शासकीय स्कूल में बाथरूम की साफ-सफाई और गोबर उठाते दिखे बच्चे, शिकायत पर प्रिंसिपल ने दी धमकी
मध्यप्रदेश के मंदसौर जिले में एक सरकारी स्कूल का वीडियो वायरल हुआ है। वायरल वीडियो में साफतौर पर दिख रहा है कि कुछ स्कूली बच्चे स्कूल में ही साफ-सफाई और झाड़ू लगाते हुए नजर आ रहे हैं। शिकायत करने पर स्कूल की मैडम ने उल्टा धमकी दी है। मंदसौर जिला मुख्यालय से करीब 15 किलोमीटर दूर स्थित ग्राम भालोट में नई आबादी स्थित शासकीय प्राथमिक विद्यालय ईजीएस का एक वीडियो सामने आया है।
इसमें स्कूल की छोटी बच्चियां बाथरूम की सफाई करती हुई नजर आ रही हैं। इसके अलावा दूसरे वीडियो में स्कूल की बच्चियां हाथ में बर्तन लेकर गोबर उठाती और टाट-पट्टी झटकती हुई दिख रही हैं। वीडियो बनता देख एक शिक्षिका बच्चियों को काम करने से रोक रही हैं, जबकि दूसरी शिक्षिका कह रही हैं कि यह स्कूल का काम है साफ-सफाई का, अपने को ही करना है। हालांकि, मामला जो भी हो लेकिन इस वीडियो ने एक बार फिर सरकारी स्कूलों की हकीकत सामने ला दी है।
मामले में प्रभारी प्रधानाध्यापिक वंदना परमार ने बताया कि बच्चों को सफाई के लिए कभी भी नहीं कहा जाता है। स्टाफ में तीन लोग हैं, एक समय से नहीं आया था। कमरे की सफाई के दरमियान बच्चे चले गए होंगे या लेट बाथ में गए होंगे, तब बाल्टी से पानी ढुल गया होगा, तब उन्होंने झाड़ू से सफाई की होगी। इसी दौरान रोड के समीप स्कूल होने के चलते सरपंच का ट्रैक्टर से निकलना हुआ होगा तो दिख गया।
उन्होंने आकर तत्काल वीडियो बना लिया। स्कूल की बाउंड्रीवॉल नहीं होने से बरामदे से रोज ही गोबर उठाना पड़ता है और जो बर्तन हैं काम में लाई जा रहे हैं वो पुराने हैं। मध्याह भोजन के लिए नए और बड़े बर्तनों का उपयोग किया जाता है।भालोट सरपंच नानालाल कुमावत ने बताया कि बतौर सरपंच हर बार की तरह बुधवार सुबह 10.30 बजे स्कूल की व्यवस्था देखने गया तो छोटे बच्चों से टॉयलेट की सफाई कराई जा रही थी।
मध्याह्न भोजन की थाली से गोबर उठवाया जा रहा था। मौके पर मैंने वीडियो बनाकर आपत्ति ली तो मैडम चिल्लाने लगीं और भला-बुरा कहने लगी। फिर मौके से मैं चला गया, क्योंकि वो मैडम हैं और कभी मैं फिर चेक करने गया तो कुछ भी आरोप लगा सकती हैं। क्योंकि वो पढ़ी-लिखी हैं, मैंने वीडियो डालकर व वरिष्ठ अधिकारियों को भी अवगत कराया। कुछ पालक भी कहने गए थे उनको भी कहा कि जहां शिकायत करना हो, कर लेना। वहीं, मैडम ने मुझे मेरे खिलाफ रिपोर्ट लिखवाने की धमकी भी दी है।
मामले को लेकर जब हमने जिला शिक्षा अधिकारी सुदीप दास से बात की तो उनका कहना था कि मैं अभी कहीं विजिट पर हूं। मामला मेरी जानकारी में आया है। मैडम को पहले नोटिस जारी किया जाएगा, उसके बाद नोटिस के जवाब के आधार पर कार्रवाई की जाएगी।