उन्नाव में करंट से नहीं हुई थी मौत, चारों बच्चों कि-की गई थी हत्या, 11 दिन बाद पिता के खिलाफ दर्ज हुआ केस
उन्नाव के लालमनखेड़ा गांव में 19 नवंबर को दर्दनाक हादसा हुआ था। करंट की चपेट में आकर एक ही परिवार के चार बच्चों की मौत हो गई थी। बच्चों की मां ने पति के खिलाफ हत्या और जान से मारने की धमकी का मुकदमा दर्ज कराया है। पुलिस ने 11 दिन बाद वीरेंद्र पासी के खिलाफ मामला दर्ज कर लिया। तहरीर के मुताबिक शिवदेवी 19 नवंबर को खेत पर धान काट रही थी। गांववालों से सूचना मिली कि चारों बच्चों की करंट लगने से मौत हो गई। घर आने पर बच्चों के शव पड़े हुए मिले।
11 दिन बाद पुलिस ने दर्ज किया मुकदमा…
शिवदेवी ने संदेह जताया कि पति वीरेंद्र ने बच्चों को करंट और जहर देकर मार दिया है। उसने बताया कि वीरेंद्र बच्चों को कई बार जान से मारने की धमकी दे चुका था। पत्नी ने पति का गांव की महिला से संबंध होने का भी आरोप लगाया। अवैध संबंध का विरोध करने पर पति बच्चों के साथ पत्नी को भी मारता पीटता था। पुलिस ने मुकदमा दर्ज कर मामले की जांच शुरू कर दी है। बतातें चलें कि 19 नवंबर को एक ही परिवार के चार बच्चे मयंक, हिमांशी, हिमांक और मानसी की मौत हो गई थी।
एक ही परिवार के 4 बच्चों की मौत मामला…
पुलिस को विसरा रिपोर्ट मिलने का इंतजार है। 11 दिन बाद मामला दर्ज होने से चर्चाओं का दौर जारी है। पोस्टमार्टम में शामिल डॉक्टरों के पैनल से विसरा सुरक्षित कराया गया था। जांच के लिए लखनऊ विधि विज्ञान प्रयोगशाला भेजी गई विसरा की रिपोर्ट नहीं आई है। अब मामला दर्ज किए जाने से सवाल खड़े हो रहे हैं।
मां ने पति के खिलाफ पुलिस को दी तहरीर…
क्या विसरा जांच में बच्चों को जहर देकर मारने की पुष्टि तो नहीं हुई है. इस वजह से आनन फानन में पुलिस ने पिता को आरोपी बनाया। पिता वीरेंद्र को मानसिक अस्वस्थ बताए जाने पर लखनऊ के केजीएमयू अस्पताल में भर्ती कराया गया था। देखरेख की जिम्मेदारी बड़े भाई सुरेंद्र को सौंपी गई थी। सुरेंद्र की पत्नी ने थाना पहुंच कर पति को घर भेजने की गुहार लगाई गई। बड़ा भाई सुरेंद्र घर आ गया है। बताया जा रहा है कि इलाज के बाद वीरेंद्र की हालत में सुधार हुआ है।
पूरी तरह से हालत सामान्य होने के बाद पुलिस आगे की कार्रवाई करेगी।
एक नजर में जान लें घटनाक्रम का अपडेट…
19 नवंबर को चार भाई बहन की हुई थी मौत
20 नवंबर को पोस्टमार्टम के बाद अंतिम संस्कार
21 नवंबर को पिता वीरेंद्र ने निगल लिया था जहर
22 नवंबर को राज्य बाल अधिकार संरक्षण सदस्य श्याम त्रिपाठी पहुंचे थे गांव
23 नवंबर को पिता वीरेंद्र लौटा था घर
24 नवंबर को पिता ने बच्चों को मार डालने का दिया था बयान
25 नवंबर को बिजली सहायक सुरक्षा निदेशक सोनाली सिंह ने की पंखे की जांच, कहा कि करंट से मौत नहीं
26 नवंबर को पिता वीरेंद्र को लखनऊ केजीएमयू में कराया गया भर्ती
28 नवंबर को सांसद साक्षी महाराज ने गांव पहुंच परिजनों को बंधाया ढांढ़स, मां को दी आर्थिक सहायता
29 नवंबर को पुलिस ने मां की तहरीर पर दर्ज किया मुकदमा