अंततः समाजवादी पार्टी के सुप्रीमों अखिलेश यादव ने अतुल प्रधान का टिकट काटकर पूर्व मेयर सुनीता वर्मा को बनाया अपना उम्मीदवार, योगेश वर्मा पत्नी का सिंबल लेकर हेलीकॉप्टर से मेरठ पहुंचे और अंतिम समय में किया नामांकन
मेरठ। अतुल प्रधान ने इस्तीफे की पेशकश की। टिकट कटा तो विधायक पद से इस्तीफा दूंगा। विधानसभा अध्यक्ष को आज ही इस्तीफा भेज सकते है। अतुल प्रधान का मेरठ से लोकसभा का टिकट काट दिया गया। अतुल प्रधान समाजवादी पार्टी से भी इस्तीफा दे सकते हैं। अतुल प्रधान का टिकट काटकर सुनीता वर्मा को दिया गया। पार्टी विधायकों, जिलाध्यक्ष, कार्यकर्ताओं ने अतुल प्रधान का जमकर विरोध किया, परिक्रमा पर जनाधार भारी पड़ा, आख़िरकार सुनीता वर्मा को सपा सुप्रीमों ने सारा विरोध को दरकिनार करते हुए समाजवादी का उम्मीदवार बनाया और अंततः वही आज अंतिम समय पर नामांकन किया।
सुनीता वर्मा सपा से नामांकन करने पहुंचीं तो पति योगेश वर्मा भी उनके साथ मौजूद रहे। आज ही समाजवादी पार्टी से सुनीता को टिकट मिला। अतुल प्रधान का टिकट काटकर सुनीता को टिकट सपा सुप्रीमों अखिलेश यादव ने दिया है। योगेश वर्मा पत्नी सुनीता का सिंबल लेकर हेलीकॉप्टर से मेरठ पहुंचे थे। आज मेरठ में नामांकन का आखिरी दिन रहा। फिलहाल सुनीता वर्मा कई मामलों में वांछित योगेश वर्मा की पत्नी है। सपा ने पहले भानुप्रताप सिंह वर्मा और अब अतुल प्रधान का टिकट काटा। पूर्व मेयर सुनीता वर्मा को आखिरी वक्त में प्रत्याशी बनाया गया। सुनीता वर्मा के पति पूर्व विधायक योगेश वर्मा हैं।
सपा से पूर्व घोषित उम्मीदवार अतुल प्रधान दबाव बनाने के लिए विधायक पद से त्याग पत्र तक देने की धमकी दे डाली। कल रात से अतुल प्रधान इस्तीफे की रट लगाए थे कि अगर उनका लोकसभा का मेरठ का टिकट कटा तो वो विधायकी से भी इस्तीफा दे देंगे। यही नहीं समाजवादी पार्टी की सक्रिय सदस्यता से भी त्याग पत्र दे देंगे। दबाव जब काम न आया तो वह भी वक्त के साथ पलट गए। अब प्रधान का नया स्टेटमेंट आया है कि जैसा राष्ट्रीय अध्यक्ष जी कहेंगे, उनके फैसले का वो स्वागत करेंगे। लखनऊ में पार्टी नेतृत्व ने जैसे ही उन्हें कसा, अतुल प्रधान का सोशल मीडिया पर ये बयान जारी हो गया।