International Yoga Day 2023: यूपी के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ और राज्यपाल आनंदी बेन पटेल ने 10वें अंतर्राष्ट्रीय योग दिवस कार्यक्रम में हिस्सा लिया
लखनऊ : यूपी के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने कहा, “आज मैं आप सभी को 10वें अंतर्राष्ट्रीय योग दिवस की बधाई देता हूं। ये अवसर हमें देश के पीएम मोदी ने दिया है, जिनके प्रयास से और विजन का परिणाम है कि आज दुनिया के करीब पौने दो सौ देश अंतर्राष्ट्रीय योग दिवस के साथ जोड़कर भारत इस विरासत के साथ अपने आपको जोड़कर भारत की संस्कृति को, भारत की परंपरा को गौरवान्वित करने का प्रयास करेंगे। यह अपने पूर्वजों और विरासत के प्रति इससे बड़ा सम्मान दूसरा और कोई नहीं हो सकता।
‘योग सभी के लिए है, इसमें कोई जाति का भेद नहीं’ सभी लोग बनाए इसे दिनचर्या का हिस्सा – CM योगी
10वें अंतरराष्ट्रीय योग दिवस के अवसर पर आज माननीय राज्यपाल श्रीमती आनंदी बेन पटेल जी के साथ राजभवन प्रांगण, लखनऊ में आयोजित सामूहिक योगाभ्यास कार्यक्रम में सम्मिलित हुआ। सीएम योगी ने कहा कि योग एक संपूर्ण विधा है, जो हमें शारीरिक और मानसिक रूप से एकजुट करता है। प्रदेश वासियों से अपील है कि योग को नियमित अभ्यास का हिस्सा बनाएं, यह आपके स्वास्थ्य और दीर्घ जीवन के लिए अति उत्तम है। सभी योग साधकों एवं प्रदेश वासियों को अंतरराष्ट्रीय योग दिवस की हृदय से बधाई एवं शुभकामनाएं।
भारत की ऋषि परंपरा के प्रति श्रद्धा
सीएम योगी ने कहा कि हम सभी जानते हैं कि योग एक संपूर्ण विद्या है जो हमें शारीरिक और मानसिक रूप से एकजुट करता है। भारत की ऋषि परंपरा को देखें तो उन लोगों के पास कितनी दूरदर्शिता थी, किस तरह उन्होंने समाज को जोड़ा, धर्म को योग के साथ जोड़ने का एक अभिनव प्रयास इस रूप में हुआ। कार्यक्रम के दौरान सीएम योगी ने कहा कि यह हम सबका सौभाग्य है कि योग दिवस के अवसर पर हम अपनी विरासत का स्मरण करते हुए भारत की ऋषि परंपरा के प्रति श्रद्धा व्यक्त कर रहे हैं।
काया स्वस्थ है तो मन स्वयं ही स्वस्थ हो जाएगा
सीएम योगी ने कहा कि हम सभी जानते हैं कि योग एक संपूर्ण विद्या है जो हमें शारीरिक और मानसिक रूप से एकजुट करता है। भारत की ऋषि परंपरा को देखें तो उन लोगों के पास कितनी दूरदर्शिता थी, किस तरह उन्होंने समाज को जोड़ा, धर्म को योग के साथ जोड़ने का एक अभिनव प्रयास इस रूप में हुआ। जब हम धर्म की बात करते हैं तो धर्म के दो हित सामने दिखते हैं। एक है इस लोक में विकास के लिए, खुशी और खुशहाली के लिए, ईज ऑफ लिविंग के लिए कार्य करना और दूसरा है कि जन्म के बाद मोक्ष की प्राप्ति हो। यानी धर्म के दो हित भारत की ऋषि परंपरा ने हम सबको बताए हैं। योग भी हम सबको उसी परंपरा के साथ जोड़ने का काम करता है।
पूर्वजों ने हमें जो दिया है, वह संपूर्ण मानवता के अनुकूल है
भारतीय मनीषा भी इसी बात को कहती है कि शरीर माध्यम खलु धर्म साधनम्, अर्थात सभी कार्य तभी पूर्ण हो सकते हैं, जब आपका शरीर साथ हो। काया स्वस्थ है तो मन स्वयं ही स्वस्थ हो जाएगा। योग में हर किसी के लिए अलग-अलग योग विद्याएं हैं। बालक हों, युवा हों, अधेड़ हों या फिर बुजुर्ग हों, सभी योग का अभ्यास करके खुद को शारीरिक और मानसिक रूप से स्वस्थ रख सकते हैं।
पूरे उत्साह के साथ किया सामूहिक योगाभ्यास
अंतर्राष्ट्रीय योग दिवस हम सभी के लिए भारत की इसी परंपरा के प्रति, इसी श्रद्धा को व्यक्त करने का एक माध्यम बना है। इससे पूर्व कार्यक्रम की शुरुआत राष्ट्रगान के साथ हुई और फिर राजभवन गीत का भी प्रस्तुतिकरण किया गया। मुख्य सचिव दुर्गा शंकर मिश्र ने राज्यपाल और मुख्यमंत्री को तुलसी का पौधा देकर उनका अभिनंदन किया। इस अवसर पर प्रांगण में बड़ी संख्या में उपस्थित योग साधकों व प्रशिक्षकगणों ने पूरे उत्साह से सामूहिक योगाभ्यास में किया।
ये अवसर हमें देश के यशस्वी प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने प्रदान किया है- योगी आदित्यनाथ
ये अवसर हमें देश के यशस्वी प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने प्रदान किया है, जिनके विजन और प्रयासों का परिणाम है कि आज दुनिया के लगभग पौने दो सौ देश अंतर्राष्ट्रीय योग दिवस के साथ जुड़कर भारत की इस विरासत के साथ खुद को जोड़कर के हमारी संस्कृति और परंपरा को गौरवान्वित करने का प्रयास करेंगे। अपनी परंपरा और पूर्वजों व विरासत के प्रति इससे बड़ा सम्मान और कोई नहीं हो सकता।