रांची। झारखंड में विधानसभा चुनाव का बिगुल बज चुका है।झारखंड में 13 और 20 नवंबर को दो चरण में मतदान होगा।मतगणना 23 नवंबर को होगी।विधानसभा चुनाव को लेकर झारखंड का सियासी पारा हाई है।चुनाव प्रचार जोरों पर है। आरोप-प्रत्यारोप,दावों और वादों का सिलसिला जारी है।विधानसभा चुनाव में जैसे-जैसे पार्टियां सीटों पर अपने प्रत्याशियों का ऐलान कर रही है और नामांकन में तेजी आ रही है, वैसे-वैसे इनके बीच जुबानी जंग भी तेज हो गई है। इंडिया के नेता जहां भाजपा को पूंजीपतियों की पार्टी बता रहे हैं, वहीं एनडीए नेता हेमंत सोरेन सरकार पर बांग्लादेशी घुसपैठ को संरक्षण देने का आरोप लगा रहे हैं।
मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन ने कहा है कि इस बार विधानसभा चुनाव में हमारी लड़ाई पूंजीपतियों के साथ है,जिसमें एक तरफ भाजपा तो दूसरी तरफ आदिवासी,दलित,पिछड़ा,गरीब, किसान और मजदूरों की सरकार है।सीएम हेमंत ने कहा कि आदिवासी मुख्यमंत्री की सरकार को गिराने के लिए पूरे पांच साल प्रयास किया गया,जब नहीं गिरी तो जेल तक भेज दिया। अब एक दर्जन मुख्यमंत्रियों को हमारे पीछे लगा दिया है। सीएम हेमंत ने कहा कि राज्य में जब भाजपा की डबल इंजन की सरकार थी, तब अत्याचार और दंगे हो रहे थे। बेरोजगारों की फौज खड़ी थी। अब विकास हो रहा है तो इन्हें पच नहीं रहा है।
सीएम हेमंत सोरेन ने कहा कि सरकार बनते ही विकास कार्य के साथ हक और अधिकार मांगना शुरू किया तो घबरा गये। हमें दो साल तक परेशान किया गया। हम लोग जल,जंगल और जमीन के मालिक हैं और हमें ही जमीन का घोटाला करने वाले बताते हैं।फिर भी हम डरेंगे नहीं, हम न तो डरने वाले और न घबराने वाले हैं। सीएम हेमंत ने कहा कि जब हम डरे नहीं तो भाजपा ने हमारे नेता को चुराकर ले जाने का काम शुरू कर दिया। अब इन्ही नेताओं की बदौलत आपके पास वोट मांगने आयेंगे, आपको सतर्क रहना है। हम लोगों ने विकास कार्य किया है और महिलाओं को पैरों पर खड़ा करने का जिम्मा उठाया है, उसी अधिकार से पास वोट मांगने आये हैं।
सीएम हेमंत सोरेन ने पूर्व सीएम चंपाई सोरेन का नाम लिये बगैर कहा कि हमारे कुछ नेताओं को भाजपा पैसे के बल पर खरीदने का काम कर रही है। हमारे जो नेता उनके पाले में जाने को तैयार नहीं हो रहे हैं, उन्हें सीबीआई और ईडी का डर दिखा रही है। हम और हमारे नेता डरने वाले नहीं हैं, अपनी चलायी गयी योजनाओं के दमपर जनता के बीच वोट मांगने जायेंगे और भाजपा की सूपड़ा साफ करेंगे।
असम के मुख्यमंत्री और भारतीय जनता पार्टी झारखंड चुनाव सह-प्रभारी हिमंत बिस्वा सरमा ने बुधवार को कहा कि झारखंड में इस बार का विधानसभा चुनाव बांग्लादेशी घुसपैठियों को भगाने के लिए हो रहा है,लेकिन अभी राज्य के हित में कई और बड़े निर्णय लेना बाकी है।हिमंता ने कहा कि झारखंड आने पर उन्होंने पाया कि यहां की डेमोग्राफी प्रत्येक दिन बदल रही है। संथाल परगना के बारे में सोचें तो वहां प्रत्येक दिन हिन्दू समुदाय की आबादी कम हो रही है और विशेष समुदाय की आबादी बढ़ रही है। धीरे-धीरे यह विशेष समुदाय राज्यभर में फैल जाएगा।हिमंता ने कहा कि झारखंड की हालत ठीक नहीं है। भाजपा की सरकार बनेगी तो कानून के तहत एनआरसी लागू कर घुसपैठियों को भगाया जाएगा।
सीएम हिमंता बिस्वा सरमा ने कहा कि सिदो-कान्हू, बिरसा मुंडा की महान धरती को बचाना होगा। भाजपा घुसपैठियों के आगे झारखंड को नतमस्तक नहीं होने देगी। यह चुनाव के केवल कमलेश सिंह को जिताने का नहीं है। यह चुनाव तय करेगा कि झारखंड झारखंडियों का रहेगा कि घुसपैठियों का रहेगा।
भाजपा के कार्यकर्ताओं को लक्षित कर सीएम हिमंता ने कहा कि टिकट मिले न मिले,विधायक मिले न मिले परंतु झारखंड रहेगा,हिन्दू सभ्यता रहेगा तभी सभी लोग रहेगा। कोई विधायक बने न बने झारखंड और हिन्दू सभ्यता बना रहना चाहिए। यह चुनाव विधायक बनाने, मुख्यमंत्री बनाने का नहीं, यह चुनाव घुसपैठियों को भगाने का है। इसलिए सभी को मिलकर झारखंड में भाजपा की सरकार बनाना है।हिमंता ने कहा कि झामुमो की सोच है कि बांग्लोदेश से आने वाले लोग सरकार बनाने में मदद करेगा। इसलिए घुसपैठियों के खिलाफ कुछ नहीं बोलते हैं।