कुर्ला बस हादसा; किसी की नौकरी का था पहला दिन तो किसी के बेटे की थी शादी, बस हादसे की दर्दनाक कहानी
मुंबई के कुर्ला रेलवे स्टेशन नजदीक बेस्ट चालक की लापरवाही से बड़ी दुर्घटना हुई। बेस्ट की एसी बस कुर्ला रेलवे स्टेशन से अंधेरी रेलवे स्टेशन तक जा रही थी। कुर्ला बस स्टॉप से निकलते ही ड्राइवर संजय मोरे से बस अनियंत्रित हो गई और बस की चपेट में 50 से अधिक लोग आ गए।
इस हादसे में 30 से ज्यादा वाहन क्षतिग्रस्त हो गए तो 7 लोगों की मौत हो गई। जिन सामान्य नागरिकों की मौत हुई उसमें कोई अपने बेटे की शादी की तैयारी में जुटा था तो किसी के जीवन की पहली नौकरी का पहला दिन था। कोई अपनी बेटी को रेलवे स्टेशन से पिक करने गया था तो किसी के बेटा आंखों के सामने कुछ खाने निकला था।
20 साल की अनम शेख की भी मौत…
कुर्ला बस हादसे में 20 साल की अनम की भी जान चली गई। अनम बी. कॉम की अंतिम साल की छात्रा थी। अनम शेख पढ़ाई के साथ साथ अलग- अलग कोर्स भी सिख रही थी। खुद का व्यवसाय शुरू करने और पापा की मदद करने के लिए केक बनाने की हुनर भी सीख रही थी। अनम अपनी सहेली के साथ केक बनाने के सामान खरीदने गई थी और ट्रेन से कुर्ला रेलवे स्टेशन पर लौटी।
घर लौटने के लिए ऑटो नहीं मिलने पर अनम ने अपने पिता को फोन किया। पिता स्कूटी से अनम को लेकर घर लौट रहे थे। उसी समय खूनी बस चालक ने स्कूटी को टक्कर मार दी। बेटी अनम की घटनास्थल पर मौत हो गई और उसके पिता भी बुरी तरह घायल हो गए। अस्पताल में भर्ती गंभीर घायल पिता को नहीं पता की उनकी बेटी इस दुनिया में नहीं रही। अनम के मामा असगर शेख ने बताया की बेटी अनम नहीं रही पर प्रशासन सुनिश्चित करे कि किसी और कि बेटी के साथ ऐसा ना हो।
शिवम कश्यप की भी गई जान…
शिवम बी.कॉम की पढ़ाई कर रहा था। शिवम घर का बड़ा लड़का था। शिवम के पिता बुधराज और शरफुद्दीन दोनों मिलकर कपड़े की दुकान चलाते थे। शिवम भी अपने पिता के दुकान पर आया था। शिवम ने कहा कि वो दुकान बंद करने से पहले कुछ खाकर लौट रहा है।
कुछ देर बाद दुर्घटना और लोगों की चीख चिल्लाहट की आवाज आई जिससे शिवम के पापा बुधराज लोगों के मदद के लिए दौड़े। एक गाड़ी के नीचे तीन लोग दबे हुए थे। बुधराज लोगों को उठाकर हॉस्पिटल जाने के लिए मदद कर रहे थे, लेकिन जैसे एक घायल शख्स को उठाया तो उन्होंने देखा कि उनका बेटा शिवम ही एक शख्स के गोद में मरा पड़ा है। ये देख बुधराज कश्यप को विश्वास नहीं हुआ। बुधराज और अन्य लोगों ने तुरंत बच्चे को गोद में उठाया और हॉस्पिटल लेकर भागे, लेकिन डॉक्टर ने जांच करते ही मृत घोषित कर दिया।
एक दिन बाद बेटे के रिश्ते वाले आने थे, मां की हुई मौत …
कुर्ला बेस्ट बस हादसे में जिन लोगों की मौत हुई उनमें 55 साल की कनीज फातिमा अंसारी भी शामिल हैं। कनीज कुर्ला के देसाई नर्सिंग होम में 11 साल से बतौर सहायक नर्स काम करती थीं। जिस अस्पताल में वो काम करती थी उसी अस्पताल के मुख्य द्वार के पास बस ने वाहनों और सड़क पर चल रहे लोगों को टक्कर मारी। उनकी दो बेटियां और दो ही बेटे हैं। दोनों बेटियों मेहरूनिसा और जैनब की शादी हो चुकी है। घर के छोटे बेटे मुस्तुफा की शादी होने वाली थी। मंगलवार (10 दिसंबर) के दिन घर में लड़की वाले घर पर मिलने आने वाले थे। शादी की तैयारी चल रही थी। घर में मरम्मत और पेंटिंग का काम चल रहा था, इसलिए कनीज फातिमा एक हफ्ते से नाइट शिफ्ट में काम करने जाती थी।
आफरीन शाह का था नौकरी का पहला दिन…
मुंबई के कुर्ला इलाके में रहने वाली 19 साल को आफरीन शाह को पढ़ाई के साथ नौकरी लग गई। आफरीन शाह ने सोमवार से नौकरी की शुरुआत की। मोबाइल में खिंची हुई तस्वीर बताती है कि आफरीन नौकरी के पहले दिन बहुत खुश थी। बस उसे अंदाजा नहीं था कि नौकरी का पहला दिन उसकी जिंदगी का आखीरी दिन होगा। आफरीन के शव लेने घाटकोपर के राजावाड़ी अस्पताल पहुंचे परिजनों का कहना है कि उन्हें विश्वास ही नहीं हो रहा की घर की बेटी इस दुनिया में नहीं रही। आरोपी को सख्त से सख्त सजा मिलनी चाहिए।