भाजपा से बागी होकर नामंकन करने वाले संतोष मिश्रा पर नाम वापसी का भाजपा शीर्ष नेतृत्व बना रहा है दबाव
नगरपालिका परिषद बेल्हा के अध्यक्ष पद के उप निर्वाचन हेतु किये गए नामांकन का आज नाम वापसी होगा। निकाय के उपचुनाव में नगरपालिका अध्यक्ष पद के लिए कुल 12 उम्मीदवार किये हैं, नामांकन। उप चुनाव में नाम वापसी के बाद आज होगा सिंबल आवंटन, फिर क्षेत्र में चुनावी सरगर्मियां बढ़ेगी, 17 दिसम्बर को होगा, मतदान। बीजेपी संगठन अब योगी सरकार के जरिये प्रसाशनिक दबाव डालकर निर्दल उम्मीदवार संतोष मिश्रा से नामांकन वापस कराने के लिए नामांकन के दिन से शासन व प्रशासन के डंडे दिखाकर निर्दल उम्मीदवार संतोष मिश्रा को डरा रहा है- सूत्र।
लोकतंत्र में प्रत्येक नागरिकों को किसी भी चुनाव में उम्मीदवार बनने का अधिकार उसे संविधान प्रदान करता है। एक ब्यवसाई सत्ताधारी पार्टी से जुड़ा हो और उसे टिकट के लिए अंतिम समय तक आश्वस्त रखा जाए और अंतिम समय उसका टिकट काट दिया जाए और उस दशा में वह निर्दल चुनाव लड़ना चाहे तो सत्ताधारी दल उसे प्रशासनिक डंडा दिखाकर भय दिखाया जाए ये कितना जायज है…???
कौन है, संतोष मिश्रा ? क्यों निकाय के उप चुनाव में नगरपालिका के अध्यक्ष पद पर निर्दल उम्मीदवार के रूप में नामांकन करना पड़ा ? संतोष मिश्रा शहर प्रतपगढ़ के भंगवा चुंगी निवासी हैं। बाबागंज हनुमान मंदिर के पास उनकी यस गैस एजेंसी है। संतोष मिश्रा पूर्व विधायक स्वर्गीय राजपति मिश्रा के पुत्र हैं। संतोष मिश्रा साल- 2006 व साल- 2012 में नगरपालिका अध्यक्ष पद का चुनाव लड़ चुके हैं। दोनों बार उन्हें सफलता नहीं मिली, परन्तु स्वर्गीय हरि प्रताप सिंह को कड़ी टक्कर देकर उन्हें चुनाव में छट्ठी का दूध याद दिला दिया था।
इस बार सत्ताधारी दल उन्हें टिकट के लिए पूरी तरह आश्वस्त किया था। परन्तु धनबल और बाहुबल में स्व. हरि प्रताप सिंह की लॉबी भारी पड़ी। भाजपा नेता पंकज सिंह व उनके पिता राजनाथ सिंह जो देश के रक्षामंत्री हैं, वह भाजपा के दो बार राष्ट्रीय अध्यक्ष भी रहे हैं। इसलिए सांतवी बार अपने दत्तक पुत्र स्व हरि प्रताप सिंह की पत्नी व अपने स्वर्गीय मित्र पूर्व कारागार मंत्री उमानाथ सिंह की बेटी प्रेमलता सिंह को उप चुनाव में टिकट दिला दिया। प्रेमलता सिंह के भाई व जौनपुर के पूर्व सांसद केपी सिंह व एमएलसी प्रिंसू सिंह ने निकाय के उप चुनाव में सभी को शिकस्त देते हुए नगरपालिका के अध्यक्ष पद का टिकट दिलाकर संतोष मिश्रा को पार्टी से बगावत करने पर मजबूर किया।
भाजपा शीर्ष नेतृत्व निर्दल उम्मीदवार संतोष मिश्रा को पार्टी के पदाधिकारियों को मनाने के लिए लगाया गया, परन्तु संतोष मिश्रा उन्हें दो टूक जवाब देकर उनकी बोलती बंद कर दी। संतोष मिश्रा के सवाल पर पार्टी पदाधिकारियों को साँप सूँघ जाता था। इसलिए अब भाजपा का शीर्ष नेतृत्व संतोष मिश्रा पर पर्चा वापसी के लिए प्रशासन से दबाव डलाया जा रहा था । ऐसी दशा में आज संतोष मिश्रा ने अपना पर्चा वापस ले लिया। ऐसी चर्चा विगत तीन दिनों से पूरे शहर में जगह-जगह हो रही है। चूँकि नामांकन के बाद से निर्दल उम्मीदवार संतोष मिश्रा क्षेत्र में कहीं प्रचार करते नहीं देखे गए। जबकि भाजपा से बागी होकर अध्यक्ष पद के लिये भाजयुमो के जिलाध्यक्ष रवि गुप्ता ने नामांकन करने के बाद क्षेत्र में जनसम्पर्क में जुट गए हैं।
प्रतापगढ़। नगर पालिका परिषद बेल्हा के अध्यक्ष पद के उप निर्वाचन हेतु तहसील सदर में बनाये गये नामांकन स्थल पर 12 प्रत्याशियों ने नामांकन किया। नगर पालिका परिषद बेल्हा के अध्यक्ष पद हेतु भाजपा से प्रेमलता सिंह ने 04 सेट, सपा से राजकुमार सिंह ने 03 सेट, निर्दलीय रवीन्द्र कुमार ने 01 सेट, निर्दलीय सन्तोष मिश्रा ने 03 सेट, एएमआईएम से मुहिब्बुल आरफीन ने 02 सेट, आजाद समाज पार्टी काशीराम से मो0 तौसीफ रजा ने 01 सेट, निर्दलीय किसन कुमार भारतीय ने 01 सेट, निर्दलीय मो0 जाहीद ने 01 सेट, निर्दलीय रवि उर्फ रवी कुमार गुप्ता ने 02 सेट, निर्दलीय हरिश चन्द्र ने 01 सेट, निर्दलीय विनोद ने 03 सेट व निर्दलीय हिमायत उल्ला ने 03 सेट में नामांकन किया।