुंचे तो भोला का शव मकान के बाहर पड़ा था। अंदर उसकी पत्नी और दोनों बच्चों की लाश थी।
सभी के सिर और शरीर पर कुल्हाड़ी से वार के निशान थे। बुधवार-गुरुवार देर रात को अज्ञात व्यक्तियों ने वहां पहुंचकर कुल्हाड़ी से चारों के सिर में वार किया। इससे चारों की मौके पर ही मौत हो गई। सुबह जब लोगों ने देखा तो पूरे गांव में दहशत फैल गई। खबर लिखे जाने तक पुलिस मामले की जांच कर रही है। हत्यारे ने आवाज लगाकर भोलानाथ को बुलाया पुलिस की अभी तक की थ्योरी और क्राइम सीन के मुताबिक ऐसा माना जा रहा है कि हत्यारा 11 बजे के आसपास बाड़ी में पहुंचा। जहां भोलानाथ का परिवार रहता है उस मकान और बाड़ी के बीच एक गेट और है। हत्यारे ने आवाज लगाकर भोला को गेट खोलने बुलाया। इसके बाद दोनों में विवाद हुआ और भोलानाथ कुल्हाड़ी देखकर भागने लगा, लेकिन इतनी देर में ही उसके सिर पर वार कर उसे खत्म कर दिया। यह चीख-पुकार सुनकर भोला की पत्नी भी बाहर आई और डर गई तब हत्यारा उसके पीछे भी दौड़ा। उसकी पत्नी घर के अंदर घुस पाती इससे पहले ही उसके सिर पर भी कुल्हाड़ी से वार कर दिए। वह कमरे के दरवाजे में ही गिर गई।
इसके बाद हत्यारा अंदर कमरे में गया और छिपने की कोशिश कर रहे दोनों बच्चों को भी मार दिया। लौटते समय उसने कुल्हाड़ी नैना की लाश के पास ही फेंक दी। इसे पुलिस ने बरामद कर लिया है। दो बेटियों की बच गई जान भोलानाथ की दो बेटियां त्रिवेणी और करिश्मा हैं, लेकिन वे रात को अपने दादा व चाचा के यहां सोने जाते हैं। बुधवार रात को भी दोनों पास की बाड़ी में रहने वाले अपने चाचा के यहां सोने चले गए। इसलिए दोनों की जान बच गई। दादा बोला किसी से कोई दुश्मनी नहीं भोलानाथ यादव का परिवार 20 साल से भी अधिक समय से यहां रहकर खेती-बाड़ी का काम देख रहा था। उसके पिता राजभर यादव ने यहां बाड़ी ठेके में लेकर काम शुरू किया था। इस इलाके की दो-तीन बाड़ियों को वह अपने बेटों के साथ देख रहा था। उसका कहना है कि उसका या उसके परिवार का किसी से कोई झगड़ा नहीं है। भोलानाथ का भी कोई ऐसा विवाद नहीं था, कि जिससे उसकी हत्या हो जाती। जिनकी बाड़ी है वो आते हैं हिसाब करके चले जाते हैं। राजभर यादव ने बताया कि वह कल रात में करीब 9.30 बजे खाना देने यहां आया था, तब तक सब ठीक था। सामान्य दिनों जैसे ही भोला और उसका परिवार था।
सुबह जब उसके छोटे बेटे ने भोला उसकी पत्नी को फोन किया। दोनों ने फोन नहीं उठाया तो वह देखने आया। उसे बाड़ी के गेट के पास ही भोला का शव दिखाई दिया।मोबाइल के सहारे पुलिस पुलिस ने मृतक भोलानाथ और उसकी पत्नी नैना के मोबाइल जब्त कर लिए हैं। उसके कॉल डिटेल खंगाले जा रहे हैं। अनुमान है कि कॉल डिटेल से ऐसा कोई क्लू मिलेगा जिससे हत्यारे के बारे में कोई सुराग मिल सके। उधर पुलिस डॉग को भी घटनास्थल लाया गया था। डॉग शव के पास से कुछ दूर स्थित एक मकान तक गया। उस मकान के लोगों से भी पूछताछ की जा रही है। पुलिस बाड़ी मालिक और आसपास के लोगों से भी पूछताछ कर रही है कि कुछ ऐसी जानकारी मिले जिससे हत्या का कारण हत्यारे का कोई सुराग मिले। विपक्ष भी हमलावर हुआ इस वारदात के बाद नेता प्रतिपक्ष नारायण चंदेल ने एक बयान जारी करते हुए कहा कि यह घटना प्रदेश की कानून व्यवस्था ध्वस्त होने का उदाहरण है। उन्होंने कहा कि पिछले चार साल में अपराध बढ़े हैं। दोहरी-तिहरी हत्याओं की कई वारदातें हुई हैं, लेकिन सरकार अपराधियों में खौफ पैदा नहीं कर पाई है।