महाकुंभ:बसंत पंचमी स्नान के लिए योगी सरकार ने कसी कमर,चार एसपी,तीन एएसपी और भेजे गए प्रयागराज
लखनऊ। दुनिया के सबसे बड़े धार्मिक आयोजन महाकुंभ में बसंत पंचमी को होने वाले स्नान के लिए योगी सरकार ने कमर कस ली है। महाकुंभ में मौनी अमावस्या पर मची भगदड़ के बाद अब शासन और प्रशासन पूरी तरह से अलर्ट है। योगी सरकार ने अतिरिक्त फोर्स की तैनाती की है। चार एसपी और तीन एएसपी को प्रयागराज भेजा है। इन अफसरों में दीपेंद्र नाथ चौधरी, लक्ष्मीनिवास मिश्र, राज धारी चौरसिया और श्रवण कुमार सिंह शामिल हैं। इसके अलावा, एएसपी विकास चंद्र त्रिपाठी, ओम प्रकाश सिंह और प्रवीण कुमार यादव को भी महाकुंभ भेजा गया है।
बता दें कि इससे पहले महाकुम्भ में भगदड़ बाद के शासन ने पांच बड़े अफसरों को भेजा था।इसमें कुंभ 2019 की सफलता में योगदान देने वाले आशीष गोयल और भानु चंद्र गोस्वामी को महाकुंभ के अगले दो स्नान पर्व की कमान सौंपी है। आशीष गोयल और भानु चंद्र गोस्वामी 2019 के कुम्भ के दौरान सेवाएं दे चुके हैं।आशीष गोयल 2019 के कुंभ में मंडलायुक्त थे जबकि भानु चंद्र गोस्वामी ने प्रयागराज विकास प्राधिकरण, पीडीए के उपाध्यक्ष रहते हुए कुंभ 2019 के सफलता से कराने में उल्लेखनीय योगदान दिया था। बाद में वह प्रयागराज के डीएम भी बनाए गए थे।दोनों अफसर 12 फरवरी तक प्रयागराज में रह कर महाकुम्भ की व्यवस्था को देखेंगे।
बता दें कि अब प्रशासन के सामने सबसे बड़ी चुनौती बसंत पंचमी पर तीसरे और आखिरी अमृत स्नान की है।इस परीक्षा को पूरा करने के लिए जिला और मेला प्रशासन के अफसरों ने कमर कस ली है।श्रध्दालुओं की भीड़ को नियंत्रण करने के लिए जबरदस्त प्लान बनाया गया है।शासन से भेजे गए पांच विशेष अधिकारी आईट्रिपलसी में बनाए गए कंट्रोल रूम और प्रयागराज जंक्शन पर बनाए गए कंट्रोल रूम में रहेंगे।इन अधिकारियों काम होगा कि आसपास के जिलों के अफसरों से समन्वय बनाए रखे। इसके साथ ही पास के जिले के जिलाधिकारियों को निर्देश दिया गया है कि वो पूरा सहयोग करें। साथ ही दूसरे जिलों से समन्वय स्थापित किया जाएगा। जैसे ही मेला क्षेत्र में भीड़ बढ़ेगी शहर और आसपास के जिलों में श्रद्धालुओं को रोका जाएगा। जब मेला क्षेत्र खाली हो जाएगा तभी दूसरे जिलों से धीरे-धीरे लोगों को छोड़ा जाएगा।