आखिर क्यों हुई कपड़ा कारोबारी के बेटे कुशाग्र कनोडिया की हत्या; उलझती जा रही है गुत्थी, इन वजहों से उठ रहे हैं सवाल
कानपुर। कपड़ा कारोबारी मनीष कनोडिया के नाबालिग बेटे कुशाग्र की हत्या क्यों की गई यह गुत्थी और उलझ गई है। मंगलवार को आरोपितों की गिरफ्तारी के बाद पुलिस ने दावा किया था कि फिरौती तो एक उद्देश्य था, लेकिन हत्यारोपित प्रभात शुक्ला को शक था कि उसकी प्रेमिका पूर्व ट्यूशन शिक्षिका रचिता और कुशाग्र के बीच संबंध हैं। पुलिस ने रचिता और कुशाग्र के मोबाइल नंबरों की दो माह की काल डिटेल चेक कराई तो पता चला कि दोनों के बीच कोई बातचीत नहीं होती थी। अब सवाल है कि प्रभात ने रचिता व कुशाग्र के बीच संबंधों को लेकर झूठ बोला या उसका शक गलत था। हालांकि, पुलिस इसी आधार पर इस दावे को दफन नहीं करने जा रही है। डीसीपी सेंट्रल प्रमोद कुमार के मुताबिक कुशाग्र के इंटरनेट मीडिया अकाउंट भी खंगाले जा रहे हैं। संयुक्त पुलिस आयुक्त आनंद प्रकाश तिवारी ने बताया कि हत्या का उद्देश्य स्पष्ट नहीं है। तीनों आरोपितों को रिमांड पर लेकर पूछताछ की जाएगी। रायपुरवा थाना क्षेत्र के आचार्यनगर में श्रीभगवती विला अपार्टमेंट में रहने वाले 10वीं के छात्र कुशाग्र की हत्या उसकी पूर्व ट्यूशन शिक्षिका रचिता वत्स के प्रेमी प्रभात शुक्ला ने सोमवार को कर दी थी। प्रभात ने कोल्ड ड्रिंक पिलाने के लिए कुशाग्र को दर्शनपुरवा में अपने घर बुलाया था।
गार्ड से मिले सुरागों के आधार पर पुलिस ने रचिता वत्स, प्रभात शुक्ला व उसके पड़ोसी शिवा गुप्ता को गिरफ्तार कर लिया। प्रभात के घर के बाहर बने कोठरीनुमा कमरे से कुशाग्र का शव भी बरामद हो गया। प्रभात ने पुलिस को बताया था कि रचिता और कुशाग्र मोतीझील टहलने जाते थे। उसने फैसला किया कि वह कुशाग्र की हत्या कर देगा और इसके जरिये फिरौती भी वसूल करेगा। कुशाग्र और रचिता के संबंधों को लेकर पुलिस बहुत स्पष्ट नहीं थी और अब काल डिटेल ने सब साफ कर दिया है। ऐसे में पुलिस प्रेम संबंधों वाले दावे को शक की नजर से देख रही है। माना जा रहा है कि घर बसाने के लिए पैसों का इंतजाम करने की मजबूरी बताकर प्रभात ने रचिता को योजना में शामिल किया होगा। जिस तरह उसने फिरौती वाले पत्र में अल्लाह-ओ-अकबर लिखकर पुलिस को भ्रमित करने की कोशिश की, वह संबंधों को लेकर पुलिस को बरगलाने की कोशिश कर रहा है।
इसलिए उठ रहे हैं सवाल…
अगर उद्देश्य फिरौती वसूलने का था तो कमरे में जाते ही प्रभात ने कुशाग्र की हत्या क्यों कर दी। फिरौती देने से पहले हर व्यक्ति अपहृत की आवाज या वीडियो देखना चाहता है। कुशाग्र की मौत के बाद प्रभात के पास कोई विकल्प नहीं था। सीसी कैमरे से मिले वीडियो में साफ है कि प्रभात के घर कुशाग्र बेधड़क जा रहा है। वह घर के अंदर न जाकर उस उसी कमरे में गया। ऐसा लग रहा है कि वह पूर्व में भी यहां आ चुका था। कुशाग्र हेलमेट पहने हुए ही अंदर गया।