एंटी करप्शन टीम ने रिश्वत लेते हुए लेखपाल को रंगे हाथ पकड़ा जमीन के पैमाईश के लिए लेखपाल ने व्यक्ति से मांगी थी रिश्वत
उत्तर प्रदेश के वाराणसी के राजातालाब तहसील में कार्यरत बरकी क्षेत्र के लेखपाल राजेंद्र प्रसाद को भ्रष्टाचार निवारण संगठन की वाराणसी यूनिट ने बुधवार को 10 हजार रुपये घूस लेते हुए रंगेहाथ गिरफ्तार किया। राजेंद्र प्रसाद के खिलाफ रोहनिया थाने में मुकदमा दर्ज करा कर उसे पुलिस को सौंप दिया गया। गुरुवार को उसे अदालत में पेश किया जाएगा। बरकी गांव निवासी मनीष कुमार सिंह की जमीन की पैमाइश कर रिपोर्ट लगानी थी। मनीष के अनुसार, बड़ागांव थाना क्षेत्र के चिउरापुर गांव का निवासी लेखपाल राजेंद्र प्रसाद जमीन की पैमाइश कर रिपोर्ट लगाने के लिए 10 हजार रुपये घूस मांग रहा था। राजेंद्र प्रसाद का कहना था कि पैसे मिलेगा तभी काम होगा।
केमिकल लगे रिश्वत के रुपये गिनने पहुंची टीम…
इस पर मनीष ने भ्रष्टाचार निवारण संगठन की वाराणसी यूनिट से संपर्क किया और पूरी बात बताई। भ्रष्टाचार निवारण संगठन की टीम ने मनीष को केमिकल लगे हुए 10 हजार रुपये के नोट दिए। कहा कि ओवरब्रिज के नीचे जंसा मार्ग पर बुधवार को लेखपाल राजेंद्र प्रसाद को बुलाकर पैसा दे दें। मनीष के बुलाने पर राजेंद्र प्रसाद पैसे लेने आया। राजेंद्र नोट पकड़ा ही था कि भ्रष्टाचार निवारण संगठन की वाराणसी यूनिट के प्रभारी अजीत कुमार सिंह के नेतृत्व में इंस्पेक्टर नीरज कुमार सिंह और इंस्पेक्टर अशोक कुमार सिंह की टीम ने उसे दबोच लिया। राजेंद्र प्रसाद का हाथ धुला कर उसे रोहनिया थाने ले जाया गया और पुलिस को सौंप दिया गया।
लेखपाल बोला- विश्वास में धोखा हो गया…
लेखपाल राजेंद्र प्रसाद के रंगेहाथ पकड़े जाने की सूचना पर राजातालाब तहसील के लेखपालों में हड़कंप मच गया। देर शाम तक कई लेखपाल रोहनिया थाने के बाहर और उसके आसपास मौजूद रहे। वहीं, गिरफ्तार किए गए लेखपाल राजेंद्र प्रसाद का कहना था कि विश्वास में धोखा हो गया।