मुख्तार अंसारी की पेशी पर कोरमा बिरयानी का इंतज़ाम,कचहरी पहुंचते ही सजती थीं मुगलई डिशें,अब तो है बस जेल की तन्हाई और सख्ती
लखनऊ। अखबारों और टीवी चैनल में खबर रहती है कि जरायम की दुनिया का बेताज बादशाह माफिया मुख्तार अंसारी टूट चुका है। योगी सरकार ने मुख्तार की कमर तोड़ दी है। बड़े-बड़े मुकदमे चल रहे हैं। जो फाइल बंद थी वह खोल दी गई है। ईडी, इनकम टैक्स,सीबीआई और पुलिस की तमाम तरह की जांचें चल रही हैं। कई केस ऐसे हैं,जिसमें माफिया मुख्तार अंसारी को सजा हो चुकी है। मुख्तार इस समय बांदा जेल में बंद है।
मुख्तार की पेशी और दावत….
एक किस्सा आंखों देखा यह भी है कि माफिया मुख्तार अंसारी किसी पेशी के लिए जब राजधानी लखनऊ के जिला न्यायालय परिसर में पहुंचा तो वहां पर बाकायदा वकील के चेंबर के पीछे अहाते में खाने की बड़ी-बड़ी डेग और प्लेटें सजी हुई थीं। पता चला कि बावर्ची से यह मुगलई खाने का इंतजाम मुख्तार और उसके गुर्गों के लिए किया गया है। खाने की बात करें तो खाने में कोरमा और बिरयानी शामिल थीं। एक साथ 100 से अधिक लोग वहां खाना खा सकते थे।
वो गुजरे दिन अब कहां…
सोचने वाली बात कि किस तरह का इंतजाम मुख्तार की अंसारी की पेशी पर हुआ करता था।आज वही मुख्तार अंसारी जज के सामने गिड़गिड़ा कर अपने जीवन की भीख मांग रहा है,कोर्ट को अपनी बीमारियां गिनवा रहा है और जेल में इलाज न मिल पाने की दुहाई दे रहा है। मुख्तार जब कचहरी और पेशी पर आता था तब उसके चाहने वाले उसके लिए तोहफे की बारिश कर देते थे। ब्रांडेड कपड़े,ब्रांडेड जूते मुख्तार के दिए जाते थे। मुख्तार जहां जब जैसे चाहता था खाने इंतजाम किया जाता था।
मगर अब समय बदल गया है।ना वो समय रहा और ना पहले वाला भौकाल रहा।अब तो बस जेल की सख्तियां हैं और कभी ना खत्म होने वाला इंतजार जो अदालतों की दहलीज पर फैसलों का इंतजार कर रहा है। बता दें कि ये वही मुख्तार अंसारी है जो प्रदेश की जेल से कोर्ट के लिए निकलता था तो जेल से लेकर कचहरी तक आगे पीछे मुख्तार के काफिले की गाड़ियां लोग गिनते-गिनते थक जाते थे।