पंजाब के संगरूर जेल में शुक्रवार को कैदियों के बीच खूनी झड़प हो गई। इसमें 2 कैदियों की जान चली गई। 2 कैदी बुरी तरह से घायल हो गए। इस मामले में डीआईजी हरचरण भुल्लर ने शनिवार को संगरूर जेल का जायजा लिया। संगरूर सिटी 1 पुलिस थाना की तरफ से 10 कैदियों के खिलाफ केस दर्ज किया गया है। डीआईजी भुल्लर ने बताया की कैदी किसी बड़े गैंग के साथ नहीं जुड़े हुए थे। जेल में ही कुछ दिन पहले से आपस में रंजिश और थोड़ी बहुत लड़ाई चल रही थी। ऐसे में सवाल खड़े हो रहे हैं कि यदि पुलिस पहले से दो गुटों के बीच चल रही रंजिश पर एक्शन ले लेती, तो ये खूनी झड़प न होती और दो कैदियों की जान बच जाती। वहीं, अब जेल के अंदर हुई खूनी वारदात के बाद पुलिस इस मामले की जांच-पड़ताल करने में जुटी हुई है।
ह्यूमन राइट कमीशन ने मांगी रिपोर्ट
इस मामले में ह्यूमन राइट कमीशन ने एडीजीपी जेल से एक हफ्ते से पहले रिपोर्ट मांगी है।10 मई को मामले की अगली सुनवाई होगी। राजेंद्र अस्पताल में भर्ती एक कैदी शहबाज की मां संगरूर जेल पहुंची। पीड़ित कैदी की मां ने संगरूर पुलिस और जेल प्रशासन पर गंभीर आरोप लगाए हैं। मां ने कहा कि जेल में उसके बेटे संग इतनी बड़ी वारदात हो गई, किसी ने इस बात की जानकारी नहीं दी है। ये जेल प्रशासन की लापरवाही है। बता दें कि शुक्रवार शाम 7 बजे संगरूर जेल में 8 कैदियों ने 4 कैदियों के ऊपर तेज धारदार हथियारों से हमला कर दिया था। इसमें दो कैदी की मौत हो चुकी है, दो कैदियों का पटियाला के राजेंद्र अस्पताल में इलाज चल रहा है।
10 लोगों के खिलाफ दर्ज हुई FIR
शनिवार को इस मामले की गंभीरता से जांच करते हुए डीआईजी हरचरण सिंह भुल्लर ने संगरूर जेल का निरीक्षण किया। उन्होंने कहा कि इस पूरे मामले में दो लोगों की मौत हो चुकी है। दो कैदियों का पटियाला के राजेंद्र अस्पताल में इलाज चल रहा है। संगरूर पुलिस की तरफ से 10 लोगों के खिलाफ एफआईआर दर्ज की गई है। इस पूरे मामले की गंभीरता से जांच की जा रही है, जो भी इस मामले में दोषी पाया जाएगा। उन सबके खिलाफ कड़ी से कड़ी कार्रवाई की जाएगी।
पीड़ित कैदी की मां ने जेल प्रशासन पर लगाए गंभीर आरोप
इस मामले में मलेरकोटला के एक घायल कैदी सेहवाज की मां संगरूर जेल पहुंची। रोते हुए आरोप लगाए की शुक्रवार शाम बेटे के साथ इतनी बड़ी वारदात हुई। जेल के अंदर बेटे को मारा गया। जेल प्रशासन या या संगरूर पुलिस ने फोन तक नहीं किया। साथ ही महिला ने कहा कि अब वह जेल के बाहर खड़ी हैं, न ही मुझे किसी से मिलवाया जा रहा है। न ही इस मामले की कोई जानकारी दी जा रही है।