प्रयागराज राजू पाल विधायक हत्याकांड के गवाह उमेश पाल हत्याकांड में पुलिस ने एक बदमाश को मुठभेड़ के दौरान किया ढेर
प्रयागराज। राजू पाल विधायक हत्याकांड के गवाह उमेश पाल हत्याकांड में पुलिस की कुछ संदिग्धों के साथ सोमवार को मुठभेड़ हुई। एक अपराधी को इस मुठभेड़ में ढेर कर दिया गया। यह मुठभेड़ धूमनगंज इलाके के नेहरू पार्क में हुई। उमेश पाल मर्डर केस के एक संदिग्ध आरोपी की पुलिस से मुठभेड़ हुई है। मुठभेड़ में पुलिस को भी गोली लगी है। घायल हालत में बदमाश को स्वरूपरानी नेहरू अस्पताल में भेजा गया। अरबाज नाम के बदमाश को गोली मारी गई है। पुलिस एनकाउंटर में अरबाज को जान से मार दिया गया है। अरबाज बाहुबली नेता अतीक अहमद का करीबी बताया जा रहा है। अरबाज अतीक अहमद के बेटे असद की क्रेटा गाड़ी चला रहा था। योगी सरकार के देवरिया विधायक शलभमणि त्रिपाठी ने ट्वीट कर एक वीडियो शेयर किया है। इसमें पुलिस मुठभेड़ के बाद अपराधी घायल अवस्था में स्ट्रेचर में लेटा हुआ है। विधायक ने ट्वीट करते हुए कहा, मिट्टी में मिलाने का अभियान शुरू हो गया है। उमेश पाल का हत्यारा अरबाज पुलिस मुठभेड़ में ढेर हो गया।
इस मामले की अधिक जानकारी देते हुए लखनऊ के एडीजी प्रशांत कुमार ने कहा, कि 24 फरवरी की शाम उमेश पाल जो राजू पाल विधायक हत्याकांड के गवाह थे उनकी कुछ लोगों ने हत्या कर दी थी। मामले में कार्रवाई के क्रम में आज प्रयागराज जनपद के धूमनगंज थाना क्षेत्र में एक मुठभेड़ के मामले में शामिल अरबाज घायल हुआ। उसके पास एक पिस्टल मिली। अरबाज पर आरोप है कि घटना के दिन प्रयोग होने वाली गाड़ी का ये चालक था। उसने भी फायरिंग की थी। अभी तक मिली जानकारी के मुताबिक उपचार के दौरान अरबाज की मृत्यु हो गई।उमेश पाल पर हमला करने के बाद अरबाज का चेहरा सीसीटीवी फुटेज में आया था। पता चला था कि पुरामुफ्ती के सल्लाहपुर निवासी अरबाज अपराधी की कार चला रहा था। उसने हमला भी किया था। हमलावरों की तलाश में पुलिस लगी हुई थी। क्राइम ब्रांच को पता चला था कि वह नीवां क्षेत्र में छिपा है। बता दें कि उमेश पाल हत्याकांड में शामिल आरोपियों की पुलिस तलाश में जुटी हुई थी। उमेश पाल और उनके सुरक्षाकर्मी संदीप निषाद की शुक्रवार को गोली मारकर हत्या कर दी गई थी।
इस हमले में घायल हुए पाल के दूसरे सुरक्षाकर्मी राघवेंद्र सिंह को गंभीर हालत में यहां एसआरएन (स्वरूपरानी नेहरू) अस्पताल में भर्ती कराया गया था। प्रयागराज पुलिस के मीडिया प्रकोष्ठ द्वारा जारी सूचना के मुताबिक राघवेंद्र सिंह के परिजनों की इच्छा और एसआरएन के चिकित्सकों की टीम की सलाह पर उन्हें बेहतर इलाज के लिए रविवार शाम एसजीपीजीआई लखनऊ रेफर किया गया था। गौरतलब है कि शुक्रवार को प्रयागराज में राजूपाल हत्याकांड के मुख्य गवाह उमेश पाल की हत्या कर दी गई थी। इसके बाद मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने शनिवार को सदन में खुद मोर्चा संभालते हुए प्रदेश में माफियावाद के लिए विपक्षी खासकर समाजवादी पार्टी को जिम्मेदार ठहराते हुए नेता प्रतिपक्ष को जमकर लताड़ लगाई थी। सीएम योगी ने सदन के अंदर कहा था कि प्रदेश के माफियाओं को मिट्टी में मिला दिया जाएगा। उमेश पाल हत्याकांड मामले पर पुलिस ने 8 टीमें लगाई गई हैं. वहीं, 7 लोगों को पकड़ा गया है। इसमें अतीक अहमद के दो बेटे भी शामिल हैं। वहीं, आज एक को पुलिस मुठभेड़ में मार दिया गया है।