फडणवीस तीसरी बार बने महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री, शिंदे और अजित पवार को डिप्टी CM का जिम्मा
भारतीय जनता पार्टी के नेता देवेंद्र फडणवीस ने मुख्यमंत्री पद की शपथ ग्रहण कर ली है। वह तीसरी बार महाराष्ट्र के CM पद की कुर्सी पर बैठेंगे। उनके साथ एनसीपी चीफ अजित पवार और शिवसेना प्रमुख एकनाथ शिंदे ने उपमुख्यमंत्री पद की शपथ ग्रहण की। मुंबई के आजाद मैदान में आयोजित शपथ ग्रहण समारोह में पीएम मोदी, केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह, केंद्रीय रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह, केंद्रीय मंत्री और बीजेपी राष्ट्रीय अध्यक्ष जेपी नड्डा और कई राज्यों के मुख्यमंत्रियों ने शिरकत की।
बीजेपी को मिल सकते हैं 21-22 विभाग…
शपथ ग्रहण के बाद अब तीनों पार्टियों के बीच मंत्रिमंडल और विभागों के बंटवारे को अंतिम रूप दिया जाएगा। बीजेपी को 21 से 22 विभाग मिलने की संभावना है। जबकि शिवसेना ने 16 सीटें मांगी हैं, लेकिन उसे 12 सीटें मिलने की संभावना है। वहीं, अजित पवार को 9 से 10 विभाग की चर्चा है।
साल-2014 में पहली बार बने थे CM…
देवेंद्र फडणवीस साल-2014 में पहली बार सीएम बने थे। उन्होंने 5 साल सरकार चलाई और साल-2019 में बीजेपी ने सबसे ज्यादा सीटें जीतीं, लेकिन पार्टी सरकार नहीं बना पाई। ढाई साल बाद बीजेपी ने एकनाथ शिंदे के नेतृत्व में एनडीए की सरकार बनाई और फडणवीस डिप्टी सीएम बनाए गए ।
‘सब मिलकर चलाएंगे सरकार…
बुधवार सुबह बीजेपी विधायक दल की बैठक में सीएम चेहरे के लिए देवेंद्र फडणवीस के नाम पर मुहर लगी। उसके बाद महायुति नेताओं की बैठक हुई और फडणवीस के नाम समर्थन पत्र तैयार किया गया। शिंदे, पवार और फडणवीस राजभवन पहुंचे और राज्यपाल सीपी राधाकृष्णन के सामने सरकार बनाने का दावा पेश किया। उसके बाद तीनों नेताओं ने संयुक्त प्रेस कॉन्फ्रेंस की।
एकनाथ शिंदे ने कहा, साल-2022 में इसी जगह फडणवीस ने मेरे नाम (सीएम पद के लिए) का प्रस्ताव रखा था और आज मैं भी इसी जगह फडणवीस के नाम का प्रस्ताव रख रहा हूं।’ फडणवीस ने कहा, ‘मुख्यमंत्री का पद एक तकनीकी व्यवस्था है। हम तीनों मिलकर सरकार चलाएंगे।
महाराष्ट्र का सियासी समीकरण…
महाराष्ट्र में 288 सीटें हैं। बहुमत के लिए 145 सीटें जीतना जरूरी है। इस चुनाव में बीजेपी एक बार फिर सबसे बड़ी पार्टी बनकर उभरी और 132 सीटें जीतीं। दूसरे नंबर पर 57 सीटों के साथ शिवसेना आई। तीसरे नंबर पर 41 सीटें जीतकर अजित पवार की एनसीपी रही। JSS को 2 और RSJP को एक सीट पर जीत मिली। बीजेपी ने इस बार चुनाव में 149 उम्मीदवार उतारे थे। जबकि शिवसेना ने 81 और एनसीपी ने 59 प्रत्याशियों को टिकट दिया था।