योगी सरकार कांवड़ यात्रा को लेकर अलर्ट, मुजफ्फरनगर में एटीएस कमांडो तैनात
मुजफ्फरनगर। देवाधिदेव महादेव का प्रिय महीना सावन 22 जुलाई से शुरू है। सावन महीने में निकल रही कांवड़ यात्रा को लेकर योगी सरकार अलर्ट मोड पर है। कांवड़ यात्रा की सुरक्षा को लेकर पश्चिमी उत्तर प्रदेश में पुख्ता इंतजाम किए गए हैं।सकुशल कांवड़ यात्रा संपन्न कराने के लिए हर गतिविधियों पर पैनी नजर रखी जा रही है। मुजफ्फरनगर में पहली बार कांवड़ यात्रा मार्गों पर एटीएस कमांडो तैनात किए गया हैं। यह लगातार रूट पर मार्च भी कर रहे हैं।
मुजफ्फरनगर जिले से हर साल लाखों कांवड़िया गुजरते हैं। इसमें दिल्ली,हरियाणा,राजस्थान और यूपी के अलग-अलग जिलों के कांवड़िए कावड़ लेकर शहर और हाईवे से होकर हरिद्वार से गंगाजल लेकर जाते हैं। कांवड़ यात्रा को सकुशल संपन्न करने के लिए इस बार वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक अभिषेक सिंह ने एटीएस कमांडो के लिए पत्र लिखा था। इसके बाद जिले में एटीएस कमांडो की एक बड़ी टीम जगह-जगह तैनात की गई है।
लखनऊ से आए एटीएस कमांडो
शहर से लेकर हाईवे तक जितने भी मार्ग हैं सभी पर एटीएस कमांडो बारीकी से निगाह रखे हुए हैं। मुजफ्फरनगर एसएसपी अभिषेक सिंह का कहना है कि कांवड़ यात्रा पर कोई अप्रिय घटना न हो इसको ध्यान में रखते हुए एटीएस हेडक्वार्टर से एटीएस कमांडो की तैनाती के लिए अनुरोध किया गया था, जिसके बाद मुजफ्फरनगर में एटीएस कमांडो पहुंचे हैं। एसएसपी ने बताया कि शहर के शिव चौक से रोजाना हजारों कांवड़िए हरिद्वार के लिए आ और जा रहे हैं। यहां पर इनको तैनात किया गया है।इसके अलावा हाईवे और कई अन्य सड़कों पर भी इनकी तैनाती की गई है।
बता दें कि मुजफ्फरनगर से लाखों कांवड़िए गुजरते हैं।पिछले दिनों जिला पुलिस प्रशासन ने जिले में कांवड़ यात्रा मार्गों पर लगने वाले हॉटल,ढाबों, दुकानों और ठेलों पर मालिक और संचालकों के नाम लिखने का फरमान जारी किया था। इसके बाद योगी सरकार ने इसको पूरे प्रदेश में लागू कर दिया था। इस आदेश के खिलाफ खूब सियासत हुई। बाद में सुप्रीम कोर्ट ने इस आदेश पर रोक लगा दी थी।